Ramadan and Diabetes Manage: रमजान का पाक महीना चल रहा है। इनदिनों मुस्लिम समुदाय के लोग रोजा रखकर शारीरिक और मानसिक शांति प्राप्त करते हैं। रमजान के महीने में 30 दिनों तक उपवास रखा जाता है जिसमें लोग सूर्योदय से पहले और सूर्यास्त के बाद खाते-पीते हैं। ये इंटरमिटेंट फास्टिंग की तरह होता है जिसमें फास्टिंग विंडो में कुछ खाया या पिया नहीं जाता। रोजा रखने से शरीर को कई फायदे होते हैं लेकिन डायबिटीज के मरीजों के लिए रोजा रखना थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो सकता है। लंबे समय तक खाना न खाने की वजह से शुगर लेवल अचानक कम हो जाता है जो खतरनाक साबित हो सकता है। यदि आप भी डायबिटिक हैं और रोजा रख रहे हैं तो इफ्तारी के दौरान रखें इन बातों का ध्यान।
ओवरईटिंग से बचें

रोजा रखना आसान बात नहीं हैं इसमें व्यक्ति को 30 दिनों तक लगातार उपवास का पालन करना पड़ता है। फास्टिंग के दौरान पानी पीने की भी मनाही होती है। ऐसे में जब व्यक्ति उपवास तोड़ता है तो वह जरूरत और भूख से ज्यादा खा लेता है। डायबिटीज मरीजों को ज्यादा खाना खाने से सुस्ती आ सकती है जिससे ब्लड शुगर लेवल तेजी से बढ़ सकता है। इसलिए ओवरईटिंग से बचें।
मिठाई से बनाएं दूरी
रोजा आमतौर पर मिठाई खाकर खोला जाता है। फास्टिंग के बाद सीधा मिठाई खाने से आपका शुगर लेवल अचानक से स्पाइक कर सकता है। जिससे चक्कर या उल्टी आ सकती है। रोजा खेलने के लिए आप मिठाई की जगह खजूर या फल ले सकते हैं। खजूर खाने से शरीर की कमजोरी कम करने में भी मदद मिल सकती है। इफ्तारी के दौरान यदि मीठा खाना ही हो तो आप एक दिन छोड़कर मीठा खाएं। डेली मिठाईयों का सेवन करने से बचें।
दवाईयों को न छोड़ें
रोजा के दौरान अधिकतर लोग दवाईयों को छोड़ देते हैं। यदि आप डायबिटिक हैं तो दवाईयों को छोड़ने की बजाय खाना और दवाईयों को एक साथ मैनेज करें। चिकित्सक के सलाह करके दवाईयों का समय बदल सकते हैं। इंसुलिन और ओरल मेडिकेशन को समय के साथ एडजस्ट किया जा सकता है। इससे ब्लड शुगर मैनेज करने में आसानी होगी।
फाइबर को करें शामिल

रोजा खोलने के दौरान अधिकांश लोग हैवी मील लेना पसंद करते हैं। जिसमें फैट और कार्ब्स अधिक मात्रा में होता है। ऐसा खाना खाने से आपका ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है। इसलिए खाने में फाइबर की मात्रा अधिक शामिल करें। फाइबर लेने से पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है और पेट लंबे समय तक भरा हुआ महसूस होता है।
एक्सरसाइज करें
फास्टिंग के दौरान अधिकतर लोग एक्सरसाइज या फिजिकल एक्टिविटी कम कर देते हैं। फिजिकल एक्टिविटी डायबिटीज के रोगियों के लिए बेहद जरूरी है। रमजान के महीने में इसके सामान्य स्तर को बनाए रखा जा सकता है। यदि आप जिम या एक्सरसाइज नहीं कर पाते तो वॉक करके शरीर को फिट और एक्टिव रखा जा सकता है। खाने के बाद भी थोड़ी देर वॉक और स्ट्रेचिंग कर सकते हैं। इससे खाने को पचाने में आसानी होगी। इसके अलावा नियमित रूप से शुगर लेवल की जांच करते रहें ताकि उसे मैनेज करने में कठिनाई न आए।
