टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज से भी खतरनाक है टाइप 1.5 डायबिटीज, छिपकर करती है वार: Type 1.5 Diabetes
Causes and prevention of type 1.5 diabetes

Diabetes Causes and Prevention: डायबिटीज या शुगर को लेकर माना जाता है कि चीनी का अत्यधिक सेवन करने से ही ये बीमारी होती है। लेकिन ये धारणा बिलकुल भी सही नहीं है। क्योंकि डायबिटीज सिर्फ चीनी के सेवन से नहीं बल्कि आपके लाइफस्टाइल के कारण होती है। आजकल लोगों के जीवन जीने का तरीका पिछले 20 सालों से बहुत ज्यादा बदल गया है। मौजूदा समय में आपका स्वास्थ्य आपके जीवन जीने के तरीके पर निर्भर करता है। अगर आप व्यायाम नहीं करते और सिर्फ आलस भरा व्यस्त दिन बिताते हैं तो डायबिटीज बीपी जैसी बीमारियां होने की संभावनाएं बहुत हद तक बढ़ जाती है। इस लेख में हम डायबिटीज होने के कारण और बचाव के बारे में चर्चा करेंगे।

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डायबिटीज होने के कारण

Diabetes Causes and Prevention
Causes of diabetes

डायबिटीज होने के दो कारण हो सकते हैं अनुवांशिक और पर्यावरण। अधिकतर लोगों को यह बीमारी अनुवांशिक भी हो सकती है। जिसे जीनेटिक प्रभाव कहते है। इसमें एक पीढ़ी से दूसरे पीढ़ी डायबिटीज पहुंचती है। डायबिटीज जीनो के मुद्रण के बदलााव के कारण इंसुलिन के उत्पादन, उपयोग या इंसुलिन के प्रतिरक्षा की क्षमता को प्रभावित करता है। वहीं इसका पर्यावरण कारण यानी आपका लाइफस्टाइल। जैसे कि किस तरह के खाद्य पदार्थों का आप सेवन करते है। आप कहीं तनाव और मोटापे का शिकार तो नहीं है। सही से नींद नहीं लेना आपको तंत्रिका प्रणाली में विकार होना इत्यादि भी डायबिटीज का कारण हो सकता है।

डायबिटीज कब होता है?

डायबिटीज तब होती है जब पेनक्रियाज में से इंसुलिन निकलना बंद हो जाता है। और इसके विपरीत कोशिकाएं इंसुलिन के प्रति प्रतिरोधी हो जाती है। ऐसे में मरीजों को चीनी खाने के लिए मना किया जाता है। क्योंकि इससे बढ़े हुए इंसुलिन पर इसका दबाव पड़ता है। इसलिए जिन खादय पदार्थ में ग्लूकोज की मात्रा ज्यादा होती है उसके खाने की सलाह नहीं दी जाती है। डायबिटीज का उम्र से कोई लेना देना नहीं है।

डायबिटीज में कैसा हो खानपान

यदि आपको डायबिटीज है तो आपको अपने खान पान पर बेहद ध्यान देना होता है। क्योंकि डाइट प्लान हर बीमारी में रामबाण की तरह है। यहां भी अगर आपको अपनी डायबिटीज कंट्रोल में करनी है तो जरूरी है कि अपने खानपान पर ध्यान दें। क्योंकि भोजन का सीधा असर शरीर के इंसुलिन पर पड़ता है। इसलिए डाइट को सोच समझ कर ही लेना चाहिए। आपको डाइट में ज्यादातर ऐसे फल और सब्जियों का सेवन करना चाहिए जिनमें प्राकृतिक शर्करा कम हो।

मीठी चीजें खाने से बचें: डायबिटीज के मरीजों को चाहिए कि वे मीठे खाद्य पदार्थों अपनी डाइट में शामिल करने से बचें। मीठी चीजें जैसे मिठाई, केक, पेस्ट्री, बिस्किट आदि इस तरह की चीजें खाने से बचें। क्योंकि मीठे पदार्थ तेजी से ब्लड शुगर को बढ़ाने का कार्य करते है।

मैदे से बनी चीजें न खाएं: मैदा को पचाना तो वैसे भी बेहद दिक्कत होती है। और इनसे ब्लड शुगर भी तेजी से बढ़ता है। मैदे से बनी चीजें से जैसे पिज्जा, नान, बर्गर, समोसे आदि ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ाते है। इसलिए इनसे परहेज करें।

मीठे पेय पदार्थ लेने से बचें:: यदि आपको अपनी शुगर की बीमारी को खत्म करना है तो जरूरी है कि मीठे पेय पदार्थ से दूरी बना लें। क्योंकि जूस सीधा खून में जाकर मिलते है। अंगूर, संतरा और आम में भारी मात्रा में शुगर पाई जाती है।