Anti Aging Yoga: हम जो जिंदगी जीते हैं उसे हमेशा तन, मन और धन से अच्छी तरह जीना चाहिए। और यदि शरीर की बात की जाए तो हमारा शरीर हमारे लिए सबसे बड़ा धन है। जिसके महत्व को लोग समझते नहीं है और ढेरों बीमारियों से ग्रस्त हो जाते हैं। और बाद में उन्हें पछतावा होता है कि काश उसी समय ध्यान दिया होता। जरूरी है कि आप स्वयं का ख्याल रखें। खान पान के साथ आपको कसरत भी उसी तरह से करनी होगी। तभी आपका शरीर स्वस्थ रहेगा। बढ़ती उम्र में हमसे कई बार ज्यादा हैवी एक्सरसाइज नहीं हो पाती है ऐसे में आप योगा करें। क्योंकि योगा आपके लिए बेहद फायदेमंद साबित होती है। शरीर के सर्कुलेशन को भी सही से चलाता है। और आपका शरीर पूरी तरह स्वस्थ रहता है।
ताड़ासन

योगा में आप कोई भी आसन करते है तो उसका आपके शरीर पर जल्दी पड़ता है। लेकिन जरूरी है कि कोई भी आसन आप कर रहे है तो उसे सही से करना। क्योंकि गलत आसन आपके अंदर गलत असर डालेगा। ताड़ासन को हर कोई उम्र का व्यक्ति आसानी से कर सकता है। क्योंकि ये एक सरल आसन है। इसे करने का तब ज्यादा फायेदा होता है जब आप इसे खुले स्थान पर करें। इसको करने के लिए हाथों को ऊपर की तरफ खीेंचें। और पैरों की उंगलियों पर खड़े होना है। इससे शरीर की मांसपेशियां खींचती है। और आपके शरीर में कसाव आता है। आपकी त्वचा में कसाव आ जाता है वह लटकती नहीं है।
त्रिकोणासन

इस आसन को भी खड़े होकर करना होता है। लेकिन इसे सभी उम्र के लोेग आसानी से कर सकते है। इससे ये फायदा होता है कि आपका दिल हमेशा जवां बना रहता है। दिल की सेहत के लिए आसन बेहद फायदेमंद साबित होता है। साथ ही जब आप एक हाथ से पैर को पकड़ते है और दूसरे हाथ को ऊपर की तरफ खींचते हैं तो इससे आपकी मांसपेशियां भी खिंचती है। और शरीर के साइड का मोटापा भी कम होता हे। इसके लिए आप सीधे खड़े हो जाए फिर पैरों में दूरी बना लें। और फिर उसके बाद एक साइड छुकते हुए एक हाथ से पैर को पकड़े और दूसरे हाथ को उपर की तरफ खींचे। आपको साइड में खिंचाव महसूस होगा।
वृक्षासन

जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है तो हमारे शरीर के बैलेंस पर असर पड़ने लगता है। हमारा शरीर से चल नहीं पाता है। ऐसे में ये आसन सबसे ज्यादा मददगार साबित होता है। सांस लेने में यदि आपको दिक्कत है तो इस आसन को नियमित तौर पर करने पर आपको सांस लेने में दिक्कत नहीं होती है। क्योंकि जैसे-जैसे बुढ़ापा आता है। वैसे-वैसे सांस लेने में सबसे ज्यादा दिक्कत होती है। ऐसे में पहले से ही ये आसन करते रहेंगे तो दिक्कत नहीं होगी। आप सभी कार्य भी भली भांति कर पाते है। क्योंकि इससे कंधे भी मजबूत बनते है। इस आसन के लिए सीधे खड़े हो जाए। जैसे वृक्ष खड़ा होता है। फिर दाहिने पैर को मोड़ते हुए बाएं पैर की जंघा पर रखें। और हाथों को उपर ले जाएं नमस्कार करें। इससे आपके शरीर का बैलेंस बनता है।
भुजंगासन

यदि आप चाहते है कि आप हमेशा तंदुरुस्त बने रहें। और जल्दी से बुढ़ापा नहीं आए तो जरूरी है कि आप ऐसे योगा आसन करें जिससे आपका शरीर हमेशा के लिए मजबूत बना रहे। इसके लिए आप भुजंगासन करें। भुजंगासन करने के लिए सबसे पहले पेट के बल लेट जाए। अब शरीर को ऊपर उठाना है पीछे की तरफ झुकने की कोशिश करनी है। इससे आपके हाथ, बांहे और पीठ मजबूत होती है। साथ ही ऊपर का शरीर कमजोर नजर नहीं आता है। क्योंकि जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है हमारा शरीर बहुत सी जगह से कमजोर लगने लगता है। ऐसे में आसन करने से उस जगह कसाव आता है। साथ ही शरीर जल्दी से ढीला नहीं पड़ता है।
बालासन

जब आपको बहुत अधिक तनाव महसूस हो तो ऐसे में जरूरी है कि आप बालासन करें। क्योंकि ये आसन आपके तनाव को दूर करता है। साथ ही आप इसको करने के बाद तरोताजा महसूस करते हैं। इसके लिए आप चटाई बिछाएं और उस पर घुटने मोड़ कर बैठ जाएं फिर अपने दोनों हाथों को आगे की तरफ फैलाते हुए झुके और जमीन पर फैलाकर सिर लगाने की कोशिश करें। ये आसन आपके तनाव दूर करने के साथ आपको बिल्कुल रिलैक्स महसूस कराता है जिससे आपके चेहरे पर चमक बनी रहती है। लेकिन जरूरी आसन करते समय बिल्कुल शांत वातावरण में इन्हे करें जिससे आप इसे अच्छी तरह कर सके।
प्राणायाम

क्या आपको पता है कि प्राणायाम हमारे शरीर के लिए कितना अधिक फायदेमंद है। इसको करने से आपका मन शांत और प्रसन्न रहता है। आपको डिप्रेशन से छुटकारा मिलता है। यदि आप डिप्रेशन में रहते है तो आपके चेहरे पर बुढ़ापा जल्दी दिखने लगता है। और यदि आप प्राणायाम करते हैै तो प्रसन्न रहता है मन को शांति मिलती है। तो आपके चेहरे पर भी रौनक आने लगती है। इसके लिए घर की कोई ऐसी जगह जो शांत हो वहां बैठ चटाई बिछाकर बैठ जाएं। और आंखें बंद कर लें। तीन बार ओम की ध्वनि निकालें। इससे मन शांत होता है। इसके बाद आंखे बंद रखें हाथ की अनामिका उंगली और अंगूठे से नाक को पहले एक तरफ से दबाएं। जिस तरफ से नाक दबा रहे उसके विपरीत साइड से सांस को बाहर निकालें इससे आपके चेहरे की मासंपेशियों पर असर पड़ता है। और त्वचा की खीेंचने के साथ जल्दी से बुढ़ापा नहीं आता है। साथ ही इसके लिए हम आल्थी पाल्थी मारकर बैठते है और हमें कमर सीधी रखनी होती है। इससे आपकी रीढ़ की हडडी तंदुरूस्त बनती है
(योगा ट्रेनर सचिन चौधरी से बातचीत पर आधारित)