Mulla Nasruddin ki kahaniya: नसरुद्दीन वहाँ जा पहुँचा, जहाँ उसके पहुँचने की कतई उम्मीद नहीं थी । वह इस्तंबूल में पहुँचा। अमीर का ख़त सुलतान को मिलने के ठीक तीसरे दिन हज़ारों ढिंढोरची इस शानदार बंदरगाह के गाँवों और शहरों में जाकर नसरुद्दीन की मौत का ऐलान कर रहे थे। मस्जिदों में मौलवी ख़त पढ़ते […]
Author Archives: Dr. Giriraj Sharan Agarwal
मुल्ला नसरुद्दीन – भाग – 36
Mulla Nasruddin ki kahaniya: काम पूरा हो जाने के बाद अमीर अपने दरबारियों के साथ महल लौट गए। इस बात का ख़तरा भाँपकर कि अपराधी के पूरी तरह डूब जाने से पहले ही उसे बचाने की कोशिश की जा सकती है, अर्सला बेग ने तालाब के चारों ओर पहरेदार तैनात कर दिए थे। उन्हें हुक्म […]
मुल्ला नसरुद्दीन – भाग – 35
Mulla Nasruddin ki kahaniya: ‘क्यों बे चालबाज़ !’ थैले में ठोकर मारते हुए सिपाही चिल्लाए । उनके हथियार ठीक उसी तरह खड़क रहे थे जिस तरह ज़िनों के ताँबे के पंख खड़कते हैं, ‘यह बदमाशी? हमने कब्रिस्तान का चप्पा-चप्पा छान डाला लेकिन कुछ भी हाथ नहीं लगा। ठीक-ठीक बता, कहाँ हैं वे दस हज़ार तके […]
मुल्ला नसरुद्दीन – भाग – 34
Mulla Nasruddin ki kahaniya: सिपाही नसरुद्दीन को कैदखाने से बाहर लाए तो उसने कहा, ‘क्या तुम लोग मुझे अपनी पीठ पर लादकर ले चलोगे? अफ़सोस मेरा गधा इस वक्त यहाँ नहीं है। वह हँसी के मारे लोटपोट हो जाता। ‘‘ख़ामोश, अपना मुँह बंद कर।’ सिपाहियों ने बिगड़कर कहा ।वे उसे क्षमा नहीं कर सकते थे, […]
मुल्ला नसरुद्दीन – भाग – 33
Mulla Nasruddin ki kahaniya: नसरुद्दीन का फ़ैसला सुनाने के लिए दरबार लगाया गया।जब नसरुद्दीन को सिपाही दरबार में लेकर पहुँचे तो दरबारियों ने आँखें नीची कर लीं। आलिम भौहें चढ़ाकर दाढ़ियों पर हाथ फेरने लगे। वे एक-दूसरे को देखते भी शरमा रहे थे। अर्सला बेग लंबी साँस लेता, गला साफ़ करता अमीर दूसरी ओर ताकने […]
मुल्ला नसरुद्दीन – भाग – 32
Mulla Nasruddin ki kahaniya: बाक़ी सारी रात नसरुद्दीन उस काफ़िर, बदमाश नसरुद्दीन को पकड़ने की तरकीबें अमीर को बताता रहा। ये तरकीबें बहुत ही चालाकी भरी थीं। अमीर उन्हें सुनकर बहुत खुश हुए।सोने के सिक्कों से भरी एक थैली अमीर से ख़र्च के लिए लेकर नसरुद्दीन अंतिम बार मीनार की सीढ़ियाँ चढ़ा। उसने थैली एक […]
मुल्ला नसरुद्दीन – भाग – 31
Mulla Nasruddin ki kahaniya: भाग निकलने की तैयारी पूरी हो चुकी थी। नसरुद्दीन ने अपने क़ैदी के पास पहुँचकर कहा- ‘ऐ दानिशमंद मौलाना हुसैन, आपकी क़ैद की मियाद पूरी हो गई। आज रात मैं महल छोड़ दूँगा। आपका दरवाज़ा एक शर्त पर खुला छोड़ जाऊँगा कि आप यहाँ से दो दिन बाद निकलेंगे। अगर आप […]
मुल्ला नसरुद्दीन – भाग – 30
Mulla Nasruddin ki kahaniya: सूदखोर जाफ़र को बेवकूफ़ बनाकर नसरुद्दीन महल की ओर चल दिया। बाज़ार में उसे अपने दोस्त अली के कहवाखाने में रोशनी दिखाई दी। अली ने उसके लिए दरवाज़ा खोल दिया। दोनों गले मिले और अँधेरे कमरे में चले गए। पतली दीवार के दूसरी ओर से बोलने, हँसने और चीनी के बर्तनों […]
मुल्ला नसरुद्दीन – भाग – 29
Mulla Nasruddin ki kahaniya: सूदखोर जाफ़र के घर में सोने से भरे मुहरबंद बारह मर्तबान थे। लेकिन उसकी हविस थी कि कम-से-कम बीस मर्तबान होने चाहिए। भाग्य ने उसे शक्ल ऐसी दी थी कि उसकी बेईमानी और उसका लालच उसके चेहरे से साफ़ झलक जाता था। जो लोग अनुभवहीन, सीधे-सादे और भलेमानस थे, वे भी […]
मुल्ला नसरुद्दीन – भाग – 28
Mulla Nasruddin ki kahaniya: नसरुद्दीन को आख़िरकार हरम में जाने का मौका मिल ही गया । वह इतने दिनों से इसी मौके की तलाश में था।.पहरेदार अदब से झुककर एक ओर हट गए। पत्थरों की सीढ़ियाँ चढ़कर अमीर के पीछे-पीछे उसने लकड़ी का एक फाटक पार किया और एक खूबसूरत बगीचे में पहुँच गया।नसरुद्दीन पर […]
