Top 10 Hindi Sexy Story 1. सेक्सी आशिक उन दिनों मैं बी.ए. फाइनल इयर में थी। मम्मी, पापा को छोड़कर वेदांत अंकल के साथ ही रहने लगी थी। महीने-दो-महीने में वह इधर का एक चक्कर लगाती और मुझसे मिलकर चली जाती। जहां तक मैं जानती थी, मम्मी-पापा में अलगाव का कारण सेक्स ही था Read […]
Author Archives: राजेन्द्र पाण्डेय
नपुंसक मिनिस्टर – राजेन्द्र पाण्डेय भाग-11
कोई दस मिनट बाद जब पुलिस चली गई तो मैं उस गहरी खाई से बाहर निकल आई। तभी मेरी निगाह अचानक ही सड़क पर चली गई। जिस गाड़ी के ड्राइवर से मैंने हाथ देकर लिफ्ट मांगी थी, वह कार अभी तक कुछ दूरी पर खड़ी थी। मैं लंगड़ाती हुई उधर ही बढ़ गई। मेरे नजदीक […]
औरतों का रसिया बाबा – राजेन्द्र पाण्डेय भाग-9
वह ऐसे बोला, जैसे सब कुछ जानता हो। मैं परेशान और हताश थी। उस पुरुष को देखते हुए बोली, ‘हां, मैं अकेली हूं, लेकिन तुमने यह जाना कैसे?’ इधर कई दिनों से मैं ठीक से सो नहीं पाई थी। दरवाजा बंद कर पलंग पर निढाल पड़ गई, लेकिन नींद आंखों से कोसों दूर थी। फिर […]
आशिकमिजाज डॉक्टर – राजेन्द्र पाण्डेय भाग-7
पूर्व कथा- कि मेरी मम्मी मेरे पापा को छोड़कर वेदांत अंकल के साथ रहने लगी। ऐसे में, मैं पापा के पास रहने लगी, मगर पापा भी किसी तीसरी युवती को घर में ले आए और जबर्दस्ती मुझे घर से निकालकर मम्मी के पास भेज दिया। फिर मम्मी ने भी मुझे ठुकरा दिया तो मैं अकेली […]
दुराचारी जज – राजेन्द्र पाण्डेय भाग-17
जीवन के इस छोटे सफर में मैंने क्या कुछ नहीं देखा था? पुलिस हिरासत से फरार अपराधी की मानसिक स्थिति कितनी भयावह होती है, यह मुझसे छिपा नहीं था। एक तरह से इस जीवन को मैं बड़ी मुश्किल से ढो रही थी। मेरे सफर में एक भी पड़ाव सुखद नहीं आया था। मुझे अब तक […]
विधायक हुआ नंगा – राजेन्द्र पाण्डेय भाग-16
मैं मुंह-हाथ धोकर अभी पलंग पर आकर बैठी ही थी, कि एक अधेड़ उम्र का पुरुष दरवाजा खोलकर अंदर आ गया और मुझे मुग्ध निगाहों से एकटक देखने लगा। मैं मन-ही-मन बुदबुदाई, ‘बड़ा ही बदतमीज और जाहिल आदमी है। कमरे में घुसने से पहले इजाजत भी नहीं मांगी।’ मैं कुछ बोलती, इससे पहले ही वह […]
हसीनाओं का दीवाना तांत्रिक भाग-15
जब मैं सड़क पर आई तो ठंडी और ताजी हवा के स्पर्श मात्र से ही मुस्करा पड़ी तभी मेरी नजर एक ज्योतिष-केन्द्र पर पड़ी तो वहाँ जाने से मैं खुद को रोक न सकी। अपने आप ही मेरे कदम उधर बढ़ गए। मैंने देखा, वहाँ भीड़ नहीं थी। वैसे तो ज्योतिष पर मुझे विश्वास नहीं […]
सेक्सी मालिश – राजेन्द्र पाण्डेय भाग-14
प्रोफेसर जनार्दन के घर से निकलकर मैं, यूँ ही अनाप-शनाप विचारों में खोई सड़क पर बढ़ती चली जा रही थी। अभी न जाने स्वयं से क्या-क्या बातें करती, कि तभी एक सैलून दिखाई दे गया। जिसे देखते ही मन में एक अनोखी योजना पनपी और मैं उस सैलून में प्रविष्ट हो गई। हजाम से बोली, […]
खतरनाक प्रोफेसर – राजेन्द्र पाण्डेय भाग-13
‘लोग मुझे खनी कहते हैं। पुलिस मुझे ढंढ रही है! कानून मुझे फाँसी पर चढाने के लिए मचल रहा है! लेकिन उन सभी को यह नहीं मालूम कि मैंने जिन लोगों का खून किया है, वे लोग किस कदर कानून को हाथ में लिए घूम रहे थे? बस! मैं खूनी हूँ, यही सबको दिखाई दे […]
शातिर हुस्नपरी – राजेन्द्र पाण्डेय भाग-12
यह ड्राइवर मुझे मुड़-मुड़कर देख रहा है, कहीं यह मुझपर फिदा तो नहीं है? यदि ऐसा हुआ तो मेरा काम और भी आसान हो सकता है। मैं इस बंधन से आजाद हो सकती हूँ। लेकिन मैं भागकर जाऊँगी कहाँ? मुझे कौन बचाना चाहेगा? मैं तो एक खूनी और बदनाम महिला हूँ। नहीं, मैंने तो समाज […]
