sexual life after delivery
sexual life after delivery

एक बच्चे को जन्म देने के बाद एक महिला के शरीर में कई तरह के बदलाव आने लगते हैं। इस दौरान एक महिला के अंदर फिजिकली और मेंटली कई तरह के बदलाव आते हैं। इस दौरान शरीर में कई तरह की समस्याएं भी आने लगती हैं। कुछ समस्याएं डिलीवरी के बाद लंबे समय तक परेशान करती हैं। डिलीवरी के बाद महिलाओं के लिए अपनी सेक्‍सुअल लाइफ पर ध्यान देना भी एक चैलेंज के बराबर होता है।

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एक नई मां को बच्चे की डिलीवरी के कम से कम 6 हफ्ते तक फिजिकल ना होने की सलाह दी जाती है। दरअसल इसके पीछे का एक कारण ये है कि प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के जननांग काफी ज्यादा बड़े हो जाते हैं, जिन्हें डिलीवरी के बाद वापस से अपने आकार में आने में समय लगता है।

डिलीवरी के बाद वेजाइना पतला हो जाता है और ऐसे में फिजिकल होने से चोट का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि डिलीवरी के बाद सेक्‍सुअल लाइफ को सही रखने के लिए क्या करना चाहिए।

6 हफ्ते तक ना हो कोई सेक्‍सुअल एक्टिविटी

No sexual activity for 6 weeks
No sexual activity for 6 weeks

महिला को डिलीवरी के 6 हफ्तों तक फिजिकल होने से बचना चाहिए। 6 हफ्ते का समय महिला के शरीर को रिकवर होने में लगता है। इस दौरान महिलाओं को ब्‍लीडिंग जैसी परेशानी का भी सामना करना पड़ता है। इस दौरान फिजिकल होने से इंफेक्‍शन का खतरा भी काफी ज्यादा रहता है।

गर्भनिरोधक है जरूरी

Contraception is necessary
Contraception is necessary

डिलीवरी के बाद ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिला के शरीर में कई हार्मोन्स काम करने लगते हैं। ऐसे में प्रोलैक्टिन हार्मोन्स का लेवल बढ़ने पर महिलाओं की फर्टिलिटी रेट में गिरावट आती है। इस दौरान एक महिला प्रेग्‍नेंट नहीं हो सकती। लेकिन कई बार नई मां भी फिर से प्रेग्नेंट हो सकती हैं। ऐसे में इस समस्या से बचने के लिए कपल को डिलीवरी के 6 हफ्ते पूरे होने पर गर्भनिरोधक का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए।

अच्छी नींद और हेल्‍दी डाइट है जरूरी

गलत डाइट और नींद की कमी का सीधा असर आपकी सेक्‍सुअल लाइफ पर पड़ सकता है। ऐसे में आपके लिए अच्छी नींद लेना और पोषण से भरपूर डाइट लेना बहुत ही जरूरी हो जाता है।

पेरिनियल हाइजीन का रखें ख्याल

Take care of perineal hygiene
Take care of perineal hygiene Credit: Istock

इंटरकोर्स से पहले और उसके बाद भी पेरिनियल हाइजीन का ख्याल रखना बहुत ही जरूरी होता है। इसके लिए आपको पेरिनियल एरिया पानी से अच्छे से साफ करना चाहिए। इंटरकोर्स के बाद यूरिन करें। इससे आपकी हाइजीन बनी रहती हैं। साथ ही इंफेक्‍शन का खतरा भी कम होता है।

यूरिन को रोकने की गलती ना करें

कई हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि महिलाओं को बहुत ज्यादा देर तक पेशाब नहीं रोकना चाहिए। ये गलती यूरिन इंफेक्शन का कारण बन सकती है। इससे आपकी सेक्‍सुअल हेल्थ पर नेगेटिव असर पड़ सकता है।

पार्टनर सपोर्ट भी है जरूरी

Partner support is also important
Partner support is also important

डिलीवरी के बाद एक महिला के लिए उसके पार्टनर का साइकोलॉजिकल सपोर्ट बहुत ही जरूरी हो जाता है। बच्चे को जन्म देने के बाद एक महिला का वजन काफी बढ़ जाता है, साथ ही स्‍ट्रेच मार्क्‍स भी आ जाते हैं, ऐसे में पार्टनर का भावनात्मक सपोर्ट महिला के लिए बहुत जरूरी हो जाता है।

डिलीवरी के बाद आप भी सेक्‍सुअल हेल्‍थ को बेहतर रखने के लिए इन टिप्स को फॉलो कर सकती हैं।