Body Changes After Delivery: एक महिला को अपने पूरे जीवन में कई तरह की चीजें देखनी पड़ती हैं। ऐसे ही उन्हें अपने शरीर में भी कई तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं। टीनएज में पीरियड्स का दर्द, बाद में प्रेग्नेंसी और डिलीवरी और भी उम्र बढ़ने के साथ मेनोपॉज का दौर भी देखना पड़ता है। महिला के जीवन का हर वक्त बहुत ही दर्दभरा होता है।
हर महिला को इन सभी बदलावों से गुजरना पड़ता है। प्रेग्नेंसी का वक्त काफी ज्यादा चैलेंजिंग होता है। ऐसे ही डिलवरी के बाद का वक्त भी काफी मुश्किलों भरा होता है। कई महिलाएं डिलीवरी के बाद डिप्रेशन के फेज से भी गुजरती हैं।
प्रेग्नेंसी के बाद शरीर में कई तरह के बदलाव आते हैं। आज हम आपको ऐसे ही बदलावों के बारे में बताएंगे, जो डिलीवरी के बाद देखने को मिलते हैं। आइए आज के इस आर्टिकल में हम आपको इसके बारे में विस्तार से बताएंगे।
झड़ने लगते हैं बाल

बाल झड़ने की समस्या से हर महिला गुजरती है, लेकिन डिलीवरी के बाद ये समस्या बहुत ही ज्यादा हो जाती है। बच्चे को जन्म देने के एक हफ्ते के बाद से ही महिलाओं को बाल झड़ने की समस्या से गुजरना पड़ता है।
अगर आपके भी बाल डिलीवरी के बाद बहुत ज्यादा झड़ने लगे हैं, तो आपको घबराने की जरूरत नहीं है। डिलीवरी के छह महीने तक आपको इस समस्या को झेलना पड़ सकता है। दरअसल हार्मोनल बदलावों के चलते ये समस्या हो जाती है और धीरे-धीरे बालों की ग्रोथ फिर से होने लगती है।
तलवों के साइज में बदलाव
आपको सुनने में थोड़ा सा अटपटा लग सकता है, लेकिन एक मां इस बात को अच्छे से समझ सकती है। डिलीवरी के बाद तलवों के साइज में काफी बदलाव आ जाता है। दरअसल प्रेग्नेंसी के वक्त महिलाओं का वजन काफी ज्यादा बढ़ जाता है, जिसकी वजह से पैरों में बहुत अधिक दबाब पड़ने लगता है। इसकी वजह से आपके पैरों का आर्च चपटा हो जाता है। इस वजह से पुरानी चप्पलें और सैंडल्स आपको फिट नहीं होती।
चेहरा में भी आता है बदलाव

डिलीवरी के बाद महिलाओं के चेहरे पर भी बदलाव आने लगते हैं। बहुत सी महिलाओं को बच्चे के जन्म के बाद स्किन ड्राईनेस की समस्या हो जाती है। दरअसल ऐसा हार्मोनल चेंजेस की वजह से होता है।
ब्रेस्ट में आता है बदलाव
प्रेग्नेंसी और डिलीवरी के बाद भी महिलाओं के ब्रेस्ट में कई तरह के बदलाव आते हैं। इस दौरान ब्रेस्ट में दर्द और सूजन की समस्या होने लगती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि प्रेगनेंसी में स्तन, पेट और जांघों की स्किन में खींचाव आने लगता है। इसी वजह से ब्रेस्ट में भी बदलाव आ जाते हैं।
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वजाइना में होता है दर्द

बहुत सी महिलाओं को डिलीवरी के बाद वजाइना में दर्द की शिकायत होने लगती है। बच्चे के जन्म के बाद एक महिला को लगभग 7 से 9 महीने के बाद पीरियड्स होने लगते हैं। वहीं काफी ऐसे भी मामले देखने को मिलते हैं, जिनमें महिलाओं को इससे भी लेट पीरियड्स आते हैं। ऐसे में आपको घबराने की जरूरत नहीं है। ये आमं है, लेकिन अगर आप को किसी तरह की तकलीफ लगे, तो आपको अपने हेल्थ एक्सपर्ट से सलाह जरूर लेनी चाहिए।
