Celebrity Parenting Adivce : टीवी की जानी मानी अदाकारा रूबीना दिलैक ने हाल ही में जुड़वा बच्चों को जन्म दिया है। रूबीना उन अदाकाराओं में से हैं जो अपनी प्रेग्नेंसी के दौरान भी सोशल मीडिया पर छाई रहीं। रूबीना और अभिनव दोनों ही पूरे नौ महीने की प्रेग्नेंसी के दौरान सोशल मीडिया पर छाए रहे। जहां रूबीना प्रेग्नेंसी के दौरान भी स्टाइलिश दिखना हो या सेल्फ केयर सभी बातों को फैन के साथ शेअर करती रहीं। वहीं शायद पहली बार किसी सेलिब्रिटी ने प्रेग्नेंसी के दौरान पिता के जीवन में भी बदलावों के बारे में बात की। जी हां अभिनव शुक्ला ने रूबीना दिलैक के शो ‘किसी ने बताया नहीं’ पर इस दौरान होने वाले बदलावों के बारे में बात की। आइए जानते हैं कि आखिर पिता को बच्चे के जन्म से पहले किस तरह के बदलावों का सामना करना पड़ता है।
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भावनात्मक बदलाव होते हैं
प्रेग्नेंसी की खबर के बाद ही माता-पिता दोनों के जीवन में बदलावों की शुरूआत हो जाती है। जिसमें महिलाओं को शारीरिक और मानसिक बदलावों से गुजरना पड़ता है। उनका शरीर बदलने के साथ हार्मोनल बदलाव होते हैं जिसकी वजह से मूड स्विंग्स और न जाने कितनी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। आजकल जैसे प्रेग्नेंसी की न्यूज को कपल ‘वी आर प्रेग्नेंट’ के रूप में शेअर करते हैं। अभिनव शुक्ला ने इसी तरह प्रेग्नेंसी के दौरान पिता के जीवन में होने वाले बदलावों के बारे में बताया। उन्होंने ‘किसी ने बताया नही’ पर बताया कि जैसे ही प्रेग्नेंसी की खबर आती है पुरूषों में जिम्मेदारी की भावना ज्यादा बढ जाती है। वो भी भावनाओं के उतार चढ़ाव से गुजरते हैं। जैसा कि मैं चाहूंगा कि मेरा बच्चा अच्छा जीवन जिए जिसके लिए ज्यादा मेहनत करूंगा। मुझे बच्चे के आने पर ज्यादा फिट रहना होगा। इस तरह के बहुत इमोशंस पुरूष भी महसूस करते हैं।
फिजिकली भी होते हैं बदलाव
अभिनव शुक्ला प्रेग्नेंसी के दौरान शारीरिक बदलावों के बारे में बात करते हुए कहा कि पुरूषों के शरीर में दस परसेंट ही बदलाव होते हैं जबकि महिलाओं का शरीर नब्बे प्रतिशत तक बदल जाता है। उन्होंने कहा कि डा. ह्यूबरमैन के अनुसार जब एक महिला प्रैगनेंट होती है तो पुरूषों के शरीर में एस्ट्रोजन लेवल बढ जाता है और टेस्टोस्टोरॉन कम हो जाता है। जिससे शरीर में फैट बढ़ता है और पुरूषों में इसकी वजह से पेशेंस बढ़ जाता है। पिता के शरीर में होने वाले बदलावों के वजह से पिता बनने की जर्नी को वो भी महसूस करते हैं। जिसकी वजह से बच्चे के जन्म के बाद पुरूष पहले की तुलना में ज्यादा शांत हो जाते हैं।
पार्टनर को करें सपोर्ट
प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को जिस तरह के बदलावों से गुजरना पड़ता है। जिसकी वजह से उन्हें ज्यादा सपोर्ट की जरूरत होती है। ऐसे में पुरूषों को अपने पार्टनर का सपोर्ट सिस्टम बनना चाहिए। रूबीना को जब भी प्रेग्नेंसी के दौरान किसी भी तरह के दर्द से गुजरना पड़ता अभिनव उनके साथ होते। वहीं बात करें इमोशनल सपोर्ट की तो अभिनव का मानना है कि इस दौरान महिलाओं को ज्यादा उतार चढ़ाव का सामना करना पड़ता है। इसके लिए पुरूषों को तैयार रहना चाहिए। इस दौरान पुरूषों को फिजिकल इंटीमेसी के लिए भी पार्टनर पर दबाव नहीं बनाना चाहिए। पुरूषों को अपना प्यार जताते रहना चाहिए क्योंकि महिलाओं को इस दौरान लगता है कि उनके शरीर में होने वाले बदलावों की वजह से कहीं प्यार कम न हो जाए।