Posted inहास्य कहानियां: Funny Stories in Hindi, हिंदी कहानियाँ

चिड़िया का बच्चा और बंदर महाराज-गृहलक्ष्मी की लघु कहानी

Hindi Short Story: एक घने जंगल में एक बड़ा सा पेड़ था। उसी पेड़ की ऊँची डाल पर एक चिड़िया और उसका परिवार रहता था। नीचे उसी पेड़ के तले रहते थे बंदर महाराज। वे बड़े ज्ञानी माने जाते थे। हमेशा अपने पास मोटा सा पंचांग रखते और हर आने-जाने वाले को भविष्य बताते। जंगल […]

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घर की पुकार-गृहलक्ष्मी की लघु कहानी

Hindi Short Story: कल मुझे घर के ड्राइंग रूम ने आवाज दी कहां हो मेरी मैडम जी थोड़ा सा ध्यान दें दो न मुझपर पर्दे अपने पर पड़ी धूल मुझ पर गिराते हैं, और गंदे सोफे कवर मुझे न भाते हैं। बहुत दिन हो गये जरा साफ करदो, कवर्ड और टेबल ने भी कहा हमपर भी एहसान […]

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एक नई सुबह- गृहलक्ष्मी की कहानियां

Short Story in Hindi: श्वेता मल्टीनेशनल कंपनी में काम करने वाली, होशियार, आत्मनिर्भर और महत्वाकांक्षी लड़की थी। नोएडा की भागती-दौड़ती ज़िंदगी, ऑफिस मीटिंग्स, टार्गेट्स और ट्रैफिक में वो उलझ कर रह गयी थी। बाहर से उसके चेहरे की मुस्कान देखकर शायद ही कोई समझ पाता, वो अंदर से कितनी बेचैन है। एक दिन ऑफिस में […]

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खामोशी के उस पार -गृहलक्ष्मी की कहानियां

Hindi Love Story: दिल्ली एयरपोर्ट की चहल-पहल के बीच, एक कोना था जहाँ वक़्त जैसे ठहर गया था। भीड़ से बेख़बर, एक शख़्स धीमे क़दमों से आगे बढ़ रहा था। चेहरे पर थकान पसरी हुई थी। आदित्य, अब 46 साल का, एक सफल कारोबारी और साथ ही एक ज़िम्मेदार पिता था ,लेकिन कहीं अंदर से […]

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मासूम आरव-गृहलक्ष्मी की कहानियां

Hindi Short Stories: सुमन एक साधारण गृहिणी थी, उसकी पूरी दुनिया उसके इकलौते बेटे आरव में ही सिमटी हुई थी। आरव जन्म से ही एक स्पेशल चाइल्ड था। उसे बोलने, समझने और छोटी-छोटी बातें सीखने में काफी परेशानी होती थी। लेकिन उसकी मासूम मुस्कान, चमकती आंखें और दुनिया को समझने की कोशिश करती नजरें सुमन […]

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एक प्रेम कहानी… मौत के बाद!: गृहलक्ष्मी की कहानियां

Hindi Short Story: रात के ठीक 2:30 बजे, अयान की नींद खुल गई। कमरे में घुप अंधेरा था, लेकिन खिड़की से आती हल्की चांदनी फर्श पर परछाइयाँ बना रही थी। अचानक, उसने देखा कि उसकी खुद की परछाई दीवार पर हिल रही थी, जबकि वह खुद बिल्कुल स्थिर था। उसका दिल तेजी से धड़कने लगा। […]

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अधूरी कोख- गृहलक्ष्मी की कहानियां

Hindi Sad Story: रेखा की शादी बड़े धूमधाम से हुई थी। जब उसने अपने ससुराल में कदम रखा, तो उसे लगा जैसे सारी खुशियाँ उसकी झोली में आ गई हों। परिवार संपन्न था, पति प्यार करने वाला दिखता था, और उसे लगा कि उसकी ज़िंदगी अब किसी सपने की तरह होगी। शादी के दो महीने […]

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बंद घड़ी का सही टाइम

Hindi Kahani – बंद घड़ी का सही टाइम Hindi kahani : अपनी टीचर के दिखाए सपनों की छांव में संध्या अपने भविष्य को तराशने निकल पड़ी थी। उसकी दिन-रात की मेहनत रंग लाई। उसे आई.आई.टी. एन्ट्रेंस में इतना अच्छा रैंक मिला कि उसे आई.आई.टी. दिल्ली में एडमिशन के साथ स्कालरशिप भी मिल गई थी… अपनी […]

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जिन्न नहीं हूं ‘मैं ‘ – गृहलक्ष्मी कहानियां

‘मां आज नाश्ते में आलू के परांठे बना देना, नहीं मां आलू के नहीं प्याज़ के बनाना, रोहन-रिया की फरमाइश अभी सुन ही रही थी कि अजय कहने लगे, ‘क्या तुम लोग भी आलू प्याज करते रहते हो यह भी कोई परांठे हैं, खाने हैं तो गोभी या पनीर के खाओ, मज़ा आ जायेगा।

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