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शालिनी – गृहलक्ष्मी श्रेष्ठ कहानी

Best Hindi Story: तभी पवन ने करवट ली और शालिनी को बैठा देखा, साथ में उसके हाथों में अपना फोन देख कर वह उछल कर बैठ गया और उससे फोन लेना चाहा, किन्तु शालिनी ने फोन नहीं लेने दिया। मनोचिकित्सक डॉ. सत्या की कार अब उस सड़क पर आ चुकी थी जहां से ‘कच्चे मन […]

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शालोम ब्रू – गृहलक्ष्मी श्रेष्ठ कहानी

Best Hindi Story: वह अंग्रेजी की प्रोफेसर थीं और लखनऊ से यहां आई थीं। उनकी पूरी जिंदगी बीमार मां की सेवा में गुजर गई, बाद में मां भी चल बसी और अवंतिका जी अकेली रह गईं। धर्मकोट की उस शांत पहाड़ी पर, जहां बादल अक्सर चीड़ और देवदार के पेड़ों से लिपट जाते हैं, एक […]

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काॅफी शाॅप – गृहलक्ष्मी कहानियां

तकरीबन पिछले डेढ़ घंटे से काॅफी शाॅप पर बैठा दीपांकर ,राही का इंतजार कर रहा था। इस दौरान वह तीन कप काॅफी भी पी चुका था लेकिन अब तक राही का कोई पता नहीं, वो अक्सर अपनी एक्टिंग क्लास से यहां पहुंचने में लेट हो जाती है

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बंद घड़ी का सही टाइम

Hindi Kahani – बंद घड़ी का सही टाइम Hindi kahani : अपनी टीचर के दिखाए सपनों की छांव में संध्या अपने भविष्य को तराशने निकल पड़ी थी। उसकी दिन-रात की मेहनत रंग लाई। उसे आई.आई.टी. एन्ट्रेंस में इतना अच्छा रैंक मिला कि उसे आई.आई.टी. दिल्ली में एडमिशन के साथ स्कालरशिप भी मिल गई थी… अपनी […]

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जिन्न नहीं हूं ‘मैं ‘ – गृहलक्ष्मी कहानियां

‘मां आज नाश्ते में आलू के परांठे बना देना, नहीं मां आलू के नहीं प्याज़ के बनाना, रोहन-रिया की फरमाइश अभी सुन ही रही थी कि अजय कहने लगे, ‘क्या तुम लोग भी आलू प्याज करते रहते हो यह भी कोई परांठे हैं, खाने हैं तो गोभी या पनीर के खाओ, मज़ा आ जायेगा।

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पकड़उवा बियाह

Hindi kahani : मई महीने की चिलचिलाती धूप में दिनेश बैजनाथपुर रेलवे स्टेशन से अपनी पुरानी जंग लगी हुई साइकिल पर बैठकर कुछ सोचते हुए घर की तरफ़ जा रहा था। धूप से बचने के लिए सिर पर गमछी से पगड़ी बनाकर ढँक लिया, जिसका पिछला हिस्सा मंद हवा के झोंके में धीमी गति से […]

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जवानी मस्तानी दीवानी – राजेन्द्र पाण्डेय भाग-4

Hot hindi Story – जवानी मस्तानी दीवानी Hot hindi Story : युवक का व्यक्तित्व काफी प्रभावशाली था। चौड़ी छाती, भुजाएं गठी हुई, आंखों में गजब का यौन-आमंत्रण था। पुरुषोचित सौंदर्य से वह पूरी तरह लदा हुआ था। मैं उसके बारे में ही सोचती हुई सो गई। रात के कोई दो बजे बाहर घूम रही पुलिस […]

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एक हसीन चाहत – राजेन्द्र पाण्डेय भाग- 3

Hot Story Hindi – एक हसीन चाहत Hot Story Hindi : दूसरे दिन मैं स्कूल आई तो माधुरी गेट पर ही मिल गई। वह एक लड़के से हंस-हंसकर बातें कर रही थी। ‘मेरे संस्कार ही ऐसे थे, कि मैं जिस किसी स्त्री-पुरुष या लड़का-लड़की को हंसते बोलते देखती तो मैं उनके संबंधों को लेकर सशंकित […]

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प्रेम की प्यासी – राजेन्द्र पाण्डेय

Hindi Hot story : पराए पुरूष से लगाव Hindi Hot story : मेरा गोरा रंग, बोलती आंखें, कंधों तक बलखाते बाल, चौड़ी छाती, पतली कमर और चिकनी सुडौल जांघे सभी को लुभाती थी। पुरुष मेरे सौंदर्य को देखकर कहते-‘यह लड़की तो किसी रसगुल्ले से कम मुलायम और रसदार नहीं है। इसे देखने मात्र से ही […]

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प्यार की खुशबू – राजेन्द्र पाण्डेय भाग- 2

Hot Story in Hindi- प्यार की खुशबू – राजेन्द्र पाण्डेय Hot Story in Hindi : दूसरे दिन पापा घर आ गए। उनके आते ही मम्मी ने मायके जाने का मन बना लिया। वह मुझे भी अपने साथ ले जाएगी, यह सोचकर मैं मन ही मन खुश हो रही थी। लेकिन वह मुझे अपने साथ नहीं […]

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