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सच्चा प्रेम – गृहलक्ष्मी कहानियां

शाश्वत ने जैसे ही व्हाट्सएप खोला उसमें किसी अनसेव नम्बर से मैसेज था “शाश्वत जी, मैं मुंबई से निशा..विभावरी की रूममेट हूँ।विभावरी ने खुदकुशी करने की कोशिश की है। बड़ी मुश्किल से बची है ।

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त्रिशंकु – गृहलक्ष्मी कहानियां

‘घर की चहारदीवारी आदमी को सुरक्षा देती है, पर साथ ही उसे एक सीमा में बाँधती भी है। स्कूल-कॉलेज जहाँ व्यक्ति के मस्तिष्क का विकास करते हैं, वहीं नियम-कायदे और अनुशासन के नाम पर उसके व्यक्तित्व को कुंठित भी करते हैं…. बात यह है बंधु, कि हर बात का विरोध उसके भीतर ही रहता है।’

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और प्यार हो गया – गृहलक्ष्मी कहानियां

सुनीता पिछले कुछ दिनों से कुछ अलग सा महसूस कर रही थी।कुछ अजीब सा जो उसे आज तक नहीं हुआ। बत्तीस साल की शादी शुदा ज़िन्दगी में आज तक ऐसा कभी महसूस नहीं किया उसने। अगर कभी दिल में ऐसा कोई एक तरफा ज्वार उठा भी तो उसने उसको अपने अंदर ही दबा दिया।

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अंगूर खट्टे हैं – ईसप की शिक्षाप्रद कहानियाँ

एक लोमड़ी घूमते हुए अंगूर के बगीचे में पहुँची। वहाँ दूर से ही उसे खूब पके हुए पीले-पीले अंगूर दिखाई दिए। अंगूर एकदम रस से भरे हुए थे। देखकर लोमड़ी के मुँह में पानी आ गया, पर मुश्किल यह थी कि अंगूर बहुत ऊँचाई पर थे। उन अंगूरों को पाने के लिए लोमड़ी ने हवा […]

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अंगूर खट्टे हैं – ईसप की शिक्षाप्रद कहानियाँ

एक लोमड़ी घूमते हुए अंगूर के बगीचे में पहुँची। वहाँ दूर से ही उसे खूब पके हुए पीले-पीले अंगूर दिखाई दिए। अंगूर एकदम रस से भरे हुए थे। देखकर लोमड़ी के मुँह में पानी आ गया, पर मुश्किल यह थी कि अंगूर बहुत ऊँचाई पर थे। उन अंगूरों को पाने के लिए लोमड़ी ने हवा […]

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हां, यही प्यार है – गृहलक्ष्मी कहानियां

बहुत दिनों बाद अपने चाचा को घर आया देखकर शुभिका की खुशी का कोई ठिकाना नहीं था। उन्हें पानी का गिलास हाथ में पकड़ाते हुए वो बोली एक ही शहर में रहते हुए भी इतने महीने में आ रहे हैं आप और आज भी चाचीजी को अपने साथ नहीं लाये। यह सुनकर उसके चाचाजी बोले मैं तो तेरी चाची से कह-कहकर थक गया पर वह यहां आने को तैयार ही नहीं हुई। अब वह बिल्कुल बदल गई है। मैं तो बहुत परेशान आ गया हूं।कितने ही डाॅक्टर्स को दिखा चुका हूं।

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मोक्ष – गृहलक्ष्मी लघुकथा

21.09.2017 आज न जाने ऐसा क्या हुआ जब से उसे पढ़ाने बैठा तो पढ़ाने में मन नहीं लग रहा था। हर क्षण यही मन होता उसके रूप-सौंदर्य का पान करता रहूँ… मेरी यह स्थिति देखकर उसने मुझे टोका, – ‘सर! लगता है आज आपका मूड ठीक नहीं है… तो आज छोड़ दीजिए..,’

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सोने के अंडे देने वाली हंसिनी – ईसप की प्रेरक कहानियाँ

एक किसान के खेत के पास ही एक हंसिनी भी रहती थी। एक बार वह किसान घूमता-घूमता हंसिनी का घोंसला देखने गया, तो उसे वहाँ एक अंडा दिखाई दिया, पर वह कोई मामूली अंडा न होकर सोने का था। यह देखकर किसान की खुशी का ठिकाना न रहा। अब तो किसान अक्सर उस हंसिनी के […]

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झगड़ा गधे की छाया का – ईसप की रोचक कहानियाँ

एक बार की बात है, एथेंस में एक युवक ने कहीं जाने के लिए एक गधा किराए पर लिया। गधे का मालिक भी साथ-साथ गया। उस दिन बड़ी भीषण गरमी थी। युवक ने सोचा, थोड़ी देर गधे की छाया में लेटकर आराम करना चाहिए। उसने चादर बिछाई और जमीन पर जहाँ गधे की छाया पड़ […]

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