ऐसे ही प्यार करते रहना-गृहलक्ष्मी की कविता
Aise hi Pyaar Karte Rahna

Hindi Poem: रास्ते कैसे भी हूँ,
तूम साथ चलते रहना.
ऐसे ही प्यार करते रहना.
ऐसे ही प्यार करते रहना.
मेरा कहा ही नहीं,
अनकहा भी सुन लेना.
एक-दूजे के ख़्वाबों को,
साथ मिलकर बुन लेना.
शिकवा-गिला और शिकायत,
करके भी हँस लेना.
कभी हथेली सहलाना,
कभी बाँहों में कस लेना.
जिम्मेदारियां आपस में लेना बाँट,
दुःख के बीच, ख़ुशी के लम्हें लेना छाँट.
उपहार देना न देना,
सम्मान के साथ प्यार देना.
और देते रहना.
सोशल-साइट्स पर तस्वीरे साझा करना,न करना.
पर बातें साझा करना और करते रहना.
एक उम्र के बाद जब लगे,
प्यार कम हो रहा है बीच हमारे,
तो एक बार फिर से सोलह बरस
जैसा प्यार करना.
और एक बार फिर
हमें ही चुन लेना.
कहा ही नहीं
अनकहा भी सुन लेना.
रास्ते कैसे भी हूँ,
तुम साथ चलते रहना.
बस ऐसे ही प्यार करते रहना.
ऐसे ही प्यार करते रहना.

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