Women’s Desire for Her Partner: कोई भी रिश्ता एक नन्हें से पौधे की भांति होता है, जिसे प्यार व सम्मान रूपी खाद व पानी की जरूरत होती है। जब दो लोग एक रिश्ते में जुड़ते हैं तो ना चाहते हुए भी उनके मन में कुछ अपेक्षाएं अपने पार्टनर के लिए पैदा होने लगती है। महिलाओं को लेकर यह मान्यता है कि वे अपने पार्टनर से फाइनेंशियल सिक्योरिटी चाहती हैं। यकीनन महिलाओं के लिए एक रिलेशन में स्टेबिलिटी और फाइनेंशियल सिक्योरिटी काफी मायने रखती है। लेकिन वे सिर्फ और सिर्फ पैसा ही अपने रिलेशन में नहीं चाहती हैं। इसके अलावा भी ऐसी कई चीजें होती हैं, जिनकी चाहत अमूमन महिलाएं अपने पार्टनर से रखती हैं।
उन्हें अपने पार्टनर का टाइम, उनका प्यार, ओपन कम्युनिकेशन जैसी कई चीजें चाहिए होती हैं। इससे उनके रिश्ते में खुशहाली और अंडरस्टैंडिंग बेहतर होती है। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको ऐसी ही कुछ चीजों के बारे में बता रहे हैं, जिनकी चाहत अमूमन महिलाएं अपने पार्टनर से रखती हैं-
इमोशनल सपोर्ट

महिलाएं स्वभाव से अधिक इमोशनल होती हैं और वे अपने रिश्ते में पार्टनर का इमोशनल सपोर्ट चाहती हैं। उनकी इच्छा होती है कि उनका पार्टनर ना केवल कठिन समय के दौरान उनके लिए मौजूद हो, बल्कि वह उनकी भावनाओं को समझे और अगर वे परेशान हैं तो इमोशली उनका सपोर्ट बने। वह एक ऐसा पार्टनर चाहती हैं, जो उन्हें सुन सके व सहानुभूति दे सके, यह उनके लिए अमूल्य है। इमोशनल सपोर्ट उनके बॉन्ड और भी मजबूत करता है और एक ऐसा स्थान बनाता है, जहां दोनों साथी खुद को मूल्यवान समझते हैं। उन्हें यह अहसास होता है कि उन्हें समझा जा रहा है। इसके बिना, एक रिश्ता अकेला और अधूरा महसूस हो सकता है।
सम्मान
किसी भी रिश्ते में सम्मान मौलिक है। महिलाएं भी अपने पार्टनर से सम्मान की आशा रखती हैं। उनका प्रेम कहीं ना कहीं सम्मान से उपजता है। भले ही एक व्यक्ति कितना भी अमीर हो, लेकिन अगर वह महिला का सम्मान नहीं करता है तो महिला उससे भावनात्मक जुड़ाव महसूस नहीं करती हैं। इसमें एक-दूसरे के व्यक्तित्व, विचारों और सीमाओं को स्वीकार करना शामिल है। एक-दूसरे के पर्सनल स्पेस, निर्णयों और मतभेदों का सम्मान करना यह सुनिश्चित करता है कि दोनों व्यक्ति खुद को समान महसूस करें। सम्मान की कमी रिश्ते में नाराजगी व मतभेदों का का कारण बन सकती है।
ओपन कम्युनिकेशन

किसी भी रिश्ते में महिला अपने पार्टनर से ओपन कम्युनिकेशन चाहती है। इससे आपसी समस्याओं को सुलझाने में मदद मिलती है। साथ ही साथ, दोनों पार्टनर एक-दूसरे से बिना किसी झिझक के अपनी जरूरतों व इच्छाओं को आसानी से व्यक्त कर पाते हैं। ओपन कम्युनिकेशन अंतरंगता बनाने की कुंजी है। महिलाएं अक्सर ऐसे पार्टनर से बहुत अधिक प्रेम करती हैं, जो खुले तौर पर और स्पष्ट रूप से संवाद कर सकता है। वह अपने विचारों, भावनाओं और योजनाओं को साझा कर सकता है। ओपन कम्युनिकेशन गलतफहमी को रोकने में मदद करता है और दोनों पार्टनर के बीच भावनात्मक संबंध को मजबूत करता है।
पर्सनल ग्रोथ के लिए सपोर्ट
महिलाएं अपने जीवन में एक ऐसा व्यक्ति चाहती हैं जो उनकी पर्सनल व प्रोफेशनल ग्रोथ को सपोर्ट करें। एक सच्चे पार्टनर के रूप में वह उन्हें अपने पैशन, करियर और पर्सनल ग्रोथ गोल्स को आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करे। वह ना केवल महिला को प्रोत्साहित करे, बल्कि महिला की ग्रोथ के लिए उसे हर तरह से सपोर्ट करे। जो पुरूष अपनी पार्टनर का सबसे बड़ा सपोर्ट सिस्टम बनते हैं, वे महिलाएं अपने पार्टनर की खुशी के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार रहती है। एक-दूसरे के विकास में सहयोग करना एक रिश्ते को संपूर्ण बनाने में योगदान देता है, जहां दोनों पार्टनर अपनी खुशियों को साझा करते हुए आगे बढ़ सकते हैं। सपोर्ट के बिना कोई भी व्यक्ति खुद को दबा हुआ महसूस कर सकता है, जिससे असंतोष पैदा हो सकता है।
साथ में मस्ती करना

एक साथ मौज-मस्ती करना और कुछ एडवेंचर्स एक्टिविटी करना रिश्ते को रोमांचक और ताज़ा बनाए रखता है, फिर चाहे मिलकर कोई नई एक्टिविटी करना हो, किसी नई जगह को एक्सप्लोर करना हो या फिर साथ में ट्रेवल करना हो या बस एक-दूसरे की कंपनी का आनंद लेना हो। इस तरह के पल महिला को बहुत सुख व खुशी का अहसास करवाते हैं और उनके रिश्ते को और भी अधिक मजबूत बनाते हैं। इसके बिना, रिश्ता नीरस हो सकता है और उत्साह की कमी हो सकती है। एक महिला हमेशा ही यह इच्छा रखती है कि वह अपने पार्टनर के साथ उन पलों को जिए व उन पलों में अपने पार्टनर के साथ को महसूस करे, जिसे उसने पहले कभी नहीं जिया है।
जिम्मेदारियों को शेयर करना
एक रिश्ता केवल तभी फलता-फूलता है जब दोनों पार्टनर आपसी जिम्मेदारियों को शेयर करते हैं, फिर चाहे बात घर को मैनेज करने की हो, बच्चों का पालन-पोषण करना हो, या अन्य तरीकों से जिम्मेदारियों को शेयर करना हो, यह रिश्ते में समानता और पार्टनरशिप को दर्शाता है। अमूमन महिलाएं यह चाहती हैं कि वे अपने पार्टनर को फाइनेंशियल सपोर्ट करें और इसलिए वे जॉब करना चाहती हैं। वहीं, दूसरी ओर यह भी इच्छा होती है कि घर के कामों या फिर परिवार की जिम्मेदारियों में पार्टनर भी उतना ही सहयोग करे। जब जिम्मेदारियों को शेयर किया जाता है तो इससे टीम वर्क की भावना पैदा होती है और उनके बीच काम व जिम्मेदारियों के असंतुलन को लेकर नाराजगी को खत्म करने में मदद मिलती है।
