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गामोफोबिया से पीड़ित लोगों में कई लक्षण नजर आने लगते हैं। ऐसे लोग कमिटमेंट करने से डरते हैं। वे किसी भी रिश्ते में बंधना नहीं चाहते। वे रिश्ते को लंबा चलाने में विश्वास नहीं रखते हैं।
Gamophobia Symptoms: आज के समय में कई लोग शादी के नाम से दूर भागते हैं। आप भले ही इसे शादी का डर मानें लेकिन असल में यह एक फोबिया है। इससे पीड़ित शख्स शादी करने में झिझक महसूस करते हैं। ऐसे लोग शादी करने से ही नहीं उसकी कल्पना से भी डरने लगते हैं। मनोवैज्ञानिक रूप से इसे नाम दिया गया है मैरिज फोबिया, जिसे गामोफोबिया कहा जाता है। क्या है यह फोबिया और कैसे ये करता है लोगों को प्रभावित आइए जानते हैं।
ये हैं गामोफोबिया की निशानी

गामोफोबिया से पीड़ित लोगों में कई लक्षण नजर आने लगते हैं। ऐसे लोग कमिटमेंट करने से डरते हैं। वे किसी भी रिश्ते में बंधना नहीं चाहते। वे रिश्ते को लंबा चलाने में विश्वास नहीं रखते हैं। ऐसे में वे कभी भी कोई मजबूत रिश्ता बना ही नहीं पाते हैं। उन्हें लगता है कि शादी करना एक समझौता है, जिसमें कई प्रकार से खुद को एडजस्ट करना पड़ता है। उन्हें किसी के करीब आने से डर लगता है। ऐसे लोगों के मन में हमेशा ठुकराए जाने का डर रहता है। यही कारण है कि गामोफोबिया से पीड़ित लोग रिश्ते तो बनाते हैं, लेकिन उन्हें हमेशा कायम नहीं रख पाते। जैसे ही रिश्ते में उन्हें थोड़ा सा भी समझौता करना पड़ता है या उलझन महसूस होती है, वे उसे तुरंत छोड़ देते हैं। अगर वे किसी के दबाव में आकर शादी कर भी लेते हैं तो भी इसे ज्यादा दिनों तक चला नहीं पाते।
इन रिश्तों को भी प्रभावित कर सकता है फोबिया
गामोफोबिया सिर्फ शादी से ही नहीं जुड़ा है। यह आपके हर रिश्ते को प्रभावित कर सकता है। क्लीवलैंड क्लिनिक की एक स्टडी के अनुसार गामोफोबिया से पीड़ित शख्स को शादी के साथ ही अन्य किसी भी रिश्ते में कमिटमेंट करने से डर लगता है। वह रिश्तों को लेकर कभी भी सहज नहीं रह पाते और हमेशा पूर्वाग्रहों से जूझते रहते हैं। ऐसे में वे किसी भी रिश्ते को ठीक से निभा नहीं पाते। इतना ही नहीं ऐसे लोगों की पढ़ाई, करियर और सोशल रिलेशनशिप भी इससे प्रभावित होते हैं। ऐसे लोग जॉब में समय पर अपना टारगेट भी पूरा नहीं कर पाते हैं।
आखिर क्या है इस फोबिया का कारण
गामोफोबिया के कई कारण होते हैं। इनमें से सबसे प्रमुख हैं आनुवांशिक कारण और सोशल ओरिएंटेशन। कई बार जब बच्चे अपने माता-पिता के बिगड़े हुए रिश्ते देखते हैं तो भी इस फोबिया के शिकार हो जाते हैं। उन्हें लगता है कि शादी उनके दुख का कारण बन सकती है। धीरे-धीरे ये डर फोबिया में बदल जाता है।
कोशिश करने से दूर हो सकता है यह
ऐसा नहीं है कि यह फोबिया जिंदगीभर आपके साथ रहेगा। आपकी कुछ कोशिशें आपको इससे छुटकारा दिला सकती हैं। हालांकि इसके लिए सबसे पहले आपको ये स्वीकार करना होगा कि आप गामोफोबिया के शिकार हैं। अपनी परेशानी को भांपने के बाद आप कॉग्निटिव बिहेवियर थेरेपी ले सकते हैं। इस थेरेपी से आपको सोचने और रिएक्ट करने का गुर सिखाया जाएगा। इससे आपका व्यवहार बेहतर होता है। आपको मानसिक शांति मिलती है। धीरे-धीरे आप रिश्तों को लेकर पॉजिटिव सोचने लगते हैं।
