World Poha Day 2023: बात चाहे इंदौरी पोहे की हो या फिर गुजराती पोहे की, महाराष्ट्र के कांदे पोहे की हो या बिहार के दही पोहे की, पोहा एक ऐसा भारतीय व्यंजन है जो लगभग हर भारतीय की पहली पसंद है। भारत के हर क्षेत्र में पोहे को बनाने का तरीका भले ही अलग हो, लेकिन इसके प्रति प्यार और स्वाद एक जैसा ही है। यही कारण है कि पोहा भारतीयों का फेवरेट नाश्ता है। चपटे चावलों और मसालों से बनने वाला यह व्यंजन न सिर्फ बहुत पौष्टिक है, बल्कि यह पचने में भी आसान है। इसमें डाली गईं सब्जियां और नट्स इसे और भी हेल्दी बनाते हैं। आज विश्व पोहा दिवस यानी वर्ल्ड पोहा डे पर हम आपको बताने जा रहे हैं पोहे से जुड़ी कई अहम बातें।
इसलिए मनाया जाता है विश्व पोहा दिवस

बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक को पोहा पसंद होता है। इंदौरी पोहे दुनियाभर में मशहूर हैं। इसी के साथ यह मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बंगाल और दिल्ली में भी खूब पसंद किया जाता है। हर साल 7 जून को विश्व पोहा दिवस मनाया जाता है। यह दिन पोहे की लोकप्रियता और उसकी पौष्टिकता को समर्पित है। इस हेल्दी नाश्ते को यह दिन समर्पित है। आयरन, हेल्दी कार्बोहाइड्रेट, विटामिन से भरे पोहे ग्लूटेन फ्री होते हैं, जिसके कारण ये आसानी से पच जाते हैं।
पोहा खाने से होते हैं ये फायदे

पोहा नाश्ते के हेल्दी विकल्पों में से एक है। यही कारण है कि लोग इसे अपने नाश्ते या इवनिंग स्नैक का अहम हिस्सा मानते हैं।
1.पचता है आसानी से
पोहे में डायटरी फाइबर होता है। इसमें डाली गई आलू, प्याज, गाजर, मटर, हरी मिर्च जैसी सब्जियों से इसमें फाइबर और जुड़ जाते हैं, जिसके कारण यह सुपर हेल्दी बन जाता है। यही कारण है कि इसे खाने से पेट जल्दी भर जाता है और ज्यादा देर तक पेट भरा हुआ महसूस होने से आपको लंबे समय तक भूख नहीं लगती। फाइबर के कारण पोहा आसानी से पच भी जाता है।
2. वजन घटाने में मददगार
बहुत कम लोग जानते हैं कि पोहा आपकी वेटलॉस जर्नी में मददगार होता है। जी हां, वजन घटाने के लिए यह एक आदर्श व्यंजन है। क्योंकि इसे बनाने में बहुत कम तेल उपयोग में लिया जाता है। फाइबर के कारण थोड़ा सा पोहा खाने से ही आपको लंबे समय तक भूख नहीं लगती। ऐसे में यह ओवर ईटिंग से बचाता है।
3. रक्त शर्करा के स्तर को करता है प्रबंधित
डायबिटीज के मरीज अक्सर चावल खाने से बचते हैं, लेकिन पोहा इनके लिए एक बेहतर विकल्प है। फाइबर से भरपूर पोहा रक्त प्रवाह में चीनी की धीमी और परमानेंट रिलीज को बढ़ाता है। ऐसे में यह रक्त शर्करा के स्तर को बनाए रखने में सहायता करता है। साथ ही अन्य हेल्थ प्रॉब्लम्स को भी कम करता है।
4. ऊर्जा प्रदान करता है
विशेषज्ञों के अनुसार 100 ग्राम पोहे में करीब 70 ग्राम तक हेल्दी कार्बोहाइड्रेट होता है। इसलिए पोहा खाने से आपमें दिनभर एनर्जी बनी रहेगी और ज्यादा एक्टिव रहेंगे।
5. आयरन की कमी दूर करने में सहायक
पोहे में आयरन होता है। जब आप पोहे में नींबू का रस मिलाते हैं तो यह शरीर के पोषक तत्वों को बेहतर तरीके से अवशोषित करने में मददगार बन जाता है। यही कारण है कि यह बच्चों और बुजुर्गों के साथ ही गर्भवती महिलाओं के लिए बेस्ट नाश्ता है।