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भारत में शादी को सबसे बड़े संस्कारों में से एक माना जाता है। बच्चों के बचपन से ही लोग उनकी धूमधाम से शादी करने के सपने संजो लेते हैं। इसमें कोई कमी नहीं छोड़ना चाहते हैं। दुनियाभर में भारत की वेडिंग इंडस्ट्री 130 बिलियन डॉलर के साथ दूसरे नंबर पर आती है।
Wedding Detective Trend: राजा रघुवंशी हत्याकांड ने लोगों को झकझोर दिया है। इस पूरे हत्याकांड की साजिश का आरोप लगा है राजा की नई नवेली दुल्हन सोनम रघुवंशी पर। इससे पहले भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं। जहां ‘प्यार’ की खातिर लोगों ने अपने जीवनसाथी को मौत के घाट उतार दिया है। ऐसे में अब लोग प्राइवेट डिटेक्टिव की मदद से युवक और युवतियों का बैकग्राउंड चेक करवा रहे हैं।
शादी से पहले की नई रस्म

भारत में शादी को सबसे बड़े संस्कारों में से एक माना जाता है। बच्चों के बचपन से ही लोग उनकी धूमधाम से शादी करने के सपने संजो लेते हैं। इसमें कोई कमी नहीं छोड़ना चाहते हैं। दुनियाभर में भारत की वेडिंग इंडस्ट्री 130 बिलियन डॉलर के साथ दूसरे नंबर पर आती है। एक अनुमान के अनुसार भारत में हर साल 80 लाख से एक करोड़ शादियां होती हैं। सजावट से लेकर खाने और शॉपिंग तक सभी यहां बड़े स्तर पर होता है। और अब इसमें जुड़ गया है सबसे जरूरी हिस्सा, जो है होने वाले दूल्हे और दुल्हन की जासूसी करवाना।
पेरेंट्स नहीं लेना चाहते रिस्क
एक समय था जब लोग आस-पड़ोसियों, रिश्तेदारों से होने वाले दूल्हे और दुल्हन की जांच पड़ताल करवाते थे। लेकिन आज के समय में ऐसा कर पाना मुश्किल काम है। यही कारण है कि पुख्ता जानकारी के लिए लोग अब डिटेक्टिव एजेंसियों की मदद ले रहे हैं। पिछले कुछ सालों में ‘प्यार के लिए हत्या’ के बढ़ते मामलों को देखते हुए माता-पिता अब कोई रिस्क नहीं लेना चाहते। वे शादी से पहले लड़के और लड़की की पूरी चरित्र कुंडली देखना चाहते हैं।
ये करती हैं वेडिंग डिटेक्टिव एजेंसियां
आज की बिजी लाइफ में किसी के बारे में सारी जानकारियां पता लगाना एक मुश्किल काम है। ऐसे में डिटेक्टिव एजेंसियांं लोगों की मददगार बन रही हैं। ये एजेंसियां युवक या युवती के आस-पड़ोस, रिश्तेदारों, दोस्तों से लेकर सोशल मीडिया, डेटिंग ऐप्स, आॅफिस, कॉलेज आदि की जानकारियां निकाल लेते हैं। ऐसे में युवक और युवती का बैकग्राउंड काफी हद तक सटीक रूप से पता चल जाता है।
बढ़ रहे हैं मामले
राजा रघुवंशी हत्याकांड के बाद से प्राइवेट डिटेक्टिव एजेंसियों पर शादी से पहले युवक-युवती की जांच के मामले पहले से कहीं ज्यादा आने लगे हैं। जयपुर की मैट्रिक डिटेक्टिव एजेंसी के सुरेंद्र सिंह ने बताया कि पिछले कुछ सालों से डिटेक्टिव एजेंसियों की मदद से माता-पिता रिश्तों से पहले होने वाले दामाद या बहू का बैकग्राउंड चेक करवा रहे हैं। हाल ही में राज रघुवंशी हत्याकांड के बाद पेरेंट्स की चिंता और बढ़ गई है। और अब प्री वेडिंग जांच को लेकर लोग पहले से कहीं ज्यादा सतर्क हो गए हैं। वो बच्चों को लेकर कोई रिस्क नहीं लेना चाहते।
आता है इतना खर्च
जानकारी के अनुसार पेरेंट्स अब वेडिंग डिटेक्टिव के खर्च को भी शादी के खर्च का हिस्सा मान रहे हैं। उनका कहना है कि बच्चों से ज्यादा जरूरी रुपए नहीं हैं। प्री-वेडिंग स्पाइंग का खर्च बहुत ज्यादा नहीं है। 25 हजार से एक लाख रुपए तक में आप इन डिटेक्टिव एजेंसियों से जांच करवा सकते हैं।
