Sonam Raghuwanshi Case: इंदौर के एक आम से परिवार में 11 मई 2025 की सुबह बेहद खास थी। राजा रघुवंशी और सोनम रघुवंशी का विवाह संपन्न हुआ था। रिश्तेदारों की भीड़, दोस्तों की बधाइयां और बेहद खुशहाल माहौल … सब कुछ वैसा ही था जैसा किसी भी आम घर की शादी में होता है। किसी को जरा भी अंदेशा नहीं कि ये शादी कुछ ही हफ्तों में राष्ट्रीय सुर्खियों का हिस्सा बन जाएगी।
विवाह के नौ दिन बाद ही यानी 20 मई को सोनम और राजा अपने हनीमून के लिए मेघालय रवाना हो गए। खूबसूरत पहाड़ों, झरनों और हरियाली से भरे इस राज्य को सोनम ने खुद चुना था। टिकट से लेकर होटल तक की सारी बुकिंग उसने अपने नाम से की थी। लेकिन पुलिस अब कहती है कि यहीं से उसने अपनी साजिश का ताना-बाना बुनना शुरू कर दिया था।
इंदौर के राजा रघुवंशी और सोनम रघुवंशी की हनीमून ट्रिप
23 मई को यह जोड़ा मेघालय के प्रसिद्ध नोंग्रियाट गांव पहुंचा, जहां का डबल डेकर लिविंग रूट ब्रिज पर्यटकों के बीच बेहद लोकप्रिय है। यह स्थल अब एक जघन्य अपराध का मूक गवाह बन चुका है। उस दिन के बाद दोनों अचानक लापता हो गए। परिजनों को पहले लगा शायद नेटवर्क न हो, लेकिन जब अगले दिन यानी 24 मई को उनकी किराए पर ली गई स्कूटी एक सुनसान इलाके में लावारिस मिली, तो चिंता गहरी हो गई।
पुलिस हरकत में आई। लापता रिपोर्ट दर्ज हुई। 25 से 31 मई के बीच एक बड़ा सर्च ऑपरेशन चलाया गया। सोनम और राजा की तलाश में स्थानीय प्रशासन, बचाव दल और मीडिया जुट गए। इस केस ने एक रोमांचक मोड़ ले लिया। मीडिया इसे “लापता हनीमून कपल” के नाम से रिपोर्ट करने लगा।
जून में सच्चाई धीरे-धीरे सामने आने लगी। 2 जून को पुलिस को वेईसावडॉन्ग वॉटरफॉल के पास एक गहरी खाई में एक शव मिला। हालत इतनी खराब थी कि पहचान करना मुश्किल था। लेकिन शव के हाथ पर खुदे ‘राजा’ टैटू ने सच्चाई बता दी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने पुष्टि कर दी कि राजा की हत्या की गई थी। लकड़ी काटने के औजार से उसके सिर पर गहरी चोट के निशान थे और उसे ऊंचाई से फेंका गया था। अभी तक भी शक की सुई सीधे सोनम की तरफ नहीं घूमी थी। वो विक्टिम ही लग रही थी।
गाजीपुर में मिली सोनम रघुवंशी
3 से 5 जून के बीच सोनम की लोकेशन का कोई पता नहीं चला। उसका इस तरह गायब हो जाना पुलिस की परेशान कर रहा था। अब 9 जून की सुबह उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले से चौंकाने वाली खबर आई। सोनम रघुवंशी को एक ढाबे से गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस का कहना है कि उसने आत्मसमर्पण किया, लेकिन यह भी सामने आया कि वह लगातार छुपते-छुपाते गाजीपुर पहुंची थी। उसे मेडिकल जांच के बाद पुलिस रिमांड पर लिया गया और पूछताछ शुरू हुई।
यहीं से खुला उस साजिश का असली चेहरा, जिसने इस कहानी को एक प्रेम-त्रिकोण की खतरनाक गहराइयों तक पहुंचा दिया। इंदौर के ही एक युवक राज कुशवाहा का नाम इस मामले में सामने आया। पुलिस जानकारी के अनुसार, सोनम और राज पहले से प्रेम संबंध में थे। सोनम ने अपने परिवार के दबाव में राजा से शादी की थी, लेकिन वह राज के संपर्क में बनी रही। धीरे-धीरे दोनों ने राजा को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। मेघालय का हनीमून ही इस हत्या की पृष्ठभूमि बना।
मेघालय की डीजीपी ने किया खुलासा
मेघालय की डीजीपी, आई. नोंगरंग ने 9 जून को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस पूरे मामले का खुलासा किया। उन्होंने इस हत्या को “सुपारी किलिंग” की संभावना से भी जोड़ा और बताया कि जांच अब और गहराई से की जा रही है। इंदौर वाले राज कुशवाहा को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और अब दोनों से पूछताछ की जाएगी कि क्या किसी और ने इस साजिश में मदद की थी।
यह मामूली हत्या नहीं…
यह घटना सिर्फ एक हत्या की नहीं है, बल्कि विश्वासघात, लालच और योजनाबद्ध साजिश का चेहरा भी है। एक मासूम-सा दिखने वाला हनीमून, जहां जिंदगी की नई शुरुआत होनी थी, वहां किसी की ज़िंदगी को बेरहमी से खत्म कर दिया गया। सोनम रघुवंशी, एक नई दुल्हन, जो अब देश की सबसे चर्चित संदिग्ध हत्यारिन के रूप में पहचानी जा रही है। और राजा… एक ऐसा पति, जो शायद आखिरी पल तक यही सोचता रहा होगा कि वह अपनी पत्नी के साथ जिंदगी के सबसे खूबसूरत लम्हों को जी रहा है।
