Pets Nutrition: आजकल ज्यादातर लोग पेट्स पालते हैं, जिसमें अधिकतर लोगों के घरों में डॉग होते हैं। डॉग्स न केवल आपका फेमिली मेंबर बनकर रहता है बल्कि ये आपकी फिजिकल और मेंटल हेल्थ को भी प्रमोट करता है। डॉग बेहद बेहद प्यारे होते हैं। हालांकि डॉग पालना और उनकी देखरेख करना आसान नहीं होता। खासकर उनकी डाइट की देखभाल करना महत्वपूर्ण है। उन्हें हमेशा पालतू जानवरों के अनुकूल खाना देना चाहिए ताकि कोई भी बीमारी उन्हें परेशान न कर सके। कई बार पेट्स ओनर उन्हें अपना खाना खिला देते हैं जो जानवरों के लिए काफी हानिकारक हो सकता है। हमारे खाने में ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो आपके पालतू जानवर का पेट खराब कर सकते हैं। कई फूड आइटम्स पेट्स के लिए खतरनाक हो सकते हैं जिनसे दूरी बनाना बेहद जरूरी है। तो चलिए जानते हैं कुछ ऐसे ही फूड आइटम्स के बारे में।
ग्लूटामाइन

एक कुत्ते के पाचन तंत्र को रिफाइंड फ्लार यानी की मैदा खराब कर सकता है। आपको अपने पालतू जानवरों से गेहूं आधारित चपातियां और बिस्कुट को दूर रखना चाहिए। इससे उन्हें दस्त, पेट दर्द और अन्य समस्याएं परेशान कर सकती हैं। इसके अलावा मैदा या ग्लूटामाइन का सेवन करने से छोटी आंत में सूजन भी हो सकती है।
चीनी

अन्य टिपिकल हाउसहोल्ड सामान जो कुत्तों के लिए खतरनाक हो सकता है, वह है स्वीटनर या चीनी। बिस्कुट में चीनी शामिल होती है जो कैनाइन डायबिटीज, अधिक वजन और यहां तक कि दांतों के खराब होने का कारण भी बन सकती है। कई लोग अपने डॉग्स को पीनट बटर खिलाते हैं। आपको बता दें कि पीनट बटर में मौजूद स्वीटनर लिवर फेलियर का कारण बन सकती है। पालतू जानवरों के अनूकूल फल या सब्जियों में पाई जाने वाली नेचुरल शुगर खाने के लिए सुरक्षित होती हैं। नेचुरल शुगर कुत्तों को भी एनर्जी देने का काम करती है। एक हाई शुगर डाइट उनके ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा सकती है। जो उनके सिर में सूजन का कारण बन सकती है।
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नमक

पालतू जानवरों के लिए फुल और बैलेंस्ड डाइट में 1 प्रतिशत से भी कम नमक होना चाहिए। बाजार में मिलने वाले पेट्स फूड में हल्का नमक होता है ताकि आपके कुत्ते को स्वाद और प्यास लगे। यानी उनके खाने में पर्याप्त मात्रा में नमक होता है। उनके खाने में ऊपर से डाला गया नमक हाई बीपी और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं जैसे पेट के कैंसर, स्ट्रोक और हार्ट डिजीज में योगदान कर सकता है।
वेजिटेबल ऑयल

ज्यादातर वेजिटेबल ऑयल कॉर्न और सोयाबीन से बनते हैं। यदि अधिक मात्रा में वेजिटेबल ऑयल को पेट्स के खाने में शामिल किया जाता है, तो यह सूजन को ट्रिगर कर सकता है। ये आपके कुत्ते के जोड़ों को नुकसान पहुंचा सकता है। कूल्हे और जोड़ों के दर्द को बढ़ा सकता है और गठिया का कारण बन सकता है। ऑयल की अपेक्षा कॉर्न और सोया का आटा कुत्तों के लिए बेहतर माना जाता है।
ब्रीड के अनुसार होती है डाइट

हर कुत्ते की ब्रीड अलग होती है तो जाहिर सी बात है कि उनका खाना एक जैसा कैसे हो सकता है। पेट्स ओनर को ये ध्यान रखना चाहिए कि हर कुत्ते का पाचन तंत्र एक समान नहीं होता। उन्हें उनकी ब्रीड के अनुसार पौष्टिक आहार देना चाहिए। कुत्ते को स्वस्थ, ऊर्जावान और खुश रखने के लिए जरूरी है कि उसे सही मात्रा में पोषक तत्व दिए जाने चाहिए।
पेस्टिसाइड से बचाएं

हमारी तरह पेट्स भी पेस्टिसाइड और हर्बिसाइड्स के खतरे से बच नहीं सकते। ये शरीर में पहुंचकर आंतरिक रूप से अंगों को क्षति पहुंचाते हैं। इसके अलावा ये स्किन, एलर्जी और इम्यून सिस्टम को भी हानी पहुंचा सकते हैं। इसलिए अपने पेट्स का खाना चुनते समय ध्यान रखें कि वे नॉन-जीएमओ होना चाहिए। लेकिन किसी भी प्रकार की डाइट बदलने से पहले पशु चिकित्सक से सलाह जरूर लें।
