बहुत ज़रूरी है बच्चों का मेंटली हेल्दी होना
बच्चों को मानसिक रूप से मजबूत बनाना जरूरी है, तभी वो आगे जाकर जिंदगी की मुश्किलों का आसानी से सामना कर सकेंगे और एक बेहतर नागरिक साबित होंगे।
Mental Health Solutions: माता-पिता बनाना इस दुनिया के सबसे सुखद अनुभवों में से एक है, लेकिन बच्चों की सही परवरिश करना हर माता-पिता के लिए एक बड़ी चुनौती रहती है। इसके लिए बच्चों की फिजिकल हेल्थ के साथ ही मेंटल हेल्थ पर ध्यान देना भी जरूरी है। बहुत से लोग फिजिकल हेल्थ पर तो बहुत ध्यान देते हैं, लेकिन वे बच्चों की मेंटल हेल्थ को पूरी तरह से नज़रअंदाज कर देते हैं। इसी वजह से बच्चे एंग्जाइटी और डिप्रेशन जैसी गंभीर स्थिति का शिकार भी हो जाते हैं। बच्चों को मानसिक रूप से मजबूत बनाना जरूरी है, तभी वो आगे जाकर जिंदगी की मुश्किलों का आसानी से सामना कर सकेंगे और एक बेहतर नागरिक साबित होंगे। कई ऐसे तरीके हैं जिन्हें अपनाकर आप अपने बच्चे के मेंटल हेल्थ को कुछ ही दिन में बूस्ट कर सकते हैं। चलिए जानते हैं ये तरीके-
बातचीत करने का मौका दें

बच्चे को बचपन में सिखाई गई आदतें जिंदगीभर उसके साथ रहती हैं। आजकल की लाइफस्टाइल काफी तनावपूर्ण हो गई है, इसीलिए बच्चों को बचपन से ही मजबूत बनाने की तैयारी करनी चाहिए। इसके लिए बच्चे को बातचीत करने का मौका दें। उन पर बचपन से ही छोटी-छोटी जिम्मेदारियां सौंपे और उन्हें खुद उनकी परेशानियां हल करने दें।
अच्छे रोल मॉडल बनें

बच्चे माता-पिता को ही फॉलो करने का प्रयास करते हैं। अगर आप घर ऑफिस का तनाव घर लेकर आएंगे और चिड़चिड़ाएंगे, तो बच्चे भी आपको देखकर इसी तरह का व्यवहार करेंगे। बच्चे देखकर बहुत कुछ सीखते हैं। वे अपने माता-पिता को जैसा देखेंगे, वैसा ही बर्ताव करेंगे। इसलिए उनके सामने हमेशा खुश रहें।
उनकी मनोदशा को समझें

कई बार बच्चे स्कूल या मोहल्ले में किसी बात को लेकर परेशान रहते हैं, लेकिन डर की वजह से वो पैरेंट्स को अपनी परेशानी नहीं बता पाते। अकेलेपन में वो डिप्रेशन में भी आ सकते हैं। ऐसे में आप बच्चे की मनोदशा समझने की कोशिश करें। उसको प्यार से हैंडल करें, ताकि वो आपके साथ अपनी परेशानी शेयर कर सके।
साथ में समय बिताएं

आप बच्चों के साथ रोजाना कुछ वक्त बिताएं। उनके साथ शाम को टहलें, बातें करें, कहानी सुनाएं, ब्रेन गेम खेलें। यह समझने की कोशिश करें कि वह क्या चाहता है। इसके बाद आप अपने काम या बर्ताव से उसे सही दिशा देने की कोशिश करें। बच्चे को महसूस होना चाहिए कि आप उसकी बातों को गंभीरता से सुनते हैं। इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ता है।
सकारात्मकता पैदा करें

नकारत्मक विचारों का बच्चों के दिमाग पर खराब असर होता है और यह उनकी जीवनभर के व्यक्तित्व पर प्रभाव डालता है। इसलिए कोशिश करें कि बच्चों को नकारात्मक विचारों से दूर रखें। उन्हें ऐसे लोगों के बीच नहीं रहने दें, जो हमेशा उनकी कमियां निकालते हैं। आप भी उनकी तुलना दूसरे बच्चों से कभी ना करें क्योंकि हर बच्चा अपने आप में खास होता है। कई बार परीक्षा में अच्छे नंबर नहीं आने से या किसी और काम में अच्छा रिजल्ट नहीं लाने से पैरेंट्स उनको डांटते हैं और बहुत कुछ बुरा भला कह देते हैं। याद रखिये आपकी हर एक बात का बच्चे के दिमाग पर गहरा असर होता है।
तो आप भी अपने बच्चे को मेंटली स्ट्रांग बनाने के लिए इन तरीकों पर काम करना शुरू कर दीजिए।