मॉडर्न पेरेंट्स इन तरीकों से कर रहे हैं बच्चों की अच्छी परवरिश
आज के पेरेंट्स अपने बच्चों की परवरिश अलग तरीके से कर रहे हैं, जिसमें वे सिर्फ पढ़ाई और अच्छी आदतों पर ही फोकस नहीं करते हैं, बल्कि समय की मांग के अनुसार बच्चे को जरूरी बातें भी सिखाते हैंI
Modern Parenting Styles: पुराने जेनरेशन के लोगों को ऐसा लगता है कि वे जिस तरह से अपने बच्चों की परवरिश करते थे, उन्हें छोटी-छोटी चीजें सिखाते थे, आज की जेनरेशन उन तरीकों को भूल गई हैI उनकी तुलना में आज की जेनरेशन अपने बच्चों की अच्छी परवरिश नहीं कर रही हैI पर इस बात में बिलकुल भी सच्चाई नहीं है क्योंकि असल में आज की जेनरेशन कई मामलों में अपने माता-पिता के तुलना में बच्चों की अच्छी परवरिश कर रहे हैंI
दरअसल हर जेनरेशन का अपना सोचने और रिश्तों को निभाने का अलग तरीका होता हैI आज के पेरेंट्स अपने बच्चों की परवरिश अलग तरीके से कर रहे हैं, जिसमें वे सिर्फ पढ़ाई और अच्छी आदतों पर ही फोकस नहीं करते हैं, बल्कि समय की मांग के अनुसार बच्चे को जरूरी बातें भी सिखाते हैं और सभी विषयों पर खुलकर बात करना पसंद करते हैंI आइए जानते हैं कि आज की जेनरेशन कैसे पुराने समय के पेरेंट्स से बेहतर परवरिश कर रहे हैं और कौन से तरीके अपना रहे हैंI
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बच्चों के संपूर्ण विकास पर देते हैं ध्यान

आज के मॉडर्न पेरेंट्स अपने बच्चे के संपूर्ण विकास पर ध्यान देना पसंद करते हैंI वे अपने बच्चे को सिर्फ पढ़ाई में ही अच्छा बनाने की कोशिश नहीं करते हैं, बल्कि बच्चे के भावनात्मक स्वास्थ्य पर भी ध्यान देते हैंI बच्चे की पढ़ाई के साथ-साथ अन्य स्पोर्ट्स और एक्स्ट्रा कर्रिकुलर एक्टिविटी भी सिखाना पसंद करते हैंI
सभी विषयों पर करते हैं खुलकर बात

आज के पेरेंट्स बच्चों से किसी भी विषय पर बातचीत करने में हिचकिचाते नहीं हैं और ना ही बच्चों को डांट कर उनकी जिज्ञासा को शांत कर देते हैंI वे अपने बच्चों से हर विषय पर बात करना पसंद करते हैं और खुद से पहल करके भी बच्चों को जरूरी व उपयोगी बातें बताते हैं, ताकि उनका बच्चा दूसरी जगहों से गलत जानकारी ना प्राप्त करेंI
मानसिक स्वास्थ्य पर देते हैं खास ध्यान

आज के पेरेंट्स इस बात को अच्छी तरह से समझते हैं कि शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ बच्चों की मानसिक स्वास्थ्य पर भी ध्यान देना जरूरी होता हैI वे बच्चों की इमोशनल हेल्थ के लिए घर में एक खुशनुमा और सकारात्मक माहौल बनाने की कोशिश करते हैंI साथ ही अगर उन्हें ऐसा महसूस होता है कि उनके बच्चे को किसी एक्सपर्ट या फिर थेरेपिस्ट की मदद की जरूरत है, तो उनसे मिलने में भी नहीं हिचकिचाते हैंI
पेरेंटिंग में करते हैं टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल

मॉडर्न पेरेंट्स ये बात भी जानते हैं कि बच्चों के विकास और उनकी सुरक्षा के लिए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करना जरूरी है, ताकि वे दूर रखकर भी अपने बच्चों पर नजर रख सकें और यह सुनिश्चित कर सकें कि उनका बच्चा सुरक्षित हैI
बॉडी पॉजिटिविटी को देते हैं बढ़ावा

आज के पेरेंट्स बच्चे के रंग-रूप से ज्यादा उसके टैलेंट को महत्व देते हैं और बच्चों को भी यही सिखाते हैं कि हर इंसान एक समान हैI सबकी अपनी खासियत होती है, इसलिए उन्हें कभी भी किसी के रंग-रूप के आधार पर भेदभाव नहीं करना चाहिएI
