Generation G Relationship: सोशल मीडिया या कहें कि जेन जी ने हर चीज की परिभाषा ही बदल दी है। जेन जी ने फैशन के साथ-साथ रिलेशनशिप को भी मॉर्डन बना दिया है। जेन जी के अनुसार रिलेशनशिप का मतलब अब कॉम्प्रोमाइज या घुट-घुट कर किसी को झेलना नहीं है। अगर आपको एक-दूसरे का साथ पसंद नहीं आ रहा है तो लेफ्ट स्वाइप करके आगे बढ़ें। यह अपने माता-पिता या पुराने जेनेरेशन की तरह एक ही रिलेशनशिप को लंबा लेकर चलने में विश्वास नहीं करते वह आज में जीने में विश्वास करते हैं और सोचते हैं कि जीवन केवल आज में ही है। जेन जी काफी प्रैक्टिकल हो गई हैं। उन्हें टॉक्सिक रिलेशनशिप से ज्यादा नाटो डेटिंग पसंद आ रही है। नाटो डेटिंग का अर्थ है, ‘नॉट अटैच्ड टू एन आउटकम।
नाटो डेटिंग के अंतर्गत रिलेशनशिप में आने वाले कपल बिना भविष्य की चिंता किए बिना एक-दूसरे के साथ रहते हैं। एक रिलेशन में आते हैं, जहां वह एक रिलेशनशिप में रहने का अनुभव कर सकें। डेटिंग ऐप टिंडर की रिपोर्ट के अनुसार भारत में 18-25 साल तक के युवा अभी भी अपने रिलेशनशिप स्टेट्स एक्सप्लोर ही कर रहे हैं। ऐसे में वह किसी एक इंसान के साथ ज्यादा समय तक नहीं रहते। वह नए-नए लोगों से मिलते हैं, अपने रिश्ते और साथ ही खुद को भी एक्सप्लोर करते हैं। पहली नजर का प्यार जेन जी को समझ नहीं आता है। वह पार्टनर को चुनने से पहले बहुत कुछ उसके बारे में जानना चाहते हैं ताकि अंत में वह एक सही फैसला लें सके।
किसी को देखकर आकर्षित होना और फिर धीरे-धीरे प्यार में पड़ना और उसी के बारे में सोचते रहना अब पुरानी बात हो गई है। अब कपड़े और मोबाइल की तरह आश्कि भी कुछ समय में ही पुराने हो जाते हैं। आजकल की जेनरेशन रिलेशनशिप को लंबा समय नहीं देना चाहती है। नाटो डेटिंग के जरिए जेन जी खूबसूरत अंजाम से ज्यादा खूबसूरत सफर को तवज्जो देती है। नाटो डेटिंग की बात करते हुए मुझे घड़ी डिटर्जेंट पाउडर के विज्ञापन का टैगलाइन याद आ गया ‘पहले इस्तेमाल करें फिर विश्वास करें। आज के समय की यही मांग हो गई है कि पहले सामने वाले को इस्तेमाल करके फिर उसके साथ जीवन आगे बढ़ने का विचार करते हैं।
Also read: वन साइड रिलेशनशिप से ऐसे करें मूव: One Sided Relationship

रिलेशनशिप मैगी की तरह फटाफट बनने वाली नूडल्स नहीं है जो फट से बन जाए और खाकर आपकी भूख मिट जाए। रिलेशनशिप समय के साथ एक-दूसरे के प्रति समर्पण भी मांगता है। नाटो डेटिंग में एक-दूसरे से जुड़ने के साथ भावनाएं भी जुड़ जाती हैं और जो भावनात्मक रूप से कमजोर होते हैं उनके दिल के तार टूट जाते हैं और फिर किसी से जुड़ने के लिए तैयार नहीं होते हैं।
रिलेशनशिप में आजादी

आजकल के युवा को अपनी आजादी से सबसे ज्यादा प्रेम है। उन्हें किसी भी चीज में रोक-टोक पसंद नहीं है। वह रिलेशनशिप में भी किसी के ईशारों पर नहीं चलना चाहते हैं। उन्हें स्वतंत्र रहना पसंद है। वह हर तरह से अपने आपको स्वतंत्र रखकर जिंदगी का आनंद उठाना चाहते हैं। इसलिए उन्हें नाटो डेटिंग का कॉन्सेप्ट पसंद आ रहा है।
प्यार में नहीं पड़ना दोबारा
जिनको प्यार में धोखा मिल चुका है या जो किसी कारण एक-दूसरे से अलग हो गए हैं। वह इस तरह की डेटिंग के जरिए अपने गम को कुछ समय के लिए भूलाकर जीवन जीना चाहते हैं। उनको पता है कि वह कुछ पल के लिए अपने आपको व्यस्त रखकर खुश रहते हैं। आज के समय को देखते हुए मनोवैज्ञानिक और कला चिकित्सक ख्याति कांजी कहती हैं, ‘जेन जी, हर पल को जब्त करना चाहते हैं, यादगार अनुभव बनाना चाहते हैं और हर कदम का अनुभव करने के साथ आने वाली स्वतंत्रता और हल्केपन का आनंद लेना चाहते हैं। वह पहले की तरह बने बनाए नियम पर नहीं चलना चाहते हैं। हमारे समाज में शुरुआत से विवाह के पारंपरिक तरीके को प्राथमिकता दी गई थी, कांजी बताते हैं कि जेन जी का शादी करना या बच्चे पैदा करना उनका सर्वोच्च लक्ष्य नहीं है। वे अपने आपको पुराने ढर्रे में नहीं ढ़ालना चाहते हैं।
कोरोना महामारी ने लोगों को भावनात्मक रूप से भी मजबूत बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ा है। लोगों ने चंद मिनटों में अपनी पूरी दुनिया उजड़ती हुई देखी है। जेन जी कोरोना के दौरान जिंदगी के बहुत से सबक सीख लिए हैं। वह अब प्रयोगात्मक चीजों में विश्वास करते हैं और आज में जीते हैं। जीवन में उनकी प्रमुखता पैसे और मानसिक शांति है। नाटो डेटिंग वह यही सोच करते हैं कि कुछ समय के लिए उन्हें कोई ऐसा शख्स मिल जाएगा जिसके साथ वह कुछ समय के लिए आनंद के पल बिता लें। जेन जी एक बहुत महत्वाकांक्षी पीढी है। ये हर चीज के लिए अपने आपको खुला रखते हैं। रिलेशनशिप में भी इनको खुलापन पसंद है। पुरानी पीढ़ी को शादी के बाद होने वाली परेशानियों को देखते हुए आज की पीढ़ी स्वतंत्र रूप से रिलेशनशिप में आना पसंद कर रही हैं। उन्हें जिम्मेदारियों के बोझ तले दबना पसंद है।
ऐसा नहीं है कि हर कोई इस डेटिंग आइडिया को अपना रहा है। 23 वर्षीय विशाल का कहना है कि नाटो डेटिंग का आइडिया मुझे समझ नहीं आता है। मुझे आज भी वह पुराने समय वाला ही रिलेशनशिप रास आता है। किसी लड़की को पसंद करना फिर उसे परिवार वाले से मिलाना, फिर उनको शादी के लिए रजामंदी करना और परिवार बसाना। 41 वर्षीय रूपा का कहना है कि समय के साथ हर चीज में बदलाव आता है। इस बदलाव के सकारात्मक कम नकारात्मक ज्यादा है। भावनाओं को ठेस पहुंचता है। समाज पूरी तरह इसे स्वीकार नहीं कर रहा है। लेकिन डेटिंग ऐप की रिपोर्ट के मुताबिक जेन जी को नाटो डेटिंग काफी रास आ रही है।
इसके फायदे

- इसमें कोई दिखावा नहीं होता, भविष्य के लिए कोई योजनाएं नहीं होती। कमिटमेंट नहीं होता है। अगर एक-दूसरे को साथ पसंद आ रहा है तो बनें रहें नहीं तो लेफ्ट करिए।
- रिलेशनशिप में बने रहना का कोई दबाव नहीं होता। इस तरह के डेटिंग उनके लिए फायदेमंद हैं, जिनकी प्राथमिकताएं रिलेशनशिप के अलावा और भी बहुत कुछ है, जो दूसरों की वजह से अपने आपको बदलना नहीं चाहते हैं।
नुकसान
जिम्मेदारियों के बोझ से दूर यह एक सुखद डेटिंग होने के साथ यह दुखद अनुभव भी है। इस स्थिति में अगर सावधानी से ना चला जाए तो जख्मी होने का खतरा बेहद अधिक होता है। मुश्किल तब आती है कि जब इसमें शामिल 2 लोगों में से किसी एक की भावनाएं गंभीर होने लगे और अपने आपको कमिटमेंट समझने लगे। एक अभिभावक होने के नाते आपको अपने बच्चे को सही गलत के बारे में जरूर जानकारी देनी चाहिए।
