Benefits of using conch at home
हिन्दू धर्म में शंख का बहुत ज्यादा महत्व है शंख की आवाज में एक अलग ही ताकत होती है जो घर के अन्दर नकारात्मक ऊर्जा को आने से रोकती है साथ ही घर के मंदिर में रखा गया शंख घर में सुख शांति लाकर घर के लोगों के लिए सफलता के दरवाजे खोलता हैं| इंसान तो क्या देवता भी शंख के बिना खुद को अधूरा ही पाते है| विष्णु पुराण में लिखा है की शंख में माता लक्ष्मी का वास होता है इसलिए विष्णुजी इसको धारण करते है|
हिन्दू धर्म में शंख (conch) का बहुत ज्यादा महत्व है शंख की आवाज में एक अलग ही ताकत होती है जो घर के अन्दर नकारात्मक ऊर्जा को आने से रोकती है साथ ही घर के मंदिर में रखा गया शंख घर में सुख- शांति लाकर घर के लोगों के लिए सफलता के दरवाजे खोलता है| इंसान तो क्या देवता भी शंख के बिना खुद को अधूरा ही पाते है| विष्णु पुराण में लिखा है की शंख में माता लक्ष्मी का वास होता है इसलिए विष्णुजी इसको धारण करते है| भारत में भिन्न भिन्न शंख के प्रकार पाय जाते हैं |
घर में कोई भी शंख रखने से पहले ये जानना बहुत जरुरी है की शंख कितने तरह के होते है और किस शंख से क्या लाभ होता है| ये लेख एक छोटा सा प्रयास है शंख से जुड़ी जानकारी देने का|
शंख के प्रकार : हिन्दू धर्म में दस प्रकार के शंखो के बारे में बताया गया है जो कि ये है

कामधेनु शंख
ये बहुत ही दुर्लभ होता है और आसानी से नहीं मिलता है| इसका आकार गाय के मुख जैसा होता है| इसलिए इसको कामधेनु शंख कहते है| इस शंख की पूजा करते समय जो भी आप कल्पना करेगे वो तुरंत ही पूरी होती है|

गणेश शंख
ये शंख भगवान गणेश के मुख के समान होता है ये काफ़ी आसानी से मिल जाता है और बहुत ही शुभ माना जाता है | और धन व बुद्धि देता है|

अन्नपूर्णा शंख
ये माता अन्नपूर्णा का प्रतीक माना जाता है इसको घर की रसोई में रखने से घर में हमेशा अन्न भंडार भरे रहते है इसमे दूध भरकर घर में चारों कोनों में डालने से वास्तु दोष दूर होता है|

मोती शंख
स्वास्थ्य व आयु को सुरक्षित रखने के लिए घर के मंदिर में सफ़ेद कपड़े पर मोती शंख रखे ये शंख मोती के तरह सफ़ेद तो होता ही है साथ ही उस पर कहीं—कहीं कुदरती मोती भी चिपके होते है|

विष्णु शंख
विष्णुजी के द्वारा धारण किया गया शंख विष्णु शंख कहलाता है इसको घर के मंदिर में रखने और पूजा करने से धन की बरकत होती है|

ऐरावत शंख
ये शंख वास्तु और स्वास्थ्य दोनों को सही करता है इसका आकार हाथी की उठी सुंड जैसा होता है इस शंख को घर के मुख्य दरवाजे पर लगाने से घर के सभी दोष दूर हो जाते है व नकारात्मक ऊर्जा घर में नही आती है।

पौंड्र शंख
ये शंख मन और मष्तिस्क को शांत करता है और याददाश्त को बढाता है इस शंख को बच्चों की पढ़ने वाली मेज पर रखना चाहिए|

मणिपुष्पक शंख
ये शंख रोजगार में उन्नति कराता है इसलिए इसको आफिस या दुकान यानि अपने कार्य स्थल पर साफ़ जगह पर पानी भरकर रखे और उस पानी को सुबह-सुबह अपने कार्य स्थल पर चारों कोनों में डाल दे|

देवदत्त शंख
अगर आप जीवन में हर जगह हार रहे कोई भी काम आपका नहीं बन पा रहा है रूकावट आती ही जा रही है तो घर के मंदिर में शुभ महूर्त में देवदत्त शंख लाकर स्थापित करे व इसकी रोज सुबह पूजा करें। ये शंख दुर्भाग्य को दूर करता है महाभारत में महावीर अर्जुन ने इस शंख की पूजा करके कुरुक्षेत्र के मैदान में कौरवों से लडाई करने से पूर्व इसको बजाया था और अपने विजय पाई थी|

दक्षिणावर्ती शंख
इस शंख को भगवान विष्णु का शंख कहते है, इसकी खास बात यही होती है की जहां सारे शंख बायीं ओर खुलते है वही दक्षिणावर्ती शंख दायी ओर खुलता है और इस शंख को घर में रखकर पूजा करने से सब तरह के सुख की प्राप्ति होती है|
घर में शंख बजाने के लाभ
- पूजा में शंख बजाने से वातावरण शुद्ध हो जाता है, इसको बजाने से नकरात्मक ऊर्जा दूर होती है, मन की उदासी दूर होती है और सकारात्मक भाव आते है जो की मन में जोश को बढ़ाते है|
- विज्ञान भी इस बात को मानता है की अगर शंख को सही तरह से बजाया जाता है तो वातावरण में व्याप्त घातक जीवाणु और कीटाणु उस जगह से कोसों दूर चले जाते है जहां पर शंख बजाया जाता है कई शोध करने के बाद ही विज्ञान ने इस बात को माना है और कहा है की शंख की आवाज में इतनी ताकत होती है की उसके कंपन से धरती भी हिलने लग जाती है| पुराणों में बताया गया है की प्राचीन समय में जो भूमि बंजर होती थी उस भूमि के ऊपर विशेष पूजा-पाठ, जाप और कई दिनों तक लगातार शंखनाद करके उस सोई हुई बंजर भूमि को जगाया जाता था और इस तरह से एक बंजर भूमि को उपजाऊ बनाया जाता था|
- शंख के अंदर पानी रखकर पीने से शरीर व दांत मजबूत होते है| क्योंकि शंख में कैल्शियम, फास्फोरस व गंधक के गुण पाये जाते है जिससे शरीर को ताकत मिलती हैं|
- शंख बजाने से फेफड़े मजबूत होते है चरक सहिता में लिखा है की अस्थमा के रोगियों को रोज शंख बजाना चाहिए|
- शंख को अगर घर के मुख्य दरवाजे पर रखा जाये तो उस घर का वास्तु दोष तो दूर होता ही है साथ ही उस घर के लोगों का जीवन भी हर तरह के सुखों से हरा-भरा होता है| ये बात एक नहीं बल्कि अनेक लोगों के अनुभवों ने बताई है|
- शंख माता लक्ष्मी का भाई है इसलिए भाई की पूजा करने से माता लक्ष्मी खुश होती है और उस घर में अपने पति भगवान विष्णु के साथ चिर निवास करती है साथ ही भगवान विष्णु और लक्ष्मीजी दोनों ही अपने हाथो में शंख को हर समय धारण करते है|
जहां शंख बहुत सारे लाभ देता है वही इसके प्रयोग में कुछ बातों का ख्याल ना रखा जाये तो ये हानि भी देता है कुछ इस तरह से|
- पूजा में शंख को बजाने से देवता जाग जाते है इसलिए सुबह ही इसको बजाना चाहिए क्योंकि रात को देवी- देवता आराम करते है इसलिए रात को बजाने से उनके आराम में बाधा आती है और वो नाराज हो जाते है|
- बीमार लोगों को शंख डाक्टर से पूछकर ही बजाना चाहिए क्योंकि शंख बजाने में पूरी ताकत लगानी पड़ती है इसलिए बीमार लोगों को डाक्टरों से सलाह लेकर ही बजाना चाहिए|