Admission Anxiety Solution: बच्चे का एक अच्छे स्कूल में एडमिशन करना किसी भी माता-पिता के लिए किसी जंग से कम नहीं है। ये समय पेरेंट्स के लिए बहुत ही मुश्किल होता है। इस समय हर पेरेंट की एक ही दुआ है कि उसके बच्चे का बेहतर से बेहतरीन स्कूल में एडमिशन हो। पेरेंट्स इस समय किस मनोस्थिति से गुजर रहे हैं उसके लिए आप हिंदी मीडियम मूवी देख सकते हैं। दिवंगत एक्टर इरफान खान अभिनीत इस मूवी में बताया गया था कि कैसे मनचाहे स्कूल में एडमिशन के लिए पेरेंट्स ने खुद को गरीब तक साबित कर लिया था। खैर यह तो बात फिल्म की है लेकिन सच्चाई यही है कि हर पेरेंट अपने बच्चे के लिए अच्छा भविष्य देखता है। पेरेंट्स चाहते हैं कि स्कूली रुपी बुनियाद मजबूत हो ताकि आगे चलकर बच्चे को किसी किस्म की परेशानी न आए। लेकिन 1 मिनिट जरा रुकें और थमें कहीं ऐसा तो नहीं कि उनके भविष्य के सपने बुनने के चक्कर में आप अपने आप को तनावभरा कर रहे हैं।
यह सच है कि हम अपने बच्चे के लिए नहीं सोचेंगे तो कौन सोचेगा? लेकिन हमें अपने बच्चों के लिए एक मजबूत सहारा बनकर रहना है। अगर हम टेंशन में आएंगे तो कहीं न कहीं हम बच्चों के अंदर भी उस टेंशन को पास ऑन करेंगे। इसलिए खुद को रिलेक्स करें और एक अच्छी उम्मीद के साथ स्कूल के फॉर्म को भरें।
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Admission Anxiety:तय करें पैमाना

एक अच्छे स्कूल के मायने आपके लिए क्या हैं? वो क्या चीजें हैं जो आप अपने बच्चे के स्कूल के लिए देखना चाहते हैं? आप दोनों पति-पत्नी इस बारे में एक-दूसरे से चर्चा करें और एक लिस्ट बनाएं। अब तो जमाना वेबसाइट का है। आप स्कूल की वेबसाइट पर जाकर देखें कि कौन-सा स्कूल आपके पैरामीटर पर खरा उतर रहा है। जब आप अपनी तरफ से यह होमवर्क करेंगे तो बहुत सी स्थिति आपको वैसे ही समझ में आ जाएगी।
स्कूल चुनने में न करें होड़
हम मानें या न मानें लेकिन कहीं न कहीं हम अपने जीवन के निणर्य लेने में दूसरों से प्रभावित रहते हैं। अपने वॉर्ड के स्कूल के बारे में सोचे इस बात को जानने की कोशिश करें कि यह स्कूल जो आप पसंद कर रहे हैं वो आपकी पसंद का है या फिर आप किसी आप जब भी के प्रभाव में आकर ऐसा कर रहे हैं। किसी की राय लेना या स्कूल के बारे में जानना गलत नहीं हैं लेकिन किसी की होड़ में आकर अपने बच्चे के लिए स्कूल का चयन करना गलत है।
बनाएं स्कूल का रिपोर्ट कार्ड

आपको जो भी स्कूल अपने बच्चे के लिए पसंद आते हैं उनकी एक लिस्ट बनाएं। आप इंटरनेट की सहायता से देख सकते हैं कि स्कूल की रिजल्ट के मामले में पिछले साल की परफॉर्मेंस कैसी थी। क्या स्कूल नेशनल लेवल के कंपटीशन में हिस्सा लेता है यदि हां तो उसका वहां परफॉर्मेंस कैसा है। स्कूल में स्पोर्ट्स एक्टिविटीज और एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज किस तरह की होती हैं?
प्लान ‘बी’ करें तैयार
यह बात सिर्फ स्कूल की नहीं है जीवन की हर चीज की है। हम सभी यह तो जान गए हैं कि हमें अपनी तरफ से बेहतरीन करना होता है और इसका रिजल्ट लेकिन हमारे हाथ में नहीं होता। बस अगर जिस स्कूल में आप चाह रहे हैं वहां एडमिशन नहीं होता है तो अपको पता होना चाहिए कि अब आपका अगला कदम क्या होगा। अपने दिमाग में विकल्प लेकर चलें। इससे रिजल्ट को लेकर आपकी एंजाइटी और स्ट्रेस काबू में रहेगा।
आत्मविश्वासी बने

अक्सर हम अपने बच्चों को तो इंटरव्यू की तैयारी करवा देते हैं लेकिन बात जब हम महिलाओं की आती है तो हम परेशान रहते हैं। खासतौर से अगर महिला एक हाउस वाइफ होती है तो आप अपने अंदर आत्मविश्वास पैदा करें की आप अपने बच्चे की एक बेहतरीन मां हैं। जब इंटरव्यू में आपसे पूछा जाए कि आप क्या करती हैं? और अगर आप होममेकर हैं तो आप कॉन्फिडेंस से कहें कि मैं एक होममेकर हूं। यह न कहें कि मैं तो कुछ नहीं करती।
स्कूल को लेकर बच्चे को आशाएं न बंधवाएं
आपको बता दें कि बच्चे हर हाल में खुश रहने वाले इंसान होते हैं लेकिन हम बड़े ही हैं जो उनके रंग-रंगीले संसार को बहुत बार अपनी नासझी की वजह से धूमिल कर देते हैं। आपने देखा होगा कि बहुत बच्चों को एडमिशन से पहले ही एक पर्टिकुलर स्कूल का नाम रटा दिया जाता है। बच्चा कहता है मेरा स्कूल अच्छा है। लेकिन आप एक मिनिट जरा रुकें और बताएं कि क्या आप 100 फीसदी आश्वसत हैं कि उस स्कूल में एडमिशन होगा? होना यह चाहिए कि आप बच्चे को एक स्कूल को लेकर आशाएं न बंधवाएं। बच्चे से कहें उसका जिस स्कूल में एडमिशन होगा वो स्कूल सबसे अच्छा है।
