Hindi Vyangya: महिमा ने मशीन में आए वजन का फोटो खींचा और उसे अपने दोस्तों के ग्रुप में भेज दिया। कुछ दिनों से सोये पड़े ग्रुप के सदस्य तुरंत जागृत हो गए। सबका बारी-बारी से जवाब आया।
दो दिन से सर्दी और जुकाम से परेशान महिमा ने अंकिता से कहा, ‘बेटा तुम दादी और दादाजी के साथ खेलों, मेरे सिर में बहुत दर्द हो रहा है। ‘नहीं, मुझे तुम्हारे साथ खेलना है। ‘उफ्फ, बीमारी में भी चैन नहीं है। महिमा बुदबुदाई। अंकिता पांच साल की थी इसलिए ज्यादातर मम्मी के ही ईर्द-गिर्द घूमती रहती। बाल मन बार-बार मम्मी के साथ खेलने की हठ करने लगा। महिमा समझ गई कि बिना खेले अंकिता मानने वाली नहीं है। थोड़ी देर उसके साथ खेलकर, अंकिता को समझाबुझाकर दादी के साथ खेलने के लिए भेज दिया और अपने सिर में खूब सारा तेल लगा लिया और एक कपड़े से सिर को बांध कर कमरे में जाकर लेट गई। कुछ ही देर बाद अंकिता फिर मम्मी के पास आकर बैठ गई और कहने लगी, ‘मम्मा सिर में बहुत तेज दर्द है?
‘हां बेटा!
‘रूको मैं दबा देती हूं। इतना कहकर वो छोटे-छोटे हाथों से महिमा का सिर दबाने लगी। बेटी का प्यार देखकर महिमा ने उसे गले लगाकर बहुत लाड़ किया। ‘अच्छा तुम दादी के साथ क्या खेल रही
थी? ‘मैं चिड़िया उड़, तोता उड़ खेल रही थी।
फिर दादी और दादाजी ने वेइंग मशीन पर अपना वेट चेक किया और मैंने भी। पता है मम्मी मैं ना ट्वेंटी टू केजी की हूं। ‘अरे वाह! ये तो अच्छी बात है।’ ‘मम्मा आपका वेट कितना है? ‘पता नहीं बेटा! महीने हो गए, मैंने अपना वजन चेक नहीं किया। ‘तो आप भी अपना वेट चेक करो ना!
अंकिता जिद करने लगी। महिमा कमरे से उठकर आई और चप्पल निकालकर वेइंग मशीन पर जैसे ही खड़ी हुई अपना वजन देखकर उसके होश उड़ गए। उसे अपनी आंखों पर यकीन नहीं हुआ। उसने
दोबारा वजन किया फिर वैसा ही आया। चिंता के मारे उसकी हालत खस्ता हो गई। वो जल्दी से अपने कमरे में लगे ड्रेसिंग टेबल में अपने आपको देखने लगी। उसे तो वो किसी एंगल से भी पतली नहीं दिखी लेकिन वेइंग मशीन में आए अपना वजन देखकर वो ढ़ेर सारी खतरनाक बीमारियों को अपने साथ जोड़कर देखने लगी। उसे बहुत घबराहट होने लगी। मेरे बाद अंकिता का क्या होगा? क्या अमित दूसरी शादी कर लेंगे? हां किसी के मरने पर किसकी दुनिया रूक जाती है। कुछ दिन के शोक के बाद सब सामान्य हो जाता है। महिमा अनाप-शनाप बातें सोचने लगी। महिमा ने मशीन में आए वजन का फोटो खींचा और उसे अपने दोस्तों के ग्रुप में भेज दिया। कुछ दिनों से सोये पड़े ग्रुप के सदस्य तुरंत जागृत हो गए। सबका बारी-बारी से जवाब आया।
‘अरे! ‘बयालीस प्वाइंट पांच इतना कम वजन। तू डाइटिंग कब से कर रही थी? मीना ने चौंकते हुए कहा। ‘ये तो स्लिम हो गई चौंकते हुए शिखा ने कहा। अभी वह दोस्तों के मैसेज पढ़ ही रही थी तभी अमित ने दरवाजा खोला। ‘पापा आ गए, पापा आ गए। अंकिता खुश होकर पापा के आगे-पीछे घूमने लगी। ‘क्या हुआ? तुम्हारा चेहरा इतना उतरा क्यों है? अमित ने महिमा से पूछा। ‘पापा, मम्मी ने अपना वेट चेक किया। पता है मम्मी का वेट फॉर्टी टू है। अंकिता ने पापा को बताया।
‘क्या? ऐसा कैसे हो सकता है? चौंकते हुए अमित ने कहा। ‘हां अमित, मुझे लगता है कोई बड़ी बीमारी हो गई है जो अंदर ही अंदर मुझे खोखला कर गई।’ ‘क्या बात कर रही हो? अपने आपको देखकर तुम्हें किस एंगल से लगता है कि तुम्हारा वजन फॉर्टी टू है? अमित ने सवाल किया।
‘कुछ तो गड़बड़ है या तो मशीन की बैटरी लो हो गई होगी। अमित ने सोचते हुए कहा। ‘अभी मम्मी और पापा ने भी अपना वजन चेक किया। उनका तो बिलकुल सही था। अंकिता का भी सही ही था। क्या मशीन बस मेरा वजन ही गलत बताएगा?।
‘अच्छा रूको तुम्हें यकीन नहीं हो रहा है ना तो मैं तुम्हारे सामने अपना वजन करती हूं तब तुमको यकीन हो जाएगा। तुम मुझे कभी गंभीरता से नहीं लेते। इतना कहकर महिमा वेइंग मशीन पर चढ़ गई और इस बार भी रीडिंग बयालीस आया। ‘वाह भाई वाह, तुम्हारे दिमाग की दाद देनी पड़ेगी। अमित ने हंसते हुए कहा। अमित ने वेइंग मशीन को कार्पेट से उठाकर फर्श पर रख दिया और बोला अब खड़ी हो इस पर। महिमा मशीन के ऊपर खड़ी हुई तो इस बार उसका वजन सत्तर किलो आया। वो झेंप गई। ‘लेकिन…!
‘अरे भाग्यवान, वेइंग मशीन को प्लेन सर्फेस पर रखकर वजन करते हैं, ना कि गद्देदार चीज पर इसलिए इसने गलत रीडिंग ली और तुमने ना जाने क्या-क्या सोच लिया। अमित ने उसे समझाते हुए कहा। अपनी गलती का पता चलने के बाद महिमा शर्म से लाल हो गई।
