Hindi Vyangya: महिमा ने मशीन में आए वजन का फोटो खींचा और उसे अपने दोस्तों के ग्रुप में भेज दिया। कुछ दिनों से सोये पड़े ग्रुप के सदस्य तुरंत जागृत हो गए। सबका बारी-बारी से जवाब आया। दो दिन से सर्दी और जुकाम से परेशान महिमा ने अंकिता से कहा, ‘बेटा तुम दादी और दादाजी […]
Author Archives: प्रगति त्रिपाठी
संयोग – श्रेष्ठ कहानी
Hindi Kahani: समय बीतता गया, मीना जी किसी ना किसी तरीके से अनुप को समझाती लेकिन अनुप अपने फैसले पर अडिग रहा। अनुप रश्मि से मिलता रहा, उसे यकीन दिलाता रहा कि वो एक-दूसरे के लिए बने हैं। ‘अरे रामेश्वर भाई साहब आप, आइए ना! मीना जी ने कहते हुए दरवाजा खोला।‘मनोहर कहां है भाभी?’‘पूजा […]
तेरे बिना जिया जाए ना-गृहलक्ष्मी की कहानियां
Kahani in Hindi: शाम होने को आई थी। घर और बच्चों के लिए कुछ जरूरी सामान खरीदकर मोना तेज कदमों से घर जा रही थी तभी पीछे से किसी की आवाज आई, “हैलो….हैलो मैम आपकी थैली नीचे गिर गई।“ मोना जैसे ही पीछे मुड़ी उस शख्स को देखकर अचंभित रह गई, उसे ऐसा लगा मानो […]
रिश्तों को पैसे से ना तोलो—दुखद हिंदी कहानियां
रिश्तों को पैसे से ना तोलो-“हैलो गिरीश बाबू …मैं रानी बोल रही हूँ। रमा बहुत बीमार है। यहाँ के डाॅक्टर को दिखाया तो उन्होंने कहा है की शहर में किसी बड़े डाॅक्टर को दिखाओ। इस सरकारी अस्पताल में उतनी सुविधाएं नहीं हैं। आप क्या कहते हैं बाबू?”दूसरी तरफ से गिरीश ने कहा “भाभी ये भी […]
