सेल्फ की मुस्कुराहट सेल्फी से-गृहलक्ष्मी की लघु कहानी: Selfie Story
Self ki muskrahat selfie se

Selfie Story: मुस्कुराहट जीने का जरिया, गम छुपाने का जरिया ,खुशी दिखाने का जरिया, किसी की मुस्कान बनने का जरिया है। बहुत प्यारी होती है ये मुस्कान खुद के चेहरे पर रौनक लाने का जरिया भी तो है। हंसते, हंसाते हुए चुलबुली सी आकांक्षा पूरे परिवार को इकट्ठा करती है और कहती है स्माइल प्लीज एक सेल्फी हो जाए……..।
दादा जी को भी हंसी आ जाती है जिनके दांत नहीं हैं। अपने पति के इस उम्र के इस चुलबुले पन को देखकर हैरान हो जाती है आकांक्षा की दादी । हैरान हो भी क्यों नहीं???? लगभग उन्होंने अपने पति का सीरियस चेहरा ही देखा था । दिल के बुरे नहीं थे लेकिन ऊपर से वैसे ही नकचढें दिखते थे हमेशा। खुशी तो हमारे घर में ही रहती है उसे ढूंढना पड़ता है । ये खुशी हमारे अंतर्मन में ही बैठा हुआ कोना दबाकर, उसे हमें खुद ही उजागर करना होता है महसूस करना होता है जीना होता है………..।

इतनी चुलबुली है हमारी आकांक्षा किसी के चेहरे पर मुस्कुराहट ले आए,और लेख तो देखो इसके इतने सीरियस जिसे कितनी बड़ी समझदार है।
दादाजी ने कहा आकांक्षा से कोई तुम्हारे लेख पढ़ेगा अचानक तुमसे मिलेगा कोई नहीं कह सकता है कि इसी लड़की ने यह कहानी लिखी है ।

दादा जी वह अलग बात है, वह हमारा पेशा है वह हमारी एक अलग पहचान है ।असल जिंदगी में तो हर एक पल खुशी का ढूंढना चाहिए ना हां वह तो है बेटा! सोचो जरा तस्वीरें भी लेना जरूरी है दादा जी ,आज देखो आपकी जवानी की कोई तस्वीरें हमारे पास नहीं है, तो मुझे कैसे पता कि आप के सर पर बाल थे या ऐसे ही। आप सुंदर दिखते थे या ऐसे ही….आप शुरू से ही सीरियस जैसे मुंह बनाए हुए रहते थे या उम्र के तपन से ये बदलाव। है ना दादाजी…. बात तो सही कह रही है तुम……..।

तस्वीरें बहुत बड़े काम की चीज इन तस्वीरों को जब हम बैठकर फुर्सत के छन में देखते हैं ।अपनों के अपनेपन का एहसास कराती है दादू ,साथ ही हमारे उस बीते वक्त पर ले जाती है और सारी यादें ताजा कर देती हैं और फिर हमारे चेहरे पर एक मुस्कान ला देती है।कितनी समझदार है मेरी आकांक्षा……तभी तो लिखती हूं। लोगों को चिढ़ भी होती है जब मैं अपनी कई सेल्फियां लेती हूं। कभी कभी अपनी ही 10 फोटो लेकर मुझे बहुत खुशी होती है ।मैं सेल्फी तो खूब लेती हूं इसी बहाने थोड़ा स्माइल प्लीज तो हो जाता है ना दादू । दादी अब चिढ़ते हुए बस तुमको तो तस्वीरें…. दादी थोड़ा तुम भी हंसो तुम्हारे तो दांत बचे हुए हैं। अभी देखो दादू के दांत भी नहीं है तब भी मुस्कुरा रहे हैं , आकांक्षा के इस चुलबुलेपन से भरी बातों से सब की हंसी छूट जाती है। सबके हंसते हुए चेहरे आकांक्षा की एक क्लिक सेल्फी में कैद हो जाती है हमेशा के लिए|