Hindi Love Story: कितनी ही मुलाकातों की गवाह रही मेरी कार और शहर की सड़कें मौसम-बेमौसम यादों से नहला जाती हैं।
“मुझे लगता है, आजकल तुम मुझसे प्यार नहीं करते बिल्कुल भी।” उसने मुँह फेरते हुए वही पूरानी चोचलेबाजी दिखाई; जबकि उसे पता है, मैं अपनी मर्ज़ी के नख़रे ही उठाता हूँ।
“हा…हा…हा…तो क्या हुआ, तुम तो करती हो ना?” मैंने हँसते हुए कहा।
“तो मेरा लव ‘वन साइडेड’ है?” उसने आँखें तरेरते हुए गुस्सा दिखाया।
“प्यार तो वन साइडेड ही होता है डार्लिंग, दोनों साइड की नाप-तौल को तो बिज़नेस कहते हैं।” मैं, मैं कहाँ; अगर मैंने उसके जी को झकझोर ना डाला।
“इसका मतलब सच में तुम्हें प्यार नहीं है मुझसे?” सिमटना सा था, उसकी आवाज़ में।
“है, लेकिन तुमसे कम। तुम बहुत ज़्यादा प्यार करती हो मुझसे और मैं इत्तु सा…” मैंने चुटकी भर का इशारा करते हुए अपनी मस्तीखोरी में कहा।
“तुम्हारे इत्तु की तो…” कहते हुए उसने तेजी से घूँसा मेरे पेट के पास लाकर, वापस खींच लिया और हमारी हँसी में नख़रे, निराशा सब बह गए।
ये कहानी ‘हंड्रेड डेट्स ‘ किताब से ली गई है, इसकी और कहानी पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर जाएं – Hundred dates (हंड्रेड डेट्स)
