Ajnabee se Humsafar
Ajnabee se Humsafar

Hindi Motivational Story: ट्रेन अपनी रफ़्तार से चल रही थी. मैं अपने परिवार के साथ अपनी सीट पर और सामने मेरे एक हसीन लड़की शायद अपने परिवार के साथ. हम दोनों के चेहरे उतरे हुए थे. माता पिता दोनों के आपस में बातें कर रहे थे.

मेरे माता पिता और मैं उनकी और वे हमारी बातें सुन रहे थे. लड़की के पिता ने कहा, टूट गया रिश्ता तो टूट गया. कौन सी शादी टूट गई. इसमें इतने अफ़सोस करने वाली क्या बात है. हालांकि कहते हुए लड़की के पिता के चेहरे पर उदासी छा गई. वही मेरी माँ कह रही थी. अफ़सोस तो तब होता जब ये शादी हो जाती. अच्छा हुआ जो पहले ही पता चल गया लड़की के बारें में. किसी और से प्यार था तो हमें बुलाया क्यों था बात पक्की करने. वह सुन्दर लड़की और मैं दोनों समझ गए कि हम दोनों का रिश्ता टूट गया है और हमारे माता पिता भी. मैंने लड़की की तरफ गौर से देखा. उसनें मेरी तरफ पलकें झुकाकर. अजनबी थे एक दूसरे के लिए. लेकिन दिल के एक से हाल ने कुछ जान पहचान सी करवा दी. मेरे पिता ने पूछा, लड़की के पिता से. भाई साहेब लगता है रिश्ता टूटने का दुख है हमारे तो बेटे को ठुकरा दिया. पहले पूरी तरह से हाँ कहकर सगाई की तैयारी से बुला किया. लेकिन सगाई की चलती तैयारी में लड़की ने मना कर दिया, ये कहकर कि वह किसी और से………. पिता ने वाक्य अधूरा छोड़ दिया. लड़की के पिता ने कहा, क्या बताये भाई साहेब, यही सब हमारे साथ हुआ. पहले कहा कि तैयारी से आ जाइये. हम सब पहुंचे तो दहेज़ की लिस्ट थमा दी. जो पहले तय था उससे चार गुना. दोनों बच्चे देखो कैसे उदास बैठे हैँ हम दोनों अजनबियों के मन में पहली बार एक दूसरे के प्रति हमदर्दी जगी और एक दूसरे को गौर से देखने लगे. मेरा लड़का सरकारी स्कूल में शिक्षक है. कोई लड़की हो तो बताना. जाति वाती की कोई समस्या नहीं है मेरी माँ ने कहा. लड़की की माँ ने कहा, देख लो. अगर ेऐसी बात है तो मेरी बिटिया ये रही मेरे माता पिता ने लड़की को देखा. वह शरमा गई. फिर मेरी माँ ने कहा, ये रहा लड़का. उनका इशारा मेरी तरफ था. पसंद हो तो बताइये. मेरी माँ लड़की पर मोहित हो चुकी थी हो भी क्यों न. लड़की सुंदर थी. मेरे तो ह्रदय में उतर गई. मेरे पिता ने कहा, यदि दोनों पक्ष सहमत हो और किसी की कोई विशेष मांग या समस्या न हो तो बात पक्की समझे. वह अजनबी लड़की जिसे अब मैं मन ही मन चाहने लगा था. शायद वह भी. माता पिता द्वारा तय हुआ कि अगले सप्ताह एक दिन सगाई दूसरे दिन शादी कर देते हैँ. और फिर हम दोनों में बातें होने लगी एक दूसरे को स्वीकार कर किया ह्रदय से. अगले हफ्ते हम जो ट्रेन में अजनबी थे. इस हफ्ते हमसफ़र बन चुके थे.