Hindi kids story

Hindi kids story: एक पेड़ पर चिडिय़ा का घोंसला था। उसमें उसके छोटे-छोटे बच्चे थे, जिनके लिए उसे दाना लेने जाना पड़ता था।

एक दिन चिडिय़ा दाना लेने गई। पीछे से उसके नन्हे बच्चों ने किसान की आवाज सुनी। किसान अपने बेटे से कह रहा था, ”सुनो बेटे, हमारी फसल पक गई है। आज ही जाकर पड़ोसियों से कह देना कि कल वे सुबह-सुबह आ जाएँ, ताकि हम समय से फसल काट लें।”

बच्चों ने डरते-डरते चिडिय़ा को बताया, ”माँ-माँ, कल बहुत से लोग आएँगे। तब हो सकता है, वे हमारा घोंसला भी गिरा दें।”

चिडिय़ा ने सुना, तो मुस्कराती हुई बोली, ”मेरे बच्चो, अभी चिंता करने की कोई बात नहीं है। पड़ोसियों के भरोसे कभी किसी के काम पूरे नहीं होते।”

Hindi kids story aesop ki kahani

अगले दिन चिडिय़ा के बच्चों ने फिर किसान की बात सुनी। किसान अपने बेटे से कह रहा था, ”चलो, पड़ोसी नहीं आए, तो कोई बात नहीं। तुम जाकर सारे रिश्तेदारों से कहो, ताकि कल ही हम फसल काट लें।’

चिडिय़ा दाना लेकर लौटी, तो बच्चों ने डरते-डरते फिर उसे किसान की बात बताई, पर चिडिय़ा बोली, ”नहीं-नहीं, अभी चिंता करने की कोई बात नहीं है इसलिए कि किसान के रिश्तेदार अपनी-अपनी फसल काटने में लगे होंगे, उन्हें भला यहाँ आने की फुर्सत कहाँ मिलेगी?”

तीसरे दिन किसान ने अपने बेटे से कहा, ”बेटे, कोई हमारी मदद करने नहीं आया, तो भी कोई बात नहीं। कल मैं और तुम मिलकर फसल काट लेंगे।” चिडिय़ा के बच्चों ने चिडिय़ा के लौटने पर उसे यह बात बताई। सुनकर चिडिय़ा एक पल को खामोश हो गई। फिर बोली, ”हाँ बच्चो, अब वाकई हमारे लिए खतरा है। किसान खुद फसल काटने की बात कह रहा है, तो अब फसल जरूर कटेगी और तब हो सकता है, पेड़ पर टँगे हमारे घोंसले पर भी किसान की नजर जाए और वह इसे गिरा दे इसलिए आज रात को ही हमें यहाँ से चल देना होगा।”

चिडिय़ा के बच्चे भी अब उडऩे लायक हो गए थे इसलिए उसे कोई परेशानी नहीं थी। लिहाजा रात में ही चिडिय़ा अपने बच्चों के साथ किसी सुरक्षित जगह पर चली गई।

सीख : खुद काम किए बगैर कोई काम पूरा नहीं होता।

Top 10 Panchantantra Stories in Hindi-पंचतंत्र की कहानियां

पंचतंत्र की कहानियां:नीति, ज्ञान और मनोरंजन का अनमोल खजाना हैं पंचतंत्र एक प्राचीन भारतीय साहित्यिक कृति है जो जानवरों की…