अस्थमा अटैक आने से पहले शरीर में दिखते हैं ये लक्षण
अस्थमा मरीजों को अपने शरीर में दिखने वाले बदलावों पर ध्यान देने की जरूरत होती है। आइए जानते हैं अस्थमा अटैक आने से पहले शरीर में दिखने वाले बदलाव क्या हैं?
World Asthma Day 2023 : अस्थमा एक ऐसी स्थिति है जिसकी वजह से श्वसन नलिकाएं संकीर्ण और सूज जाती हैं। इसके कारण अतिरिक्त बलगम उत्पादन होने लगता है। अस्थमा से ग्रसित मरीजं को सांस लेने और छोड़ने में परेशानी का अनुभवह होता है। वहीं, जब उनकी सांस लेने की तकलीफ बढ़ जाती है, तो काफी ज्यादा खांसी, सांसों से सीटी जैसी आवाज और घरघराहट होने लगती है। कुछ लोग अस्थमा को अधिक गंभीर नहीं मानते हैं, लेकिन कई बार यह जानलेवा भी हो सकती है। मुख्यरूप से अगर आप अस्थमा की परेशानी को नजरअंदाज करते हैं, तो इससे घातक रूप से अस्थमा अटैक आ सकता है।
ध्यान रखें कि अस्थमा का पूरी तरह से इलाज संभव नहीं है, लेकिन इसके लक्षणों को काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है। क्योंकि अस्थमा की स्थिति समय के साथ बदलती रहती है। वहीं, अगर आप अस्थमा अटैक से बचाव करना चाहते हैं, तो अपने शरीर में हो रहे बदलावों पर ध्यान दें। ताकि इसकी गंभीरता को कम किया जा सके। आइए जानते हैं अस्थमा अटैक आने से पहले शरीर में किस तरह के लक्षण नजर आते हैं?
सांस लेने की गति धीमी या तेज होना
अस्थमा अटैक आने से पहले मरीजों के सांस की गति काफी ज्यादा धीमी या फिर तेज हो जाती है। ऐसी स्थिति में मरीज को तुरंत डॉक्टर से सलाह की जरूरत होती है, क्योंकि इस स्थिति में सांस लेने में काफी ज्यादा परेशानी का अनुभव होता है। अगर आप समय पर इलाज नहीं कराते हैं, तो यह गंभीर रूप ले सकती है।

सीने में जकड़न या दर्द
अस्थमा अटैक से पहले मरीजों के सीने में जकड़न जैसा अनुभव होने लगता है। वहीं, कई बार मरीजों को सीने में दर्द भी हो सकता है। ऐसी स्थिति में मरीजों को फौरन डॉक्टर से संपर्क की आवश्यकता होती है। इसके अलावा सांस छोड़ते समय घरघराहट, इस तरह के लक्षण बच्चों में अधिक देखे जाते हैं। वहीं, सोने के दौरान खांसी और घरघराहट होने लगती है। अगर आपको इस तरह के बदलाव नजर आ रहे हैं, तो फौरन चिकित्सक से सलाह लें।

कुछ जरूरी बातें
ध्यान रखें कि अस्थमा के लक्षण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में अलग-अलग होते हैं। कुछ लोगों को अस्थमा अटैक के लक्षण सिर्फ निश्चित समय पर ही नजर आते हैं- जैसे व्यायाम करते समय, सीढ़ी चढ़ते समय, हंसते समय इत्यादि।
अस्थमा मरीजों को सांस संबंधी संक्रमण जैसे- सर्दी-फ्लू इत्यादि की स्थिति में अधिक परेशानी महसूस होती है।
अगर आपको अस्थना की शिकायत है, तो हैवी एक्सरसाइज न करें।
मरीजों को अपने साथ अक्सर इनहेलर रखने की जरूरत होती है, ताकि गंभीर स्थिति में इनहेलर का प्रयोग किया जा सके।

डॉक्टर को कब दिखाने की है जरूरत?
अस्थमा अटैक जानलेवा हो सकता है। ऐसी स्थिति से बचने के लिए आपको समय-समय पर डॉक्टर से संपर्क की जरूरत होती है। कुछ स्थितियों में आपको तुरंत आपातकालीन इलाज की जरूरत होती है, जैसे-
सांस की तकलीफ या घरघराहट काफी तेज होना
बार-बार इनहेलर की जरूरत पड़ना
कम शारीरिक एक्टिविटी करने पर भी सांस लेने में परेशानी होना, इत्यादि।

अस्थमा अटैक काफी गंभीर स्थिति हो सकती है। इस स्थिति से बचाव के लिए आपको समय पर डॉक्टर से संपर्क की जरूरत है। इसलिए शरीर में दिख रहे बदलावों को नजरअंदाज करने से बचें।
