Women Belly Fat Reason: तमाम कोशिशों, डाइट और एक्सरसाइज करने के बावजूद कई बार पेट के आसपास जमी चर्बी यानी फैट कम नहीं होता। खासकर महिलाएं पेट के आसपास वजन बढ़ने की समस्या से अधिक जूझती हैं। पेट के आसपास जमी चर्बी सिर्फ फिगर ही खराब नहीं करती, बल्कि इसका प्रभाव ओवरऑल हेल्थ पर भी पड़ता है। पेट के आसपास जमा फैट दो प्रकार का होता है। एक तो वह जो त्वचा के ठीक नीचे जमा होता है, जो थोड़ी मशक्कत के बाद कम हो सकता है। दूसरा वह फैट जो आंत की चर्बी के रूप में जाना जाता है। ये पेट में मौजूद ऑर्गेन्स के आसपास जमा होता है। ये फैट हार्ट डिजीज, डायबिटीज, सूजन और कॉलेस्ट्रॉल जैसी विभिन्न समस्याओं को बढ़ावा दे सकता है। अब सवाल ये उठता है कि ये फैट आखिर क्यों महिलाओं के पेट के आसपास जमा होता है। इसके क्या कारण हैं। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में।
लाइफस्टाइल से जुड़े कारण

कई बार बेढंगी और असंतुलित जीवनशैली यानी लाइफस्टाइल आपके हॉर्मोन को डिसबैलेंस करने का काम करती है, जिसे आप इग्नोर नहीं कर सकते।
चीनी और कार्ब का सेवन
पेट की चर्बी को बढ़ने में चीनी और रिफाइंड कार्ब युक्त डाइट का विशेष योगदान हो सकता है। अधिक मात्रा में चीनी और कार्ब का सेवन ब्लड शुगर लेवल को स्पाइक कर इंसुलिन प्रोडक्शन और फैट स्टोरेज को बढ़ावा दे सकती है। नियमित रूप से चीनी का सेवन करने से पेट के आसपास मोटापा दिखाई दे सकता है।
पर्याप्त नींद न लेना
वेट मैनेजमेंट के दौरान नींद को अक्सर महिलाएं नजरअंदाज कर देती हैं। लेकिन बता दें कि नींद की खराब आदतें जैसे अपर्याप्त नींद और अनियमित नींद की वजह से वजन तेजी से बढ़ता है। खराब नींद का पैटर्न हॉर्मोन के स्तर को बाधित कर सकता है, भूख बढ़ा सकता है और वेट गेन का कारण बन सकता है, खासकर पेट के आसपास।
फिजिकल एक्टिविटी की कमी
कई बार फिजिकल एक्टिविटी की कमी की वजह से भी पेट के आसपास फैट जमा होने लगता है। किसी भी तरह की एक्टिविटी न करने से शरीर में फैट तेजी से जमा होता है। इसलिए हेल्थ एक्सपर्ट खासकर महिलाओं को एब्डोमिनल एक्सरसाइज करने की सलाह देते हैं।
हॉर्मोन से संबंधित कारण

उम्र बढ़ने के साथ महिलाओं के पेट के आसपास वजन बढ़ने का प्रमुख कारण होता है हॉर्मोन डिसबैलेंस। एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन जैसे हॉर्मोन के बढ़ने या कम होने से वजन तेजी से बढ़ सकता है।
मेनोपॉज
मेनोपॉज के दौरान होने वाने एक्ट्रोजन में कमी के कारण पेट के आसपास की चर्बी बढ़ने लगती है। एस्ट्रोजन एक हॉर्मोन है जो फैट डिस्ट्रीब्यूशन को नियंत्रित करने में मदद करता है। मेनोपॉज के दौरान एस्ट्रोजन शरीर के अन्य हिस्सों की बजाये पेट में अधिक फैट जमा करता है। जिससे आंतों में फैट जमा होने की संभावना बढ़ जाती है।
इंसुलिन रेसिस्टेंस
इंसुलिन एक हॉर्मोन है जो ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है। प्रोसेस्ड फूड, रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट और शुगरी प्रोडक्ट इंसुलिन रेसिस्टेंस को बढ़ावा देते हैं। इस प्रकार के खाने से चर्बी तेजी से बढ़ती है।
तनाव और डिप्रेशन
जब आपके शरीर में तनाव का स्तर अधिक होता है तो आपका शरीर तनाव और कोर्टिसोल हॉर्मोन रिलीज करता है। हॉर्मोन के बढ़ने से पेट की अंदरुनी चर्बी बढ़ने लगती है। ये शरीर के मध्य भाग के आसपास बनती है और सेब के आकार की हो जाती है।
