Fatty Liver Diet: लिवर हमारी बॉडी के महत्वपूर्ण अंगों में शामिल है। हम जो भी पीते या खाते हैं उसे डाइजेस्ट करने का काम हमारे लिवर का ही होता है। वहीं, खून को साफ करने का काम भी लिवर ही करता है। फैटी लिवर डिजीज पिछले कुछ वर्षों में भारत में काफी सामान्य हो गई है। फैटी लिवर की समस्या दो तरह की होती है, जिसमें अल्कोहल फैटी लिवर और गैर अल्कोहल फैटी लिवर शामिल है। फैटी लिवर का अर्थ है लिवर के आसपास अधिक फैट जमा हो जाना, जिसे फैटी लिवर कहते हैं। तेल मसाले वाले खाने और अल्कोहल के सेवन के कारण यह परेशानी ज्यादा देखी जाती है।
फैटी लिवर में क्या खाएं

फैटी लिवर डिजीज के लिए डाइट में फल, सब्जियां, फलियां, साबुत अनाज और फाइबर युक्त आहार शामिल किए जाते हैं। कम कैलोरी वाला और कम वसा वाला आहार आपको वेट लॉस करने और फैटी लिवर बीमारी के जोखिम को कम करने में सहायता कर सकता है।
लहसुन का सेवन

फैटी लिवर डिजीज में लहसुन खाना बेहद फायदेमंद बताया जाता है। लहसुन हमारे हेल्थ के लिए फायदेमंद होने के साथ-साथ आपके खाने को भी टेस्टी बनाता है और एक स्टडी के मुताबिक, लहसुन फैटी लिवर से जूझ रहे लोगों का वजन और लिवर के फैट को कम करने में हेल्प करता है।
ग्रीन टी पीएं
फैटी लिवर में ग्रीन टी फायदेमंद होती है, जिसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट कोशिकाओं के मरम्मत में सहायता करते हैं और वेट लॉस में भी मददगार होते हैं। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट खराब कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करते हैं और लिवर के फैट को भी कम करने में मददगार है।
एवोकाडो

फैटी लिवर के रोगियों के लिए एवोकाडो लाभदायक होता है, जिसमें अच्छी वसा होती है। एक रिसर्च के अनुसार, इसमें एक तरह का केमिकल भी होता है, जो लिवर को सेफ रखने में सहायता करता है। एवोकाडो में भरपूर मात्रा में फाइबर मौजूद होता है, जो वजन को मेंटेन रखने में सहायक है।
सूरजमुखी का बीज
फैटी लिवर की समस्या में सूरजमुखी का बीज भी उपयोगी माना जाता है, जिसमें विटामिन ई और एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है, जो लिवर को डैमेज होने से बचाते हैं।
कम वसा वाले डेयरी उत्पाद का सेवन

लिवर को सुरक्षित रखने में कम वसा वाले डेयरी उत्पाद मदद कर सकते हैं, जिसमें प्रोटीन पाया जाता है, जो आपके लिवर की सेल्स की मरम्मत करने में हेल्प करता है। कम वसा वाले डेयरी उत्पादों के सेवन के साथ-साथ आप अंडे को भी डाइट में शामिल कर सकते हैं, जिसमें प्रोटीन मौजूद होता है।
फैटी लिवर में मछली खाएं

मछलियों में ओमेगा 3 फैटी एसिड पाया जाता है, जो वसा के स्तर को नॉर्मल बनाता है और सूजन को भी कम करने में मदद करता है। हालांकि फिश को भुनकर या स्टीम करके ही खाना सही रहता है।
फैटी लिवर में खाएं ब्रोकली
फैटी लिवर के मरीजों के लिए वैसे तो सभी सब्जियां बेहतर मानी जाती है लेकिन ब्रोकली को डाइट में शामिल करने से लवर की समस्या में अधिक लाभ मिलता है।
फैटी लिवर में क्या ना खाएं
फैटी लिवर में इस बात पर ध्यान देना जरूरी है कि इस बीमारी में किन चीजों का सेवन करना चाहिए और किन चीजों को खाने से बचें।
रिफाइंड अनाज खाने से बचें
रिफाइंड अनाज या प्रोसैस्ड फूड जैसे पास्ता, व्हाइट राइस और व्हाइट ब्रेड बेहद नुकसानदायक होते हैं। दरअसल रिफाइंड अनाज को रेडी करने के लिए इसे कई प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है, जिसके दौरान इसमें मौजूद फाइबर को इससे अलग कर दिया जाता है। यह अनाज फाइबर रहित होने पर ब्लड शुगर के लेवल को बढ़ाते हैं। ऐसे में आप इन्हें खाने की जगह होल ग्रेन और होलवीट खा सकते हैं।
मटन के सेवन से बचें
फैटी लिवर के रोगियों को मटन, सूअर का मांस और लाल मांस खाने से बचना चाहिए क्योंकि यह सभी फैटी लिवर डिजीज के लिए बेहद नुकसानदायक माने जाते हैं। आप रेड मीट की बजाए बिना चर्बी वाले मांस का सेवन कर सकते हैं, जो फैटी लिवर के रोगियों के लिए फायदेमंद होता है।
शुगर युक्त खाद्य पदार्थों से बचें
अधिक शुगर वाले फूड्स आपके ब्लड शुगर के लेवल को बढ़ा सकते हैं, जिसके बढ़ने पर आपके लिवर में ज्यादा फैट जमा होने लगता है। इसलिए कैंडी, आइसक्रीम, सॉफ्ट ड्रिंक जैसे खाद्य पदार्थों को खाने से बचना चाहिए।