इ पिल खाने के कितने दिन बाद पीरियड आता है

समय बदल रहा है। जैसे-जैसे विज्ञान ने अपना कदम आगे बढ़ाया है, वैसे-वैसे इंसानों को भी चुटकियों में उनकी समय का हल मिल जाता है। इसी में से एक समस्या जो खास भी और सबसे आम भी है। वो है अनचाहा गर्भ। जिसके किये वो बर्थ कंट्रोल यानी की गर्भ निरोधक दवाइयां भी खाते हैं। उन्हें लगता है कि वो गर्भ की समस्या से तो आजाद हो गये, लेकिन इन गोलियों से ऐसे साइड इफेक्ट्स होते हैं जिसके बारे में उन्हें पता ही नहीं होता। वैसे तो इस दवाई को खाने के लिए 21 दिनों को कोर्स होता है। लेकिन आज के समय में इन गोलियों में भी कई बदलाव आ गये हैं। जिनका कोर्स भी कम होता है। लेकिन इसका साइडइफेक्ट उतना ही होता है जिनता अन्य का होता है। तो चलिए आज हम अपने इस खास लेख के जरिये आपको बताते हैं इससे जुड़ी पूरी जानकारी के बारे में।

1. क्या है बर्थ कंट्रोल पिल्स- अगर आपको नहीं पता तो सबसे पहले आपके के लिए ये जानना जरूरी है कि बर्थ कंट्रोल यानि की गर्भ निरोधक दवाएं क्या है। जैसा की हमने आपको इसके कोर्स से जुडी कुछ जानकारी पहले ही साझा की। लेकिन अगर आपको इसकी जानकारी नहीं है तो आप इंटरनेट या डॉक्टर से जानकारी ले सकते हैं। यहां आपको अनचाहे गर्भ से निजात मिलती है लेकिन इसके बाद होने वाले साइडइफेक्ट्स आपको परेशानी में डाल सकते हैं। लेकिन समय के साथ-साथ ये ठीक भी होने लगते हैं। इसमें आपको मुहासे, पीरियड्स के बीच ज्यादा ब्लीडिंग, सूजन, हाई ब्लडप्रेशर, डिप्रेशन, चक्कर आना सरदर्द, भूख लगना, नींद ना आना, चेहरे पर काले धब्बे, मूड में बदलाव, स्तनों में दर्द जैसी करी समस्याएं हो सकती हैं।

2. पिल्स से हो सकता है स्वास्थ्य खराब-बर्थ कंट्रोल पिल्स खाने से हेल्थ से जुड़ी परेशानी बढ़ सकती है। जो शरीर को अंदर से नुक्सान पहुंचाते हैं। बता दें एस्ट्रोजन से जुड़े गरब निरोधक के लगभग सभी प्रकार आपके स्वास्थ्य संबंधी कुछ समस्याओं के जोखिम को बढ़ा सकते हैं। जिसमें शरीर में खून के थक्के जमने लगते हैं, पित्ताशय का रोग,दिल का दौरा, हाई ब्लडप्रेशर, यकृत कैंसर जैसी जानलेवा बिमारी होने के ज्यादा चांसेस रहते हैं।

3. अगर करती हैं धूम्रपान-अगर आप 35 साल से ज्यादा की उम्र की है और आपको धूम्रपान करने की आदत है तो बर्थ कंट्रोल पिल्स के साइडइफेक्ट्स दोगुनी तेजी से बढ़ते हैं। इस दौरान शरीर में बदलाव को भी आप महसूस करेंगे।

• माइग्रेन हो जाना।

• पीलिया में होगी बढ़ोतरी।

• स्ट्रोक की भी समस्या।

• कैंसर होने का खतरा।

• पीरियड्स में अनियमितता।

4. अगर पहले से हो बिमारी-अगर आप पहले से ही किसी गम्भीर बीमारी से जूझ रही हैं तो बिर्थ कंट्रोल पिल्स लेने से पहले एक बाद किसी अच्छे डॉक्टर की सलाह जरुर लें। अगर आपको मिर्गी के दौरे आते हैं, अवसाद की समस्या है, डायबटीज है, हाई कोलेस्ट्रॉल है, किडनी, लिवर या दिल की बीमारी है, हाल ही में डिलीवरी हुई है तो आपको सावधान रहने की जरूरत है। अगर डॉक्टर की सलाह लिए बिना आपने पिल्स खायी तो आपको स्तन कैंसर भी हो सकता है।

5. बर्थ कंट्रोल पिल्स लेने से पहले सोचेंअगर आप इसके साइडइफेक्ट्स जानने के बाद भी पिल्स लेना चाहते हैं तो आपको कुछ खास बातों का ख्याल रखना जरूरी है।

• आपको हर दिन एक ही गोली लेनी चाहिए, अगर आप दवा लेने से चूक जाएं तो अगले सात दिनों तक गोली लेनी चाहिए।

• सेक्स के दौरान भी आप पिल्स ले सकती हैं।

महिलाओं को हर महीने एक समस्या आकर परेशान करती है। कभी छुट्टियों के बीच आकर उनका मजा किरकिरा कर देती है तो कभी किसी पार्टी में उनकी मौजूदगी को असहज बना जाती है। कभी उन्हेें धार्मिक अनुष्ठान से दूरी बनानी पड़ जाती है तो कभी उन्हें अपनी पसंदीदा ड्रस से तौबा करना ही बेहतर लगता है। इस समस्या का नाम है महावारी। जो महिलाओं को कई बार अल्पविराम सी महसूस होती है। 

यह विराम उनकी प्लानिंग पर न लगने पाए इसके लिए कई बार वह पीरियड को आगे बढ़ाने के लिए गोलियों का सहारा ले लेती हैं। पर क्या कभी सोचा है कि इसके दुष्परिणाम भी हो सकते हैं। अगर नहीं तो इनके बारे में जान लेना ही बेहतर  होगा। इनके दुष्परिणामों की पुष्टी कई शोधों में भी हो चुकी है।

6. हो जाती है अनियमितता – पीरियड का एक पूरा चक्र होता है। अगर आप उस चक्र्र को ब्रेक करती हैं और उसे आगे बढ़ाने के लिए दवा लेती है तो उसका असर आने वाले महीनों में नजर आने लग जात है। जानकारों की मानें तो अगर आप अक्सर महावारी को बढ़ाने की दवा ले लेती हैं तो आपकी महावारी लम्बे समय तक, अधिक स्त्राव वाली हो जाती है। साथ आपको उस दौरान अधिक दर्द का भी सामना करना पड़ता है।

इन दवाओं को दुष्परिणाम सिर्फ महावारी तक ही सीमित नहीं रहते। जानकार कहते हैं कि इन दवाओं का सेवन करने पर महावारी आने के सात से दस दिन पहले आपको स्तन पर कड़ापन, पेट फूलना आदि की समस्या भी हो सकती है।  इतने पर ही बस नहीं होता कई महिलाओं को इनसे त्वचा की समस्याएं जैसे रैशज, मुहंासे, एक्रे आदि भी हो सकते हैं।

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