क्‍या होना चाहिए खाना खाने का सही तरीका, इन दिशाओं का रखें ध्‍यान: Foods Vastu
Healthy Food For Teenage Children Credit: istock

10 Healthy Eating Tips for Teens : हर मां के मन में एक ही सवाल उठता है की बच्चों को क्या खिलाएं, कैसे खिलाएं, कब खिलाएं? जिससे बच्चा स्वस्थ रहे और अच्छे से खाना खा सके। टीनएज एक ऐसा दौर होता है जहां बच्चों की ग्रोथ के लिए संतुलित भोजन की जरूरत होती है।

अक्सर मम्मियां काफी परेशान रहती हैं कि उनका बच्चा ये नहीं खाता, वो नहीं खाता। ऐसे में मां के लिए काफी परेशानी खड़ी हो जाती है। हम आपको बताएंगे बच्चों का खाना कैसा होना चाहिए। बच्चों को क्या नहीं खिलाना चाहिए।

टीनएज बच्चों को दें सेहतमंद खाना

13 साल की उम्र से 19 साल की उम्र तक बच्चे किशोरावस्था कि ओर अग्रसर होते हैं। ऐसे में उनके खान-पान का विशेष ध्यान रखना चाहिए। टीनएज में बच्चों को संतुलित आहार दें, जिसमें- रोटी, दाल, चावल, हरी सब्जी, दूध, दही, फ्रूट, ड्राईफ्रूट इत्यादि। मौसम को देखते हुए ही अपने बच्चों की डाइट प्लान करें। ज्यादा से ज्यादा पौष्टिक आहार को खाने में शामिल करें। गर्मी के मौसम में बॉडी को हाईड्रेटेट रखना बहुत जरूरी है। ऐसे में मिनरल्स, विटामिन, न्यूट्रिशन से भरपूर आहार को चुनें।

मौसम अनुसार फल

बच्चों के खाने में मौसम अनुसार फल जरूर शामिल करें। गर्मी के मौसम में ये पेट को ठंडक भी देती है। ऐसे में मौसमी फल जैसे- तरबूज, खरबूज, संतरा, अंगूर, अनानास, स्ट्राबेरी, केला, आम, कीवी जैसे फ्रूट मिलते हैं। अगर आपका बच्चा  टीनएज में है तो आप उसे ये सारे फल आसानी से खिला सकते हैं। अगर आपका बच्चा ये फल सादे तरीके से खाना पसंद नहीं करता है या फिर उसे फल में दिलचस्पी कम है तो आप इसे शेक, जूस, फ्रूट सलाद के रूप में खिला सकते हैं। तरबूज में पानी काफी मात्रा में होती है। इनमें एंटीऑक्सिडेंट पाया जाता है। ऐसे में गर्मी में ये बच्चों की बॉडी को हाइड्रेट रखने में मदद करेंगे। खरबूजे में ढेर सारा मिनरल्स पाया जाता है साथ ही विटामिन-ए, विटामिन-सी भी पाया जाता है ।

कीवी में भरपूर मात्रा में एंटी ऑक्सिडेंट और विटामिन-सी पाया जाता है, जो बच्चों की बढ़ती उम्र में मदद करती है। संतरा में प्रचुर मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है। फल को सुबह के नाश्ते में या फिर दोपहर में दें। रात को फल देने से बचें।

हरी सब्जी

बच्चों के खाने मेें ज्यादा से ज्यादा हरी सब्जियां शामिल करें। अक्सर टीनएज में बच्चे हरी सब्जी खाने से कतराते हैं। फिर भी कोशिश करें कि आपका बच्चा हरी सब्जी खाए। लौकी, तुरई, पालक, भिंडी, शहजन, मटर, शिमला मिर्च, बींस, ब्रोकली जैसी चीजों को शामिल करें। यदि आपका बच्चा इन सब्जियों को खाने से बचता है तो आप मिक्स वेज या किसी ट्विस्ट के साथ इंटरेस्टिंग रूप में बना कर खिलाएं। उदाहरण के लिए स्टफ्ड परांठा, स्टफ्ड सैंडविच। बच्चा सब्जी न खाए तो आप ग्रीन वेजिटेबल का सूप बना कर भी पिला सकती हैं। हरी सब्जियों में भरपूर मात्रा में आयरन और विटामिन, मैग्नेशियम, कैल्शियम पाए जाते हैं।

प्रोटीन युक्त चीजें

बढ़ती उम्र में बच्चों की इनर ग्रोथ के लिए प्रोटीन बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ऐसे में टीनएज बच्चों के लिए प्रोटीन बहुत ही आवश्यक है। खाने में रोजाना एक कटोरी दाल खिलाएं। पीली दाल, हरी मूंग दाल, चने-मसूर की दाल में से किसी भी एक दाल को जरूर चुनें। आप चाहें तो हर दिन अलग दाल को भी खाने में शामिल कर सकती हैं। इससे आपके बच्चे को दाल से बोरियत नहीं होगी। बदलाव के साथ वो दाल को पसंद के साथ खा सकते हैं। दाल से बच्चों को प्रोटीन मिल सकता है। दूध, दही, पनीर, अंडा, टोफू अपने बच्चों के ब्रेकफास्ट, लंच या डिनर में जरूर शामिल करें।

दूध – प्रोटीन के लिए अच्छा स्रोत माना जाता है। बढ़ती उम्र में रोजाना ब्रेकफास्ट में बच्चे को 1 गिलास दूध जरूर दें। एक कप दूध में 8.5 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है। यदि बच्चे को दूध सादे रूप में पसंद न हो तो आप शेक बना कर भी दे सकते हैं। जैसे- बनाना शेक, मिल्क शेक, पपाया शेक इत्यादि।

टोफू – अगर बच्चे को टोफू पसंद हो तो जरूर दें। टोफू प्रोटीन का अच्छा स्रोत माना जाता है। उसके अलावा कार्बोहाइड्रेट, जिंक, फॉस्फोरस भी पाए जाते हैं। ये सोया मिल्क से बने और ग्लूटेन फ्री होता है।

पनीर- प्रोटीन के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है। बढ़ती उम्र में बच्चों को पनीर की सब्जी या पनीर का परांठा दें। 

अंडा- ब्रेक फास्ट में आप एक उबला अंडा खिला सकती हैं। अंडे में प्रचुर मात्रा में प्रोटीन पाए जाते हैं।

लस्सी- दोपहर के खाने में एक कटोरी दही, छाछ  या लस्सी खिला सकती हैं। दही पसंद न हो तो आप छाछ को भुने जीरे और काले नमक के साथ दे सकती हैं। गर्मी के मौसम में बच्चे को नमकीन छाछ पसंद न हो तो लस्सी बना कर भी दे सकती हैं। थोड़ा सा रूहअफजा, थोड़ी आईस मिला कर ट्विस्ट के साथ दे सकती हैं। इसे बच्चे खुशी से पी लेंगे।

ड्राई फ्रूट– गर्मी के मौसम में बच्चों को अत्यधिक ड्राई फ्रूट न दें, लेकिन नियमित रूप से बादाम, अखरोट दे सकती हैं। 4 बादाम और 2 अखरोट रात पानी में भिगो कर सुबह दूध के साथ दिया जा सकता है। बादाम में विटामिन-ई, जिंक, कैल्शियम, ओमेगा थ्री और फैटी एसिड पाए जाते हैं। बादाम मेमोरी को शार्प रखती है वहीं अखरोट दिमाग को तेज बनाता है।

तरल पदार्थ- गर्मी के सीजन में बॉडी को हाइड्रेटेट रखना सभी के लिए बहुत ही जरूरी रहता है। बच्चों को ज्यादा से ज्यादा पानी पीना सिखाएं। यदि आपका बच्चा पानी कम पीता है तो आप घर में तरह-तरह से तरल चीजें बना कर दे सकती हैं। जैसे- खट्टी-मीठी शिकंजी, मिंट वाटर, शेक, जूस, सूप, लस्सी, स्मूदी, नारियल पानी इत्यादि।

आम पन्ना गर्मियों में बॉडी को हाईड्रेट रखने के लिए काफी उपयोगी माना जाता है। आम को आग पर पका कर या उबाल कर इसका पन्ना बना कर बच्चों को पिलाया जा सकता है। आग में पका कर इसे नमक के साथ पन्ना बना सकती हैं। पानी में उबाल कर थोड़ा शक्कर और मिंट के साथ ड्रिंक बना सकती हैं।

बच्चों को गर्मी के मौसम में क्या न खिलाएं

गर्मी के मौसम में बच्चों को गरिष्ठ भोजन न दें। अत्यधिक तेल, मसाला, मिर्च या अधिक गर्म तासीर वाली चीजें न दें। ये पेट में जलन उत्पन्न कर पेट को नुकसान पहुंचा सकती हैं। जंक फूड गर्मी के सीजन में बच्चों को जितना हल्का खाना दें उतना ही बेहतर होगा। पिज़्ज़ा, पास्ता, चाउमिन, जैसी चीजों के सेवन से बचाएं।

यदि आपका बच्चा जंक फूड पर ज्यादा जोर देता हो तो आप घर में ये चीजें बना कर खिलाएं। रोटी या भाकरी पिज़्ज़ा, पास्ता की जगह वीट पास्ता, बेक्ड वेजिटेबल जैसी चीजें ही खिलाएं। माता-पिता को उनकी पसंद और सेहत दोनो को ख्याल में रखते हुए उनका डाईट प्लान करना चाहिए।

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