Life Mantra For Teenager: टीनएज वो उम्र है जब हर बच्चा कई सारे परिवर्तनों से गुजर रहा होता है। उसकी सोच, विचार, व्यवहार के साथ ही उसकी शारीरिक संरचना में बदलाव आने लगते हैं। खासकर बेटियां कई चैलेंजेस फेस करती हैं। ऐसे में अगर आपकी बेटी टीनएज में है तो कुछ बातें उसे समझाना बेहद जरूरी है। इन लाइफ मंत्र से आप अपनी बेटी की आगे की राह आसान बना सकती हैं।
फिजिकल चेंज को लेकर खुलकर करें बात

टीनएज गर्ल्स कई तरीके के शारीरिक परिवर्तनों का सामना करती हैं। प्यूबर्टी एज उनको एक चैलेंज जैसा लगती है। इसलिए जरूरी है कि आप हर विषय पर उससे खुलकर बात करेंं। फिर बात चाहे ब्रेस्ट साइज में परिवर्तन की हो या फिर मनसुलेशन हाइजीन की। उसे ब्रा, ट्रेनिंग ब्रा या फिर स्पोर्ट्स ब्रा पहनने की सलाह दें। साथ ही यह भी बताएं कि ये क्यों जरूरी है। आप जब बेटी से ओपनली बात करेंगी, तब ही वो भी आपको अपनी समस्याएं बता पाएगी।
जरूर दें बैंकिंग की जानकारी

आपने अक्सर देखा होगा कि अधिकांश युवतियां और महिलाएं बैंक से संबंधित काम करने में कतराती हैं। लेकिन आप ऐसी गलती न करें। अपनी टीनएज बिटिया को बैंकिंग की बारीकियां जरूर सिखाएं। टीनएज की यह सीख उसके जीवन भर काम आएगी। उसका बैंक अकाउंट ओपन करवाएं और उसे डेबिट-क्रेडिट कार्ड, ऑनलाइन बैंकिंग जैसी बेसिक जानकारियां दें।
टीनएज में ही बताएं पैसे की वैल्यू

टीनएज एक ऐसी उम्र में सब पहली बार बच्चों को थोड़ी फ्रीडम मिलती है। वो दोस्तों के साथ हैंगआउट करने के लिए जाने लगते हैं। ऐसे में उन्हें पैसे की वैल्यू समझाना बेहद जरूरी है। बच्चियों को बताएं कि वे कैसे बजट मैनेजमेंट करें। अपनी पॉकेट मनी में ही कैसे अपनी जरूरतें पूरी करें। ये सीख जब आप उसे सही उम्र में देंगी तो यह आगे तक उसके काम आएगी।
सेविंग की अहमियत समझाएं

सेविंग्स भविष्य को मजबूत आधार देती हैं, ये बात आप अपने टीनएज बच्चों को जितनी जल्दी समझा देंगी, उतना ही उनके लिए अच्छा है। बेटी को बताएं कि वो कैसे सेविंग्स करे, चाहे वो अपनी पॉकेट मनी से ही कुछ रुपए बचाने की बात हो। यह बात बिटिया के सिक्योर फ्यूचर के लिए बड़े काम की होगी। उन्हें क्रेडिट कार्ड से बोनस प्वाइंट लेने के साथ ही, विभिन्न एप्स से बजट फ्रेंडली शॉपिंग के गुर भी आप सिखाएं, क्योंकि ये भी आज की जरूरत है। साथ ही इमरजेंसी के लिए रिजर्व फंड बनाने के बारे में भी सब कुछ बताएं। ये सभी बातें बच्चियों को फाइनेंशियल सिक्योर बनाएंगी।
गुस्सा होने का सही तरीका

टीनएज में बच्चों में कई हार्मोनल चेंज होते हैं, ऐसे में उनमें मूड स्विंग्स भी ज्यादा होते हैं। वे बात—बात पर गुस्सा होने लगते हैं, लेकिन आप इससे परेशान न हो। बच्चों को बताएं कि अपना गुस्सा निकालने या जताने का भी एक सही तरीका होता है। गुस्सा आने पर शांत कैसे होना चाहिए और अपनी बात सामने कैसे पहुंचानी चाहिए, ये आपको आना चाहिए। एक हैप्पी लाइफ के लिए एंगर मैनेजमेंट आना प्रोफेशनल और पर्सनल दोनों ही स्तर पर जरूरी है।
समझाएं, असफलता है जीवन का एक हिस्सा

टीनएज में बच्चे कैरियर की दौड़ में लगे रहते हैं। कई बार उन्हें सफलता मिलती है तो कई बार वे विफल भी हो जाते हैं। उन्हें समझाएं कि विफलता से विचलित होने की जरूरत नहीं है। उन्हें अपने अनुभवों से कुछ सीखने की सीख दें। फिर बात किसी परीक्षा या कोर्स की हो या फिर रिलेशनशिप की। क्योंकि टीनएज में क्रश, लव, ब्रेकअप भी अब आम बात है। ऐसे में बच्चों को हमेशा सिखाएं कि किसी भी बात से उनकी लाइफ पर इंपेक्ट न आए। पढ़ाई हो या फिर रिलेशनशिप असफलताएं भी लाइफ का हिस्सा हैं।