Healthy Lifestyle-आराम करना स्वास्थ्य के लिए पौष्टिक भोजन करना जितना ही जरूरी है। आराम से शरीर को शक्ति और स्फूर्ति मिलती है। शरीर के अंगों में काम करने की क्षमता बढ़ने के साथ शारीरिक और मानसिक दोनों स्वास्थ्य अच्छे रहते हैं। पर आराम करने के भी कुछ नियम है। जिनकी पालना करने पर ही उसके फायदे मिलते हैं। वरना आराम जीवन के लिए हराम भी हो सकता है। आज हम आपको वही नियम बताने जा रहे हैं।
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आराम का समय

आराम की दो अवस्था है। पहली पहली अवस्था आराम की है जिसका कोई निश्चित नियम नहीं है। जब भी आप शारीरिक या मानसिक परिश्रम से थकान महसूस करें तो शरीर को ढीला छोड़कर तथा मस्तिष्क को विचारों से मुक्त करके कुछ समय के लिए लेट जाएं। इससे आपके थके हुए अंग फिर से क्रियाशील हो जाएंगे। दूसरी अवस्था नींद की है। जिसके लिए समय तय होना चाहिए। जो लोग दिनभर शारीरिक श्रम करते हैं उन्हें कम से कम 8 व ज्यादा से ज्यादा 10 घंटे की नींद लेनी चाहिए। जबकि जो लोग मानसिक कार्य करते हैं उन्हें 7 से 8 घंटे ही सोना चाहिए। छोटे बच्चों के लिए सोने का कोई नियम नहीं है।
भोजन के बाद आराम

आयुर्वेद के अनुसार भोजन के बाद भी कुछ समय के लिए आराम करना जरूरी है। लेकिन, यह आराम लंबा नहीं होना चाहिए। वहीं, आराम केवल गर्मियों में ही करना चाहिए। सर्दियों में आराम नुकसानदेह है।
दिमाग को शून्य रख एकांत में सोएं

पूर्ण आराम या नींद के लिए सोते समय एकांत में विचार शून्य होकर सोएं। आराम करते समय मानसिक या शारीरिक तनाव नहीं होना चाहिए। यदि आप मानसिक रूप से थकान महसूस करते हैं तो मस्तिष्क को विचारों खाली कर दें और आंखें मूंदकर सोए रहे। इस दौरान किसी उलझन या समस्या के विषय में सोचते रहेंगे तो थकान ज्यादा बढ़ेगी। यदि मस्तिष्क खाली रहेगा तो पांच से सात मिनट बाद ही आप तरोताजा महसूस करने लगेंगे।
सोते समय कपड़ों का रखें ख्याल
सोते समय कपड़े ढीले— ढाले पहनने चाहिए। तंग व कसे हुए कपड़ों से शरीर पर दबाव पड़ता है। जिससे नींद या आराम में बाधा होती है। ढीले कपड़ों से आराम मिलने के साथ शरीर की क्षमता में भी बढ़ोत्तरी होती है।
जल्दी सोकर जल्दी उठें
आधुनिक जीवन शैली में लोग रात को देर से सोकर सुबह भी देर तक उठते हैं। जबकि यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। अच्छे स्वास्थ्य के लिए रात को जल्दी सोकर सुबह भी जल्दी उठना चाहिए। सोने व उठने का समय भी निश्चित होना चाहिए। सामान्य परिस्थितियों में इसमें कोई फेरबदल नहीं करना चाहिए।
उठते समय करें ये क्रिया

सुबह बिस्तर छोड़ने से पहले बिस्तर पर हल्का व्यायाम करें। इसके लिए अपने शरीर को पूरी तरह फैला कर कुछ समय लेटे रहें। फिर शरीर पर धीरे-धीरे दोनों हाथ मालिश करने के ढंग से घुमाएं। इससे रक्त संचार सही होगा। उठने से पहले कुछ देर बिस्तर पर पेट के बल उल्टा लेटना व दोनों घुटनों को मोड़कर छाती तक ले जाकर हाथों से दबाना भी फायदेमंद है। इससे रीढ़ की हड्डी सीधे रहने के साथ पेट भी आसानी से साफ होता है।
