आयुर्वेद के अनुसार भोजन के नियम
आयुर्वेद में अच्छे स्वास्थ्य के लिए कुछ नियम बताए गए हैं। उनमें से यहां 15 महत्वपूर्ण नियम बताए जा रहे हैं।
Eating Food Rule: अच्छे स्वास्थ्य के लिए अच्छे आहार को सबसे अहम माना गया है। चिकित्सकों के अनुसार स्वस्थ रहने के लिए व्यक्ति को प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन और खनिज तत्व की संतुलित मात्रा वाला भोजन करना चाहिए। वहीं, आयुर्वेद के अनुसार नीरोगी रहने के लिए अच्छे आहार के साथ व्यक्ति को भोजन के कुछ सामान्य नियमों की पालना भी करनी चाहिए। वैद्य मधुसूदन जोशी के अनुसार आज हम आपको वही 15 नियम बताने जा रहे हैं जो आयुर्वेद के अनुसार आपको बीमारी से बचाए रखेंगे।
1. काम के अनुसार आहार

हमेशा अपने कार्य के अनुसार ही आहार लेना चाहिए। यदि आप कठोर शारीरिक परिश्रम करते हैं तो आपका आहार ज्यादा पोष्टिक होना चाहिए। यदि हल्की शारीरिक मेहनत करते हैं तो आहार भी हल्का और सुपाच्य होना चाहिए।
2. तय समय

भोजन का समय तय होना चाहिए। उसे बार-बार बदलना नहीं चाहिए। रोजाना निश्चित समय पर ही भोजन करना चाहिए।
3. खूब चबाकर खाएं

भोजन को मुंह में डालते ही निगले नहीं। बल्कि, उसे खूब चबाकर खाएं। इससे भोजन जल्दी पचने के साथ अच्छा रस भी बनाता है। भोजन के हर निवाले को कम से कम 32 बार निगलने का नियम सही माना गया है।
4. जल्दबाजी से बचें

भोजन करने में कभी भी जल्दबाजी ना करें। ना ही बातों में व्यस्त रहे। भोजन मौन रहकर खाना चाहिए।
5. ज्यादा तेल व मसाला नहीं

अधिक मिर्च मसालों वाले, चटपटे और तले हुए खाद्य पदार्थ नहीं खाने चाहिए। इससे पाचन से संबंधित रोग पैदा होते हैं।
6. कुछ देर करें आराम

खाना खाने के तुरंत बाद वजन उठाने व तेज चलना स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह है। बेहतर है कि खाना खाने के बाद कुछ देर आराम करें।
7. तुरंत पानी नहीं

भोजन के बीच में या तुरंत बाद पानी ने पियें। अच्छा तो यही है कि भोजन करने के कुछ देर बाद पानी पिया जाए। यदि बहुत ही जरूरी हो तो खाने के बाद कम मात्रा में व इसके बाद करीब पौन घंटे बाद पानी पीयें।
8. गर्म व ठंडे से बचें

खाते समय ध्यान रखें कि कोई भी खाद्य पदार्थ बहुत गर्म या बहुत ठंडा ना खायें। गरम खाने के साथ या बाद में ठंडा पानी बिल्कुल ना पीयें।
9. तनाव व गुस्सा रखें दूर

खाना हमेशा तनाव मुक्त रहकर शांत मन से खाएं। खाना खाते समय किसी भी तरह की चिंता व गुस्सा स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है।
10. पाचक दवा को कहें ना

खाना खाने के बाद उसे पचाने वाले चूर्ण या ऐसी कोई अन्य दवा का सेवन करने की आदत कभी ना डालें। ये आदत पाचन शक्ति को कमजोर कर शरीर में कई तरह के रोग बढ़ाती है।
11. सोते समय पीयें दूध

जहां तक संभव हो रात को सोते समय गर्म दूध का सेवन जरूर करें। यह पाचन शक्ति व उर्जा दोनों बढ़ाता है।
12. फलों का रस अच्छा

भोजन के बाद फलों का सेवन किया जाए तो यह शक्ति बढ़ाने वाला होता है। इससे भोजन भी जल्दी पचता है।
13. रात को हल्का भोजन

भोजन को कभी भी भूख से ज्यादा ना खाएं। जितनी भूख हो उतना ही भोजन करें।
रात का खाना हमेशा हल्का व सोने से कम से कम दो से तीन घंटे पहले खाएं।
14. रात को दही को ना

रात के समय दही या लस्सी का सेवन बिल्कुल ना करें। इससे शरीर में म्यूकस ज्यादा बनता है। इससे सर्दी, जुकाम और गले में खराश जैसी परेशानी हो सकती है।
15. बैठकर खाएं खाना

खाना कभी भी खड़े होकर ना खाएं। हमेशा जमीन पर आसन बिछाकर आलती- पालती मारकर बैठते हुए ही भोजन करें।
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