इस वजह से गर्मियों में नहीं खाना चाहिए गुड़: Avoid Jaggery in Summer
Avoid Jaggery in Summer

Jaggery in Summer: जैसे-जैसे मौसम में बदलाव होता है उसी हिसाब से खानपान में भी बदलाव जरूरी है, यदि ऐसा ना किया जाए तो आपको कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। दरअसल, अच्छी डाइट हमारी सेहत को स्वस्थ बनाए रखने में अहम भूमिका निभाती है। वैसे तो कई चीजों को पोषक तत्वों का भंडार माना जाता है, लेकिन उन्हें मौसम के अनुसार खाया जाए तो बेहतर है। ऐसी ही एक करामाती चीज़ का नाम है गुड़। यह खाने में जितना स्वादिष्ट होता है, सेहत के लिए भी उतना ही फायदेमंद होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि विशेषज्ञ गर्मियों में गुड़ खाने की सलाह क्यों नहीं देते हैं? गर्मियों में मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर गुड़ का सेवन सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। गुड़ का अधिक सेवन पाचन क्रिया को धीमा कर सकता है। ऐसे में गुड़ गर्मियों के बजाय सर्दियों या ठंडे मौसम में खाना ज्यादा फायदेमंद होता है। चलिए जानते हैं आखिर क्यों गुड़ को गर्मियों में खाने से बचना चाहिए।

गुड़ (Jaggery) में मौजूद पोषक तत्व

Avoid Jaggery in Summer
Jaggery in Summer

गुड़ एक नेचुरल स्वीटनर है जो कि पाम ट्री और गन्ने के रस से बनता है। यह परिष्कृत खनिज पदार्थों से भरपूर होता है। गुड़ में कई तरह के विटामिंस भी पाए जाते हैं। इसमें आयरन, मैग्नीशियम, पोटेशियम के साथ ही कई तरह के एंटी ऑक्सीडेंट भी होते हैं। लेकिन इसके साथ ही इसमें अधिक मात्रा में शुगर भी पाई जाती है।

इन वजहों से गर्मियों में नहीं खाना चाहिए गुड़ :-

गर्मियों में गुड़ न खाने के कई कारण है चलिए जानते हैं इनके बारे में।

डाइजेशन की समस्या

गर्मियों में गुड़ का सेवन हो सकता है आपकी सेहत के लिए अच्छा ना हो। हालांकि गुड़ मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है लेकिन इसमें शुगर बहुत अधिक मात्रा में होती है, ऐसे में गर्मियों में गुड़ के सेवन से आपको डाइजेशन की समस्याएं यानी पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती है। इससे आपको ब्लोटिंग, हैवीनेस और असहज महसूस हो सकता है। दरअसल, गर्मियों में डाइजेशन की क्षमता सामान्यतौर पर कम हो जाती है और गुड़ को गर्मियों में खाने से डाइजेशन प्रोसेस और भी कम हो जाता है।

पित्त दोष की समस्या

गर्मियों में गुड़ के सेवन से आपके शरीर की आंतरिक गर्मी भी असंतुलित हो सकती है, इस वजह से आपको हीट रिलेटेड सेहत संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। जब भी आयुर्वेद की बात आती है तो ये हमेशा सेहतमंद रहने के लिए ‘दोष’ को संतुलित करने पर जोर देता है। ऐसा माना जाता है कि गुड़ को गर्मियों में खाने से ‘पित्त दोष’ और भी अधिक संतुलित हो जाता है जो कि हीट और फायर से संबंधित है। गर्मियों में गुड़ खाने से हो सकता है कि पित्त दोष बहुत ज्यादा असंतुलित हो जाए जिससे कि आपको कई तरह की अंदरूनी हीट संबंधी समस्या हो जाएं। इससे आप डिहाइड्रेशन, हीटस्ट्रोक यहां तक कि बहुत ज्यादा पसीने आने की समस्या को महसूस कर सकते हैं।

गैस संबंधी समस्याएं

कम ही लोग जानते होंगे कि गुड़ में नमी का कांटेक्ट बहुत ज्यादा होता है जो कि फंगस और बैक्टीरिया को पनपने में मददगार होता है। गर्मियों में होने वाली गर्म और ह्यूमिड कंडीशन इस प्रोसेस को और भी तेज कर देती है। नतीजन, नुकसानदायक बैक्टीरिया पनपने लगते हैं। ऐसे में गर्मी में जब गुड़ का सेवन किया जाता है तो गैस संबंधी समस्याएं हो जाती हैं। इसके साथ ही फ़ूड पॉइज़निंग और अन्य कई तरह की हेल्थ संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं। ऐसे स्थिति में गर्मियों में गुड़ को नजरअंदाज करने की सलाह दी जाती है।

नाक से खून आना

Nose Bleeding
Avoid Jaggery in Summer-Nose Bleeding

सर्दियों में गुड़ खाना जितना फायदेमंद है, गर्मियों में उतना ही नुकसानदायक भी हो सकता है। गर्मियों में गुड़ के सेवन से नाक से खून आने का खतरा भी बढ़ सकता है। गुड़ की तासीर गर्म होती है इसलिए नाक से खून आने की शिकायत बढ़ सकती है। यही कारण है कि विशेषज्ञ गर्मियों में गुड़ न खाने की सलाह देते हैं। इसके अलावा गर्मियों में गुड़ का अधिक सेवन करने से एलर्जी की समस्या हो सकती है।

गठिया रोग में है हानिकारक

गर्मियों में अधिक गुड़ का सेवन करने से गठिया का दर्द बढ़ सकता है। ऐसा माना जाता है कि गुड़ पूरी तरह से शुद्ध नहीं होता है और इसमें अधिक मात्रा में सुक्रोज पाया जाता है। इसलिए गठिया के मरीजों को खासकर गर्मियों में गुड़ नहीं खाना चाहिए। इसके अलावा सुक्रोज आपके शरीर में बनने वाले ओमेगा-3 फैटी एसिड में समस्याएं पैदा कर सकता है, जिससे शरीर में जलन और सूजन की शिकायत हो सकती है।

बढ़ सकता है शुगर लेवल

डायबिटीज के मरीजों को भी गुड़ खाने से बचना चाहिए, इससे उनका शुगर लेवल अत्यधिक बढ़ सकता है। आमतौर पर डायबिटीज के मरीजों को मीठा खाने खे लिए मना किया जाता है और गुड़ को भी सावधानी से खाने की सलाह दी जाती है। लेकिन गर्मियों में यदि डायबिटीज के मरीज गुड़ का सेवन करते हैं तो यह उनकी सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। दरअसल, गुड़ को एक अपरिष्कृत हेल्थी स्वीटनर माना जाता है क्योंकि इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है। ऐसे में डायबिटीज के मरीजों को गुड़ को सावधानी से खाने की सलाह दी जाती है लेकिन इसमें शुगर की मात्रा तो रहती ही है और गर्मियों में इसे खाने से इन्सुलिन सेंसटिविटी पर प्रभाव पड़ता है जिससे कि डिहाइड्रेशन होता हो सकता है, अंदरूनी हीट बढ़ सकती है और ग्लूकोस लेवल बढ़ सकता है। ऐसी स्थिति में यदि डायबिटीज के मरीज गुड़ खाते हैं तो उन्हें कई और समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है।

निष्कर्ष

इसमें कोई शक नहीं है कि गुड़ सेहत के लिए फायदेमंद है लेकिन इसे सावधानी से खाना जरूरी है। गर्मियों में गुड़ खाने से डाइजेशन की समस्या, शरीर के तापमान में असंतुलन, ब्लड शुगर लेवल का बढ़ना, नाक से खून आना और बैक्टीरियल ग्रोथ होना जैसी समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में गर्मियों में गुड़ के सेवन बजाय कुछ और स्वीटनर विकल्प की तलाश करनी चाहिए।