National Celiac Disease Awareness Day: मिस यूनिवर्स 2021 हरनाज कौर संधू अपने बढ़ते वजन को लेकर अक्सर नेटिजन्स के निशाने पर रहती हैं। हालांकि हरनाज इन टिप्पणियों से कभी प्रभावित नजर नहीं आईं और पूरे आत्मविश्वास के साथ उन्होंने अपने बढ़ते वजन के कारणों को दुनिया को बताया। उन्होंने बताया कि वह ‘सीलिएक रोग’ से पीड़ित हैं। यही कारण है कि उनका वजन बढ़ रहा है। हर साल 13 सितंबर को ‘नेशनल सीलिएक डिजीज अवेयरनेस डे’ मनाया जाता है। चलिए जानते हैं कि आखिर क्या है यह रोग, जिसके विषय में अभी भी बहुत कम लोग जानते हैं।
रेयर डिजीज है सीलिएक

दरअसल, सीलिएक डिजीज से पीड़ित शख्स ग्लूटेन को लेकर काफी सेंसिटिव हो जाता है। यह रोग एक आनुवंशिक ऑटोइम्यून विकार है, जिसमें पीड़ित व्यक्ति ग्लूटेन, गेहूं, राई और जौ में पाए जाने वाले प्रोटीन का सेवन नहीं कर सकता है। इस रोग से पीड़ित शख्स ग्लूटेन को पचा नहीं पाता है। ऐसे में इसका सीधा असर आंतों पर पड़ता है। हालांकि यह एक रेयर डिजीज है। वैश्विक स्तर पर हर सौ में से एक व्यक्ति इस रोग से पीड़ित है। इस रोग से पीड़ित शख्स के शरीर में अगर ग्लूटेन चला जाता है तो छोटी आंत को नुकसान होता है। इससे पूरा पाचन तंत्र खराब हो सकता है। इतना ही नहीं यह पोषक तत्वों का शरीर में अवशोषण भी रोक देता है। हालांकि लोग इस रोग के विषय में आज भी ज्यादा नहीं जानते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार 90 प्रतिशत भारतीय इस रोग को लेकर जागरूक नहीं है। वहीं दुनियाभर इसे लेकर यही स्थिति है। इसलिए हर साल 13 सितंबर को ‘नेशनल सीलिएक डिजीज अवेयरनेस डे’ मनाया जाता है।
इन्हें करता है ज्यादा प्रभावित
इस रोग का असर छोटी आंत पर पड़ता है। इसी के साथ इसका उपचार न लेने से कई जानलेवा बीमारियां होने का खतरा रहता है। कैंसर के साथ ही ऑस्टियोपोरोसिस और बांझपन सहित अन्य विकार हो सकते हैं। सीलिएक डिजीज महिलाओं, टाइप 1 डायबिटीज और डाउन सिंड्रोम से पीड़ित लोगों को ज्यादा प्रभावित करता है।
ये हैं इस रोग के लक्षण

इस रोग के कई लक्षण हैं, जिन पर लोग समय पर ध्यान नहीं देते और फिर भविष्य में उन्हें इसका बड़ा परिणाम भुगतना पड़ सकता है। सीलिएक डिजीज से पीड़ित बच्चों में पाचन संबंधी परेशानियां रहना आम बात है। इससे पेट दर्द होना, दस्त व उल्टी होना या फिर कब्ज जैसे लक्षण नजर आते हैं। वहीं वयस्कों में इसके कई लक्षण नजर आते हैं। जैसे पाचन संबंधी परेशानियों के साथ ही एनीमिया होना, हर समय थकान महसूस करना, जोड़ों में दर्द होना, गठिया की परेशानी, ऑस्टियोपोरोसिस, यकृत विकार आदि। कई बार इसके कारण स्किन पर लाल रंग के चकत्ते भी हो जाते हैं।
सीलिएक डिजीज का इलाज

सीलिएक डिजीज का फिलहाल कोई स्थाई उपचार वैज्ञानिक नहीं खोज पाए हैं। ऐसे में सावधानी ही इस रोग से बचाव है। इस रोग से पीड़ित लोगों को अपनी डाइट पर खास ध्यान देना चाहिए और हमेशा ग्लूटेन फ्री डाइट ही लेनी चाहिए।
ये नहीं खा सकते : सीलिएक डिजीज से पीड़ित लोगों को हमेशा पैकेट पर सामग्री देखकर ही चीजों का सेवन करना चाहिए। वे गेहूं, जौ, राई, ब्रेड, पास्ता, मैदा, सूजी, बिस्किट, कुकीज, केक, पेस्ट्री, दलिया, पिज्जा, ओट्स नहीं खा सकते। सॉस भी सामग्री देखकर ही खानी चाहिए।
ये खा सकते हैं : सीलिएक रोगियों के लिए सभी डेयरी प्रोडक्ट बेस्ट हैं। जैसे दूध, पनीर, बटर, दही वे खा सकते हैं। इसी के साथ फल, सब्जियां, चावल, राइस नूडल्स, मक्का, सोया, मांस, मछली, क्विनोआ, नट्स वे खा सकते हैं।