Pregnancy overthinking silent pressure
Pregnancy overthinking silent pressure

Summary: गर्भावस्था में अकेलेपन से निपटने के आसान टिप्स

गर्भावस्था के दौरान महसूस होने वाला अकेलापन सामान्य है, लेकिन इसे नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए। अपनी बात साझा करना, जर्नलिंग और खुद को व्यस्त रखना आपकी मानसिक सेहत को संतुलित रख सकता है।

Pregnancy Loneliness: गर्भावस्था एक ऐसा समय है जब महिला कई तरह के नए अनुभव महसूस कर रही होती है। इस दौरान महिला कई तरह के शारीरिक तथा मानसिक बदलाव से गुजरती है। इन बदलावों के कई कारण हो सकते हैं, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण कारण है महिला के शरीर में हार्मोनल स्तर में तेजी से बदलाव। जिस कारण कई महिलाएं गर्भावस्था के दौरान अकेलेपन की भावना से गुजरती है। गर्भावस्था के दौरान महसूस होने वाले अकेलेपन से कैसे निपटे आइए जानते हैं, इस लेख में।

Pregnancy Loneliness
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अगर आप गर्भावस्था के दौरान लगातार उदास या चिड़चिड़ा महसूस करती हैं।

अगर आपको किसी से मिलने या बात करने का मन नहीं करता, यहां तक कि आप फोन कॉल्स भी नजरंदाज करती हैं।

हर समय अकेला रहना पसंद करती हैं, मैं क्या कर रही हूं, मुझसे नहीं होगा जैसे, सवालों को हर समय सोचती रहती हैं।

बहुत ज्यादा या बहुत कम नींद आना, भूख बहुत ज्यादा या बहुत काम लगना, लगातार सिर में दर्द रहना।

ये कुछ संकेत है जो बताते हैं कि आप अकेलेपन से गुजर रही हैं। आईए जानते हैं अकेलेपन की भावना से निपटने के लिए आप कौन-कौन से कदम उठा सकती हैं।

गर्भावस्था के दौरान महिला के मन में अपने आने वाले भविष्य को लेकर, अपने करियर को लेकर, किस तरह वह मां बनने के बाद सब संभालेगी, इस तरह के बहुत से सवाल होते हैं। जिनके बारे में सोच-सोच कर वह खुद को तनाव ग्रस्त तथा अकेला कर लेती हैं।

क्या करें: इस दौरान महिला के मन में जो भी सवाल या शंका हो उसके बारे में अपने साथी, परिवार या दोस्त से बात करें। याद रखें आप अपनी बातों को जितना खुद तक रख कर सोचती रहती है उतना ही वह आपके तनाव का कारण होता है। अपनी भावनाओं को कह देना आपको राहत देता है।

जर्नलिंग में आप अपने मन की बातों को लिखते हैं तथा खुद से ही उनके जवाब देते हैं। अपने सवालों को लिखने से आप उनके प्रति अधिक जागरूक होते हैं तथा आपका दिमाग खुद को उनके उत्तर पर केंद्रित करता है।

कैसे करें: खुद से पूछे आज आप उदास क्यों महसूस कर रही हैं, क्या कोई बात है जो ना कहा पाने के कारण आप उदास महसूस कर रही हैं या कुछ अलग खाने या करने का मन है या भविष्य की चिंता है आपको जो भी है उसे लिखें।

फिर उन सवालों के उत्तर खुद से दें। अपने डर और उम्मीदें दोनों ही कागज पर लिखकर खुद को बताएं।

इतने के बाद खुद से पूछे क्या सच में या बड़ी बात है, जिसके लिए मुझे तनाव लेने की जरूरत है। अगर आपको जवाब हां में मिले तो अपने साथी से बात करें तथा काउंसलर की मदद लें।

बहुत से लोगों को दुखी होने पर लगता है खुद को खुश रखना मुश्किल है। आपकी यही सोच आपके तनाव और अकेलेपन को अधिक बढ़ा देती है।

क्या करें: अधिक सोच कर छोटी बात को अधिक बड़ा ना बनाएं। मानसिक शांति के लिए मेडिटेशन करें, शांत तथा आनंद देने वाले संगीत सुने, दिन में कुछ समय प्राकृतिक के साथ बिताए, खुद को पूरी तरह खाली न रखें, घर के छोटे-छोटे काम करें जिन्हें आप आसानी से कर सकती हैं, अपनी पसंद की किताबें पढ़े, पेंटिंग करें या फिर कोई ऐसा काम जिसे आप पसंद करती हैं और समय क्या अभाव में अभी तक शुरू नहीं कर पाई है।

इन छोटे-छोटे टिप्स को अपना कर आप गर्भावस्था के दौरान होने वाले अकेलेपन को कम कर सकती हैं।



निशा निक ने एमए हिंदी किया है और वह हिंदी क्रिएटिव राइटिंग व कंटेंट राइटिंग में सक्रिय हैं। वह कहानियों, कविताओं और लेखों के माध्यम से विचारों और भावनाओं को अभिव्यक्त करती हैं। साथ ही,पेरेंटिंग, प्रेगनेंसी और महिलाओं से जुड़े मुद्दों...