बेटनोवेट एन क्रीम का क्या है उपयोग? यहां जानिए
बेटनोवेट एन क्रीम स्किन की संक्रमण से जुड़ी समस्याओं को कम करने में प्रभावी दवा साबित हो सकता है। आइए जानते हैं इस क्रीम के बारे में विस्तार से-
Betnovate N Cream: बेटनोवेट एन क्रीम एक तरह का कोर्टिकोस्टेरॉयड दवा है, जो स्किन की एलर्जी को कम करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यह क्रीम ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड (glaxosmithkline Pharmaceutical ) कंपनी द्वारा बनाया गया एक ड्रग है। इसके स्किन की परेशानियां कम हो सकती हैं। इस लेख में हम आपको बेटनोवेट एन क्रीम के बारे में विस्तार से बताएंगे। आइए जानते हैं क्या हैं बेटनोवेट एन क्रीम के फायदे, नुकसान, इस्तेमाल का तरीका और क्या है इसकी कीमत?
बेटनोवेट-एन क्या है?
बेटनोवेट-एन क्रीम है, एक स्टेरॉयड दवा है। इस दवा में 3% नीओमायसीन सल्फेट और 0.1% बीटामेथासोन वालेरेट मुख्य रूप से पाया जाता है। इस क्रीम में मौजूद बीटामेथासोन आपकी स्किन की कोशिकाओं के अंदर तक पहुंचकर स्किन के हानिकारक केमिकल्स को कम करता है, जिससे स्किन की सूजन बढ़ती है। मुख्य रूप से इस दवा के प्रयोग से स्किन की सूजन, लालिमा और खुजली को शांत करने में मदद मिल सकती है। साथ ही यह खरोंच को भी कम कर सकता है। इतना ही नहीं, इसमें मौजूद नीओमायसीन सल्फेट आपकी स्किन को जीवाणु इन्फेक्शन से रोकने में मदद कर सकता है।
बेटनोवेट-एन के फायदे क्या हैं – Betnovate N Cream benefits in Hindi
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स्किन की परेशानियों जैसे- एक्सिमा, कीट कटाने पर होने वाली परेशानी, घमौरिया जैसे इलाज को कम करने के लिए बेटनोवेट-एन क्रीम का इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा यह स्किन पर अन्य तरह के रैशेज जैसे- खुजली, स्किन की सूजन, लालिमा को भी कम कर सकता है।

इतना ही नहीं, डॉक्टर की सलाह पर स्क्रैचिंग को रोकने के लिए भी इस क्रीम का इस्तेमाल हो सकता है। ध्यान रखें कि इस क्रीम को प्रभावित हिस्से पर पतली लेयर ही लगानी होती है। काफी मात्रा या फिर पूरे स्किन पर इसे लगाने से बचें। डॉक्टर इसे लगाने की अवधि आपकी स्थिति पर निर्भर करता है।
किस तरह लें बेटनोवेट एन – Betnovate N Cream Uses in Hindi
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- आमतौर पर बेटनोवेट मार्केट में क्रीम के रूप में मिलती है।
- इस क्रीम का इस्तेमाल स्किन की नमी वाले हिस्से पर किया जाता है। हालांकि, यह क्रीम थोड़ी मोटी होती है, ऐसे में ड्राई हिस्से पर इसे लगाना बेहतर होता है।
- इसे दिन में दो बार पतली परत में लगाना चाहिए। इससे अधिक बार लगाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
- क्रीम को लगाने वाले हिस्से को अच्छे साफ करें, ताकि संक्रमण फैलने के खतरे को कम किया जा सके।
बेटनोवेट-एन क्रीम को लगाने के दौरान इस निर्देशों का करें पालन
- ध्यान रखें कि बेटनोवेट-एन क्रीम का इस्तेमाल डॉक्टर के दिशा-निर्देश पर ही करें।
- इस क्रीम का इस्तेमाल सिर्फ स्किन के बाहरी हिस्से पर किया जाता है। अंदरूनी हिस्से या गंभीर चोट लगने पर इसका प्रयोग न करें।
- कंटेनर की नोक को गंदे हाथों से न छुएं, इससे दवा संक्रमित हो सकता है।
- किसी कारण से अगर यह दवा आंखों में चली जाए, तो अपनी आंखों को तुरंत साफ पानी से धोएं।
- क्रीम को प्रभावित हिस्से पर लगाने से पहले अपने हाथों को अच्छे से धो लें। बाद में क्रीम को लगाने से बाद हाथों को साबुन से धोना न भूलें।
- प्रभावित हिस्से पर बेटनोवेट क्रीम को हल्के हाथों से लगाएं। ज्यादा दबाव न डालें।
बेटनोवेट-एन की खुराक क्या है – Betnovate N Cream Dosage in Hindi
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इस दवा की खुराक और लगाने का तरीका जानने के लिए आपको डॉक्टर से सलाह लेने की जरूरत है, ताकि आपको सटीक जानकारी मिल सके। सामान्य स्थितियों में मरीज की आयु और वजन के हिसाब से इसका इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा मरीज की स्वास्थ्य की स्थिति और गंभीरता के आधार पर भी इसे लगाने के लिए कहा जा सकता है।
ध्यान रखें कि अगर आप पहली बार इस क्रीम को लगा रहे हैं या फिर इतिहास में पहले इसे लगाने के बाद एलर्जी हुई है, तो इस स्थिति में इस क्रीम का प्रयोग न करें। इस क्रीम का दैनिक रूप में इस्तेमाल 1 से दो बार करने की सलाह दी जाती है। वहीं, इसे डॉक्टर आपको 4 सप्ताह तक लगाने के लिए कह सकते हैं। हालांकि, यह अवधि मरीज की उम्र, वजन और स्थिति के हिसाब से बदल भी सकती है।
कब नहीं लगाना चाहिए बेटनोवेट एन?
- अगर आपको इसमें मौजूद ड्रग बीटामेथासोन या नीओमायसीन से एलर्जी की शिकायत है, तो इस स्थिति में बेटनोवेट-एन का इस्तेमाल न करें.
- स्किन पर चोट या फिर संक्रमित स्थान पर इसका इस्तेमाल करने से बचें।
- बिना डॉक्टरी सलाह के इसे चेहरे पर लगाने से बचें।
- अगर आपके पहले किसी तरह की स्टेरॉयड वाली ली है या ले रहे हैं, तो इस स्थिति में इस दवा का प्रयोग करने से बचें।
- 1 साल से कम उम्र के बच्चों की स्किन पर बेटनोवेट एन लगाने से बचना चाहिए।
- हर्पीस, चिकन पॉक्स, सिम्प्लेक्स संक्रमण जैसे संक्रमण की परेशानी में इस क्रीम को लगाने से बचें।
- एथलीट फुट, थ्रश जैसे स्किन फंगल के संक्रमण से इसका प्रयोग करने से बचना चाहिए।
- मुंहासों, सोरायसिस की स्थिति में इसका प्रयोग न करें।
- नेपी की वजह से बच्चों को होने वाले चकत्ते, स्किन पर बिना वजह सूजन और खुजली होने की स्थिति पर भी इसे लगाने बचें।

बेटनोवेट-एन के नुकसान क्या है– Betnovate N Cream Side Effects in Hindi
बेटनोवेट-एन क्रीम का इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह पर लगें। अगर आप बिना सोचे-समझे इस क्रीम का प्रयोग करते हैं, तो इससे स्किन पर नुकसान होने की संभावना बढ़ जाती है। आइए जानते हैं इससे होने वाले संभावित नुकसान क्या हैं?
- स्किन पर खुजली और लाल दाने होना
- त्वचा पर बिना वजह खिंचाव के निशान दिखना
- संक्रमण में वृद्धि होना
- स्किन का काफी ज्यादा पतला होना
- स्किन पर पिगमेंटेशन की परेशानी बढ़ना
- बिना वजह स्किन पर अनचाहे बालों की वृद्धि
- एक्ने की समस्या बढ़ना, इत्यादि।

क्या बेटनोवेट एन क्रीम गर्भवती महिलाओं के लिए सुरक्षित है?
नहीं, गर्भवती महिलाओं के लिए बेटनोवेट-एन क्रीम का इस्तेमाल करना सुरक्षित नहीं माना जाता है। हालांकि, ध्यान रखें कि मानव पर आधारित इसके रिसर्च काफी कम हैं, लेकिन जानवरों पर इसे लेकर अध्ययन किया गया है। इस अध्ययन के मुताबिक, प्रेग्नेंसी में अगर आप इस क्रीम का प्रयोग करते हैं, तो इससे भ्रूण में पल रहे शिशु पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए कोशिश करें कि अगर आप किसी तरह की परेशानी होने पर इस क्रीम को लगाने का विचार कर रहे हैं, तो इस स्थिति में डॉक्टर से परामर्श लेकर ही इसका प्रयोग करें।

क्या बेटनोवेट एन क्रीम बच्चों की स्किन के लिए सुरक्षित है?
बेटनोवेट-एन क्रीम का इस्तेमाल 2 साल से कम उम्र के बच्चों की स्किन पर नहीं करना चाहिए। इससे उन्हें नुकसान हो सकता है। ध्यान रखें कि इसे बच्चों की नैपी के नीचे न लगाएं। इससे कई तरह की समस्याओं का खतरा रहता है। साथ ही एयरटाइट ड्रेसिंग के नीचे भी इसका प्रयोग करने से बचें। दरअसल, बच्चों की स्किन काफी पतली होती है, ऐसे में इस दवा से स्टेरॉयड के अवशोषण का खतरा काफी अधिक रहता है, जिससे बच्चों के विकास में गड़बड़ी होने की संभावना बढ़ जाती है।

क्या बेटनोवेट क्रीम को चेहरे पर लगा सकते हैं?
बेटनोवेट क्रीम को चेहरे पर लगाने से पहले डॉक्टर से उचित परामर्श लें। दरअसल, चेहरे की स्किन काफी नाजुक और पतली होती है। ऐसे में इसे डायरेक्ट चेहरे पर लगाने से स्किन को नुकसान होने का खतरा रहता है। साथ ही चेहरे की स्किन पतली होने की वजह से स्टेरॉयड अवशोषण का खतरा रहता है, इसलिए इस क्रीम के प्रयोग से बचें।

बेटनोवेट सी और बेटनोवेट एन के बीच क्या अंतर है?
बेटनोवेट-एन क्रीम में बीटामेथासोन और नियोमाइसिन एक्टिव घटक मौजूद होते हैं। यह क्रीम एंटीबायोटिक और स्टेरॉयड दवाओं का कॉम्बिनेशन है। आमतौर पर इस दवा का इस्तेमाल स्किन पर संक्रमण का इलाज करने के लिए किया जाता है।
वहीं, बेटनोवेट-सी क्रीम क्लायक्विनॉल और बीटामेथासोन घटक से बना है, जो एक एंटीफंगल दवा है। इसके प्रयोग से स्किन की सूजन, इन्फेक्शन इत्यादि को कम किया जा सकता है। इसके अलावा फंगल की परेशानी को दूर करने के लिए भी इसका प्रयोग कर सकते हैं।
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैंI Grehlakhsmi इनकी पुष्टि नहीं करताI इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करेंI)
FAQ | क्या आप जानते हैं
बेटनोवेट N क्रीम के फायदे और नुकसान क्या है?
बेटनोवेट एन क्रीम के इस्तेमाल से स्किन पर होने वाली संक्रमण से जुड़ी परेशानियों को कम करने के लिए किया जा सकता है। हालांकि, इसका प्रयोग करने से पहले एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर लें। इससे आपकी स्किन को कुछ नुकसान होने का खतरा भी हो सकता है, जिसमें स्किन की खुजली, एक्ने, लालिमा, अनचाहे बालों की वृद्धि इत्यादि शामिल है।
कब लगाना चाहिए बेटनोवेट N क्रीम ?
बेटनोवेट N क्रीम का इस्तेमाल दिन में दो से तीन बार पतली लेयर लगानी चाहिए। इससे अधिक बार लगाने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर लें। क्योंकि हर व्यक्ति की स्थिति पर इसके लगाने का तरीका और अवधि में बदलाव किया जा सकता है।
क्या ब्रेस्टफीडिंग में बेटनोवेट एन क्रीम सुरक्षित है?
बेटनोवेट-एन क्रीम ब्रेस्टफीडिंग के दौरान सुरक्षित हो सकता है। इससे बच्चों को किसी तरह का जोखिम नहीं होता है। हालांकि, ध्यान रखें कि इससे बच्चों को सीधे संपर्क में आने से बचना चाहिए।
बेटनोवेट-एन क्रीम को कैसे करें स्टोर?
बेटनोवेट-एन क्रीम को सीधे धूप और नमी के संपर्क में आने से बचाकर रखना चाहिए। इसे हमेशा कमरे के तापमान पर स्टोर करें। बच्चों और पालतू जानवरों से इस क्रीम को दूर रखने की कोशिश करें। इससे उन्हें नुकसान होने की संभावना रहती है।