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Kapalbhati Benefits: कपालभाति का नियमित रूप से अभ्यास करने से आपकी सेहत को कई लाभ हो सकते हैं। यह शरीर के वजन को कम करने से लेकर पाचन संबंधी विकारों को दूर कर सकता है। आइए जानते हैं इसके लाभ के बारे में विस्तार से-
kapalbhati pranayama benefits : शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए योग बहुत ही जरूरी माना जाता है। अधिकतर हेल्थ एक्सपर्ट स्वस्थ शरीर के लिए नियमित रूप से योग का अभ्यास करने की सलाह देते हैं। योग में कई तरह से आसन शामिल हैं, जिसमें से कपालभाति भी एक आसन है। यह षट्कर्म का एक अभ्यास है। संस्कृत में कपाल का अर्थ ललाट होता है। वहीं, भाति का अर्थ प्रकाश या दीप्ति है। इन शब्दों के अर्थ से स्पष्ट होता है कि कपालभाति का अभ्यास करने से मस्तिष्क के आगे वाले भाग में प्रकाश या फिर स्पष्टता लाई जा सकती है। नियमित रूप से कपालभाति का अभ्यास करने से आपको कई तरह के स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं। आइए जानते हैं कपालभाति के फायदे और रोजाना अभ्यास करने से होने वाले लाभ क्या हैं?

कपालभाति के फायदे क्या हैं?
नियमित रूप से कपालभाति का अभ्यास करने से आपके शरीर को कई लाभ हो सकते हैं। आइए जानते हैं कुछ महत्वपूर्ण लाभ के बारे में-
अगर आप नियमित रूप से कपालभाति का अभ्यास करते हैं, तो इससे आपका मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है, जो बढ़ते वजन को कंट्रोल करने में प्रभावी माना जाता है।
शरीर की अशुद्धियों को शुद्ध करने में कपालभाति मददगार है।
कपालभाति के अभ्यास से आपके पेट की मांसपेशियों को मजबूती मिलती है।
डायबिटीज रोगियों के लिए भी कपालभाति फायदेमंद साबित हो सकता है।
अगर आप ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करना चाहते हैं तो नियमित रूप से कपालभाति का अभ्यास करें।
मन को शांत करने में कपालभाति प्रभावी होता है। इससे स्ट्रेस और डिप्रेशन को कम करने में मदद मिल सकती है।
सेक्सुअल संबंधी परेशानियों को भी दूर करने में कपालभाति फायदेमंद साबित हो सकता है।

कपालभाति का बेसिक स्टेप्स
कपालभाति का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले एक आसन पर आराम से बैठ जाएं।
इस दौरान अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें। वहीं, हाथों को घुटनों पर ज्ञान मुद्रा में रखें।
अब अपनी आंखों को बंद करके पूरे शरीर को ढीला छोड़ें।
इसके बाद गहरी सांस लें और पेट की मांसपेशइयों को सिकोड़ते हुए सांस छोड़ें। ध्यान रखें कि सांस को बाहर छोड़ते समय अधिक दबाव न डालें।
इसके बाद फिर से सांस लें और छोड़ें। सांस को आराम से लें और बिना दबाव के छोड़ें।
इसी तरह लगातार कम से कम 10 बार अभ्यास करें।
लगातार 3 से 5 चक्र में इस क्रिया को दोहराएं।
नियमित रूप से इस योग के अभ्यास से आपके मन को शांति मिलेगी।

नियमित रूप से कपालभाति का अभ्यास करने से आपके शरीर को कई लाभ हो सकते हैं। हालांकि, ध्यान रखें कि अगर आपको यह आसन करने के बाद किसी तरह का दर्द या फिर चक्कर जैसा महसूस हो रहा है तो इसे तुरंत बद कर दें। परेशानी कम होने पर आप दोबारा प्रयास कर सकते हैं। अगर यह परेशानी दोबारा होती है, तो इस स्थिति में एक्सपर्ट की मदद तुरंत लें।