Rain Precaution: अप्रैल और मई के महीने में सामान्यता भीषण गर्मी और लू का सामना करना पड़ता है लेकिन पिछले कुछ सालों में मौसम ने अपना मिजाज बदल दिया है। कभी चिलचिलाती धूप तो कभी आंधी और बारिश लोगों की परेशानी का कारण बन रही है। IMD के अनुसार इस बार उत्तर भारत में प्री-मॉनसून ने जून में नहीं बल्कि मई में ही दस्तक दे दी है। हालांकि इस बारिश ने लोगों को लू और गर्मी से तो राहत दी है लेकिन ये बेमौसम बरसात अपने साथ कई बीमारियां भी लेकर आई है। इस मौसम में पेट दर्द, सर्दी-खांसी, बुखार, अस्थमा और स्किन इंफेक्शन परेशानी का कारण बन सकते हैं। ऐसे में दादी मां के घरेलू नुस्खे और सलाह आपकी सेहत को निखार सकती है। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में।
सर्दी-खांसी होगी छूमंतर

प्री-मॉनसून में अक्सर लोग लापरवाही बरतते हैं। वह फ्लू और वायरल इंफेक्शन को मौसमी सर्दी-खांसी समझकर नजरअंदाज करते हैं। जो कई बार विकराल रूप धारण कर लेता है। ऐसी स्थिति में अंग्रेजी दवाईयों के साथ दादी मां के घरेलू नुस्खे अपनाकर सर्दी-खांसी से छुटकारा पाया जा सकता है। सर्दी-जुकाम होने पर हल्दी और तुलसी का काढ़ा पीना शुरू कर दें। इससे गले के दर्द और जकड़न से राहत मिल सकती है। इसके अलावा अजवाइन और कपूर की धुनी लेनी चाहिए ताकि सांस से संबंधित समस्या को कम किया जा सके।
पेट का रखें ध्यान
बरसात के दिनों में सबसे ज्यादा परेशानी पाचन संबंधित होती है। ऐसे मौसम में अक्सर बाहर का तला-भुना और मसालेदार खाना पसंद आता है। जो अपच, दस्त, ऐंठन और गैस्ट्रोएंटेराइटिस का कारण बनता है। बरसात के मौसम में बाहर का खाना खाने से बचना चाहिए। यदि आप स्ट्रीट फूड खाते भी हैं तो नियमित रूप से अजवाइन और काले नमक का गर्म पानी के साथ सेवन करें। दादी मां के अनुसार पेट को दुरुस्त रखने में इसबगोल की भूसी भी मददगार साबित हो सकती है।
फल-सब्जियों को करें साफ
बरसात के दिनों में हाइजीन का विशेष ध्यान रखना चाहिए। बाजार से फल और सब्जियों को खाने और स्टोर करने से पहले साफ जरूर कर लें। सब्जियों को नमक के पानी से धोकर और पोंछ करके फ्रीज में रखें। इसके अलावा इस मौसम में हरी सब्जियों के सेवन से दूरी बना लेनी चाहिए। बरसात के मौसम में पेट काफी संवेदनशील होता है ऐसे में कच्ची सब्जियों का सेवन भूलकर भी नहीं करना चाहिए।
हर्बल चाय का सेवन

बारिश के मौसम में चाय की चुस्कियां लेना भला किसे पसंद नहीं होगा। लेकिन जरूरत से ज्यादा चाय आपको मानसिक और शारीरिक रूप से नुकसान पहुंचा सकती है। इस मौसम में ग्रीन टी या फिर लेमन ग्रास टी का सेवन अधिक फायदेमंद हो सकता है। हर्बल टी का सेवन करने से गले की खराश, सिर दर्द, जकड़न और बुखार से निजात मिल सकता है। इस मौसम में आयुर्वेदिक चीजों का सेवन अधिक लाभदायक हो सकता है।
रहें हमेशा एक्टिव
बरसात के दिनों में वॉक, एक्सरसाइज और जिम सब पर ब्रेक लग जाता है। बारिश के कारण यदि हम बाहर जाकर एक्सरसाइज नहीं कर पा रहे हैं तो घर पर ही वॉक और योगा करके खुद को फिजिकली एक्टिव रख सकते हैं। पाचन तंत्र और मेटाबॉलिज्म को सुधारने के लिए हमारा शारीरिक रूप से एक्टिव रहना बेहद जरूरी है।
