Fruits For High Cholesterol: इनदिनों आपने महसूस किया होगा कि अचानक से हार्ट अटैक के मामलों में बढ़ोतरी होने लगी है। वहीं कोलेस्ट्रॉल की समस्या भी लोगों में अब आम होती जा रही है। शरीर में हाई कोलेस्ट्रॉल का स्तर विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकता है। आपको कई गंभीर स्वास्थ्य रोगों जैसे कोरोनरी हार्ट डिजीज, स्ट्रोक, टाइप 2 डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर हो सकता है।
कोलेस्ट्रॉल की समस्या से पीडि़त लोगों को पता होना चाहिए कि उनके द्वारा लिया जाने वाला आहार या डाइट, हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल के लिए काफी हद तक जिम्मेदार हो सकता है। इसलिए किसी प्रकार की डाइट को फॉलो करने से पहले,इसके फायदे और नुकसान के बारे में जानना महत्वपूर्ण है।
कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए फिजिकल एक्टिविटी और हेल्दी डाइट का अहम रोल है। कम फैट, कम कैलोरी, हाई फाइबर और पानी से भरपूर खाद्य पदार्थों को डाइट में शामिल करके बैड कोलेस्ट्रॉल को कम किया जा सकता है। कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में फल यानी फ्रूट्स काफी मददगार साबित होते हैं। यहां हम कुछ फलों के बारे में बता रहें हैं जो आपके कोलेस्ट्रॉल लेवल को नियंत्रण में रखने में मदद कर सकते हैं।
एप्पल

कहा जाता है ‘ईट एप्पल ए डे, कीप डॉक्टर अवे’। लेकिन अब हेल्थ प्रॉब्लम्स को देखते हुए यदि दिन में दो सेब खाए जाएं तो कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद मिल सकती है। सेब में हाई फाइबर और अन्य पोषक तत्व जैसे पॉलीफेनोल्स पाए जाते हैं। ये पोषक तत्व कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद कर सकते हैं। ये पेक्टिन और एंटी-ऑक्सीडेंट का बेहतरीन स्त्रोत है और इसके नियमित सेवन से कैंसर, डायबिटीज और हार्ट डिजीज के जोखिम को कम किया जा सकता है।
नाशपाती
नाशपाती सॉल्यूबल फाइबर का एक बेहतरीन स्त्रोत माना जाता है। इसमें सेब की तरह पेक्टिन होता है जो कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करने का काम करता है। इसके अलावा ये आंतों को मजबूत करने और पेट की समस्याओं को कम करने में भी मदद करता है। नाशपाती में लिन्गिन भी अच्छी मात्रा में पाया जाता है। जो शरीर में मौजूद विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है।
एवोकाडो

विटामिन के, सी, बी5, बी6, ई,पोटैशियम और फोलेट से भरपूर एवोकाडो हेल्थ के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। इसमें मैग्नीशियम, मैंगनीज, कॉपर, आयरन, जिंक, फॉस्फोरस, विटामिन ए, बी1, बी2 और प्रोटीन भी होता है जो हाई बीपी और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने का काम करते हैं। एवोकाडो का नियमित रूप से सेवन करने से कई पुरानी समस्याओं से भी छुटकारा पाया जा सकता है।
नींबू
नींबू विटामिन-सी के सेवन करने का एक शानदार तरीका हो सकता है। रोजाना नींबू का रस पीने से शरीर में एलडीएल या खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम हो जाता है। नींबू का रस अपने हाई साइट्रिक एसिड के कारण सबसे अच्छे प्राकृतिक क्लींजर के रूप में जाना जाता है। नींबू का रस पीने का सबसे अच्छा समय सुबह बिस्तर से उठने के बाद होता है। रोजाना खाली पेट नींबू का रस पानी में डालकर पीने से शरीर स्वस्थ्य और अशुद्धियों से मुक्त रहता है।
बैरीज

बैरीज न्यूट्रीशियन का पॉवरहाउस कहलाते हैं। इन्हें फाइटोन्यूट्रिएंट्स के सबसे बेहतर स्त्रोत में से एक माना जाता है। उनके एंटी-ऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के कारण, ये हार्ट डिजीज और अन्य पुराने विकारों को रोकने के लिए प्रयोग में लिया जाता है। एंटी-ऑक्सीडेंट्स के कारण बैरीज कोलेस्ट्रॉल और सूजन को कम करने में सहायक होते हैं।
केला
केला कई हेल्थ प्रॉब्लम्स को सुधारने के काम आता है। केला न केवल खाने में आसान है बल्कि ये एक सुपर फूड भी है। इसमें फाइबर, आवश्यक विटामिन और मिनरल के साथ-साथ सुक्रोज, फ्रुक्टोज और ग्लूकोज होता है। केला पोटेशियम और फाइबर का एक अच्छा स्त्रोत है जो कोलेस्ट्रॉल और हाई बीपी को कम करने में मदद करते हैं। केले में विटामिन सी और मैग्नीशियम भी होता है, जिसे ब्रेकफास्ट में लेने से फायदा मिलता है।
