Sexual Anorexia Disorder: सेक्स को तनाव कम करने और हैप्पी हार्मोन्स को एक्टिव करने का एक जरिया माना जाता है। कहा जाता है कि हफ्ते में एक बार सेक्स करने से डिप्रेशन, हार्ट डिजीज और मेंटल प्रॉब्लम्स को सुधारने में मदद मिलती है। लेकिन कई बार सेक्स करना या इसके बारे में सोचने मात्र से ही नफरत या घिन आने लगे तो ये सेक्सुअल एनोरेक्सिया का संकेत हो सकता है। ये समस्या महिला और पुरुष किसी को भी हो सकती है। सेक्सुअल एनोरेक्सिया वाले लोग अंतरंगता से बचते हैं और सेक्स करने या किसी के छूने से डरते हैं। इसमें पुरुषों में नपुंसकता जैसी शारीरिक समस्याएं शामिल हैं। हालांकि इसका कोई विशेष शारीरिक कारण नहीं होता लेकिन व्यक्ति का मन इससे जरूर प्रभावित होता है।
क्या है सेक्सुअल एनोरेक्सिया
सेक्सुअल एनोरेक्सिया वो समस्या है जो उम्र के साथ बढ़ती है। जो लोग सेक्स को पाप के रूप में देखते हैं वे इस समस्या का अधिक शिकार होते हैं। जिन लोगों में सेक्सुअल कॉन्टेक्ट बनाने की बहुत कम इच्छा होती है, वे लोग सेक्सुअल एनोरेक्सिया से ग्रसित हो सकते हैं। यौन एनोरेक्सिया वाले लोग सेक्सुअल इंटीमेसी करने से बचते हैं या डरते हैं। कभी-कभी इस स्थिति को इनहेबिटेड सेक्सुअल डिजायर भी कहा जाता है। ये तब होता है जब कोई व्यक्ति यौन शोषण, सेक्सुअल रिजेक्शन, बचपन की कोई घटना या ट्रॉमा का शिकार होता है।
सेक्सुअल एनोरेक्सिया के लक्षण
हमारे समाज में सेक्स से संबंधित बातों पर लोग खुल कर अपने विचार और अनुभव शेयर नहीं करते। सेक्स एक मात्र ऐसी प्रक्रिया है, जो व्यक्ति के सैड और हैप्पी हार्मोन्स से जुड़ी होती है। अपने और अपने साथी में सेक्सुअल एनोरेक्सिया के लक्षणों को पहचानना महत्वपूर्ण है। सेक्सुअल ऐनोरेक्सिया के कुछ सामान्य लक्षण हैं, जिनपर मुख्य रूप से ध्यान देना चाहिए।
-इंटीमेसी और सेक्सुअल प्लेजर से डर।
-सेक्स और बॉडी शेमिंग का शिकार।
-सेक्सुअल एक्सपीरियंस के प्रति शर्म, ग्लानि और घृणा का रवैया।
-सेक्स से बचने के लिए सेल्फ डिस्ट्रक्टिव तरीकों का इस्तेमाल करना।
-पार्टनर में कोई दिलचस्पी न लेना।
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सेक्सुअल एनोरेक्सिया के कारण
शारीरिक और भावनात्मक समस्याएं सेक्सुअल एनोरेक्सिया का कारण बन सकती हैं।
-हार्मोन इम्बैलेंस
-हाल ही में हुई डिलीवरी
-ब्रेस्ट फीडिंग
-दवाओं का सेवन
-थकावट
-यौन शोषण
-बलात्कार
-सेक्स के प्रति नकारात्मक रवैया
-धार्मिक परिवेश
-पार्टनर के साथ अनबन
-कम्यूनिकेशन की कमी
सेक्सुअल एनोरेक्सिया का उपचार
सेक्सुअल एनोरेक्सिया वाले कुछ लोगों के लिए हार्मोन थेरेपी उपचार का एक प्रभावी तरीका हो सकता है। कम टेस्टोस्टेरोन या एस्ट्रोजन लेवल के कारण कम यौन इच्छा से पीडि़त एडल्ट मेडिकल ट्रीटमेंट से ठीक हो सकते हैं। स्तंभन दोष से संबंधित यौन इच्छा की कमी वाले पुरुषों के लिए ये उपचार विशेष रूप से सहायक हो सकता है। इसके अलावा लो डिजायर वाली महिलाओं के लिए हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी से लाभ हो सकता है। जिन लोगों को ये समस्या है वे इमोशनल ट्रीटमेंट का भी सहारा ले सकते हैं। इसमें मेडिटेशन और योगा लाभदायक हो सकता है।