आज बिगड़ती जीवनशैली और सिटिंग जॉब के चलते अधिकतर लोग मोटापे के शिकार हो रहे हैं। मोटापा यानी स्थूलता। अनियमित खानपान और बिगड़ती जीवनशैली के कारण मोटापे की समस्या बढ़ रही है। यह समस्या केवल बड़ों में ही नहीं बच्चों में भी बहुत अधिक सामने आ रही है। अधिक वजन और मोटापे की समस्या देश ही नहीं संपूर्ण विश्व में एक बड़ी समस्या के रूप में उभर रही है। इस बारे में फोॢटस हॉस्पिटल कल्याण मुंबई की एमएससी डाईटिक्स, आरडी एवं डायटीशियन नियति लिखिते का कहना है कि शरीर में बढ़ती चर्बी के चलते वजन 20 प्रतिशत से अधिक बढऩे को ही मोटापा कहा जाता है। मोटापे की वजह से कई स्वास्थ्य समस्याएं उभर सकती हैं। ऐसे व्यक्तियों में दिल की बीमारियां, शुगर, हाई ब्लड प्रेशर, डाईसिलपिडेमिया, ऑस्टियोपोरोसिस, लकवा और अन्य प्रकार की बीमारियों की आशंका अधिक होती है।

मोटापे के मानव शरीर के साथ मानसिक स्वास्थ्य पर भी घातक परिणाम होते हैं। अधिक वजन होने या मोटे होने की वजह से कई बार समाज के बुरे बर्ताव का सामना करना पड़ता है। मोटे व्यक्तियों का इन समस्याओं से उबरना कठिन होता है। ऐसे में वजन कम करना एक चुनौती होती है। इसके लिए जरूरी है सही खानपान और व्यायाम। सेहतमंद खाने के साथ ही व्यायाम अगर सही तरीके से नहीं किया जाए तो इससे कई बार जान गंवाने का भी खतरा रहता है।

वजन कम करने के लिए एक्सरसाइज

किसी भी प्रकार के कार्य या जिस से शारीरिक फिटनेस या सेहत बनी रहे उसे व्यायाम कहा जा सकता है। व्यायाम से कैलोरीज जलती हैं और पेशियां मजबूत होती है, इससे मेटाबॉलिज्म में सुधार होकर अधिक कैलोरीज जलती हैं जिससे वजन आसानी से कम होने लगता है। 

एरोबिक्स : एक बहुत ही अच्छी एक्सरसाइज है और यह वजन कम करने में भी प्रभावी है। इस प्रकार के व्यायाम में अधिक मात्रा में ऑक्सीजन की खपत शरीर में बढ़ती है। इससे दिल की पेशियों को तथा फेफड़ों की पेशियों को अधिक ऑक्सीजन मिलने लगती है। इसलिए अगर एरोबिक व्यायाम किया जाए तो शरीर की चर्बी अधिक जल जाती है और सही वजन बना रहता है। एक दिन में एरोबिक्स में 200 ग्राम तक वजन कम किया जा सकता है। इस प्रकार के व्यायाम में पेशियों में ऊर्जा बनने लगती है तथा अधिक ताकत बढ़ती है। इसमें छोटी चाल या अधिक गति का समावेश होता है। उदाहरण- वेट ट्रेनिंग, स्प्रिंटिंग और जम्पिंग।एरोबिक्स व्यायाम के कारण पेशियों में अधिक ताकत मिलती है और इससे बेसल मेटाबॉलिक रेट में बढ़ोतरी होती है।

  • मांसपेशियों को मजबूती देने वाले व्यायाम करने जरूरी हैं, इनमें मसल ग्रुप को मजबूत बनाने पर ध्यान दें (पैर, हिप्स , पीठ, एब्डोमेन, छाती, कंधे और बाजू) हफ्ते में 2 से अधिक दिन या हफ्ते में 15 से 20 मिनट प्रशिक्षकों की निगरानी में करें।
  • अधिकतर चर्बी पेट, थाईज, हिप्सऔर बाजुओं में जमती है। इसलिए क्रंचस जैसे व्यायाम करने से एब्डोमेन, फेफड़ों के लिए स्वैट्स तथा हिप्स, वेट लिफ्टिंग और चेअर डिप्स बाहुओं के लिए प्रयोग में लाएं। इससे फैट कम होकर शरीर शेप में आता है।

योगयोग सबसे अच्छी एक्सरसाइज है। इस प्रकार के व्यायाम से पेशियां और मसल्स और जोड़ अधिक मजबूत होते हैं। इससे आपका शरीर सुडौल बनता है। योग से मनोबल बढ़ता है जिसका परिणाम सीधे तौर पर शरीर पर पड़ता है। लोगों को क्या खाना चाहिए, यह समझ आने लगता है तथा अच्छा खाने की सलाह दी जाती है। वजन कम करने के लिए योग में कई आसन होते हैं जैसे कि सूर्यनमस्कार के साथ 12 अलग- अलग आसन किए जाते हैं।

जुम्बावजन कम करने के लिए जुंबा सबसे अच्छी एक्सरसाइज है। इस बारे में साईं एरोबिक्स क्लासेस की फिटनेस ट्रेनर अनु दुआ का कहना है कि अगर आप कम समय में ज्यादा वजन कम करना चाहते हैं तो जुंबा इसके लिए सबसे अच्छा विकल्प है। 1 दिन की 40 मिनट की जुम्बा और एक्सेसरीज क्लासेस में 800 ग्राम तक वजन घटाया जा सकता है। एक्सरसाइज के साथ बैलेंस डाइट भी जरूरी है। जुंबा में स्लो और फास्ट डांस होता है। पहले इसमें कुछ छोटी एक्सरसाइज के माध्यम से बॉडी वॉर्मअप की जाती है।

                                                 

 

छोटे-छोटे बदलाव हैं जरूरी

  • यह सलाह दी जाती है कि अगर अपनी जीवनशैली में छोटे-छोटे बदलाव लाए जाएं और अपने जीवनशैली में योग्य, एरोबिक, एनारोबिक और जुंबा व्यायाम का संतुलन बनाया जाए तो वजन भी कम होगा और आप फिट भी रहेंगे। नियमित रूप से काम करने से सेहत से संबंधिक बीमारियां भी कम होंगी तथा इससे सेहत भी अच्छी रहेगी।
  • कैलरीज के सेवन तथा उनके प्रयोग में संतुलन बनाए रखना जरूरी होता है। व्यायाम की मात्रा में बढ़ोतरी के लिए छोटे-छोटे बदलाव लाना जरूरी होता है जिससे वजन कम करने में काफी उपयोग होता है। उदाहरण- गाड़ी से जाने के बजाय पैदल चलना, एस्कलेटर के बदले सीढिय़ों से चढऩा, इच्छित जगह से दूर गाड़ी पार्क करना और बाकी का अंतर पैदल चलकर पार करना इत्यादि।
  • सभी प्रकार के व्यायाम से सबका फायदा नहीं होता। हर एक व्यक्ति की अलग-अलग व्यक्तित्व होता है, जिससे शरीर पर व्यायाम का अलग-अलग असर दिखता है। 
  • अगर आपका वजन घटता है तो इससे अधिक वजन कम करने की इच्छा जागृत होने लगती है तथा शर्करायुक्त खाना या तेलयुक्त खाने की
  • इच्छाएं मर जाती हैं। आपको आहार लेकर फिजिकल कार्य अधिक अच्छा लगने लगता है। आपकी डाइटीशियन आपको अच्छी तरह से वजन कम करने के लिए डाइट, किस तरह व्यायाम किया जाए और उसे कैसे बरकरार रखा जाए, यह सिखाते हैं।