Lemon Peel Uses: नींबू निचोड़ने के बाद उसकेछिलके को संभाल कर रखना चाहिए क्योंकि इसे आप कई तरह से इस्तेमाल कर सकते हैं।
क्या आप जानते हैं कि नींबू के छिलकों में उसके रस से भी ज्यादा पोषक तत्व होते हैं- विटामिन सी, विटामिन ए, फोलेट, कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटैशियम। छिलकों में मौजूद कैल्शियम और विटामिन सी हड्डियों के लिए सुपर फायदेमंद हैं। ये ना केवल हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं बल्कि ऑस्टियोपोरोसिस, रुमेटाइड अर्थराइटिस और इंफ्लेमेटरी अर्थराइटिस जैसी हड्डियों से जुड़ी बीमारियों से बचाने में भी सहायक होते हैं। नींबू के छिलकों में मौजूद विटामिन-सी सिर्फ रोग-प्रतिरोधक के लिए नहीं बल्कि आपके शरीर के कई कार्यों के लिए भी जरूरी है। यह कोलेजन बनाने में मदद करता है, जो त्वचा को जवां और लचीला बनाए रखता है। यह न्यूरोट्रांसमीटर बनाने में मदद करता है, जिससे दिमाग सक्रिय और एकाग्र रहता है। इसके अलावा यह कार्निटीन नामक फैट-ट्रांसपोॄटग मॉलिक्यूल को सिंथेसाइज करता है, जो वसा को ऊर्जा में बदलने में मदद करता है। यह डीएनए को फ्री रेडिकल डैमेज से बचाने वाला एक पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट भी है। विटामिन सी दांतों और मसूड़ों की सेहत में सुधार करता है और ओरल हाइजीन बनाए रखने में मदद करता है।
नींबू के छिलकों में मौजूद साइट्रस बायो- फ्लेवोनॉइड्स शरीर से ऑक्सीडेटिव तनाव कम करते हैं और गहराई से सफाई करके विषाक्त चीजों को बाहर निकालते हैं। इससे लिवर साफ और सेहतमंद रहता है।
कैपिलरीज यानी छोटी रक्त वाहिकाएं मजबूत होती हैं और ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। इतना ही नहीं, इससे त्वचा में चमक आती है जिससे झुॢरयां, पिंपल्स, दाग-धब्बे और पिगमेंटेशन दूर रहते हैं।
नींबू के छिलकों में हेस्पेरिडिन और डायोस्मिन जैसे प्लांट कंपाउंड्स होते हैं, जो बुरे कोलेस्ट्रॉल को कम करने और अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बनाए रखने में मदद करते हैं और दिल को सेहतमंद रखते हैं। इसमें पोटैशियम भी भरपूर होता है, जो दिल की धड़कन, मांसपेशियों की मजबूती और पाचन तंत्र को सही बनाए रखने में मदद
करता है। यह उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करता है और हाई बीपी और स्ट्रोक के खतरे को कम करता है।
अगर आपको किडनी स्टोन की समस्या होने का खतरा है तो नींबू के छिलकों को अपनी डाइट में जरूर शामिल करें। इनमें मौजूद साइट्रिक एसिड यूरिन वॉल्यूम और यूरिन पीएच लेवल बढ़ाने में मदद करता है, जिससे किडनी स्टोन बनने की संभावना कम हो जाती है।
नींबू के छिलकों में साल्वेस्ट्रोल क्यू40 और लिमोनीन होते हैं, जो ब्रेस्ट कैंसर, कोलन कैंसर और स्किन कैंसर से बचाने में मदद कर सकते हैं। सिर्फ 1 टेबलस्पून नींबू के छिलके में 3 कैलोरी और 0.6 ग्राम फाइबर होता है। इसमें मौजूद पेक्टिन (एक सॉल्युबल फाइबर) पेट में जाकर फूलता है, जिससे आपको ज्यादा देर तक भूख नहीं लगती और अतिरिक्त खाने से बचने में मदद मिलती है। ध्यान दें कि नींबू के रस में पेक्टिन नहीं होता, इसलिए सिर्फ इसका रस पीने से उतना पेट भरा नहीं लगता है। छिलकों में मौजूद डायटरी फाइबर पाचन
तंत्र को सेहतमंद बनाए रखता है, मल त्याग को नियमित करता है और कब्ज से बचाता है।
कुछ ऐसे करें इस्तेमाल

1. नींबू के छिलकों की दो परतें होती हैं। ऊपरी रंगीन परत जिसे जेस्ट भी कहा जाता है, इसमें खूब स्वाद और खुशबू होती है जबकि भीतर की सफेद परत थोड़ी कड़वी होती है लेकिन फाइबर और पोषण से भरपूर होती है। मेरी मां इस्तेमाल किए गए निचोड़े हुए छिलकों को एक गिलास पानी में रखती हैं और फिर दिन भर उस गिलास से घूंट-घूंट करके पीती रहती हैं। मुझे लगता है कि यह नींबू के छिलकों का फायदा उठाने का एक
बेहतरीन तरीका है।
2. नींबू को फ्रीजर में रखकर जमा दें, फिर उसे कद्दूकस करें। इसे सलाद, चाय या मीट में डालें। इसका हल्का साइट्रस फ्लेवर आपकी मीट की पुरानी रेसिपी को एक नया स्वाद दे देगा। इसे आप अनाज जैसे क्विनोआ, रागी, पोहा आदि में भी शामिल कर सकते हैं। बस अनाज को उबालते समय उन्हें मिलाएं।
3. नींबू के छिलकों की मदद से जायकेदार सीजनिंग भी बनाई जा सकती है। इसके लिए नींबू के छिलकों को 200 डिग्री तापमान पर ओवन में सुखा लें, फिर पीसकर विटामिन सी पाउडर तैयार करें। इसमें काली मिर्च और सी-सॉल्ट मिलाकर पीस लें। ये सूप, सब्जी और दालों में डालने के लिए बेहतरीन सीजनिंग के रूप में काम आएगा।
बदबू भगाने में आता है काम
लहसुन-प्याज काटने के बाद हाथों में महक रह जाती है। बस आप नींबू के छिलकों को उंगलियों
और नाखूनों पर रगड़ें और आपके हाथ फिर से महकने लगेंगे।
