Ayushmann Khurrana An Action Hero Review
Ayushmann Khurrana An Action Hero Review

Ayushmann Khurrana An Action Hero Review: आयुष्मान खुराना और जयदीप अहलावत, ये दो टक्कर के एक्टर जब साथ में दिखे, तो जाहिर सी बात है कि कुछ अलग की अपेक्षा की जाती है। फिल्म “एन एक्शन हीरो” में आयुष्मान और जयदीप के चूहे बिल्ली वाली रेस को अनदेखा नहीं किया जा सकता है। आइए जानते हैं उन 5 कारणों के बारे में, जिनकी वजह से फिल्म “एन एक्शन हीरो” को देखा जा सकता है।

1. एक्शन है हाई 

फिल्म “एन एक्शन हीरो’ सिर्फ हीरो नहीं बल्कि विलेन के नजरिए से भी बनाई गई है। इस फिल्म को अनिरुद्ध अय्यर ने निर्देशित किया है, जिसमें कई तार्किक पल भी हैं। लेकिन इसका एक्शन और मजेदार पल स्क्रीन पर दर्शकों को जोड़े रहते हैं। डार्क ह्यूमर वाली यह फिल्म शानदार डायलॉग, इने लाइनर और कॉमिक टाइमिंग की वजह से जबरदस्त है। 

2. फिल्म की कहानी 

फिल्म एक्शन हीरो मानव खुराना (आयुष्मान खुराना) के बारे में है, जिसने एक बायोपिक सिर्फ इसलिए करने से मना कर दिया क्योंकि वह गैंगस्टर टाइप की चीजों से दूर रहना चाहता है। उसके फिल्म की शूटिंग हरियाणा में चल रही है और पैक अप के बाद वह नई कार के मजे ले रहा होता है, जब गलती से वह जाट नेता और गैंगस्टर भूरा सोलंकी (जयदीप अहलावत) के छोटे भाई विक्की सोलंकी को मार देता है। अब भूरा अपने भाई की मौत का बदला लेना चाहता है और मानव को मारना चाहता है। यहीं पर फिल्म हरियाणा से मुंबई और फिर लंदन शिफ्ट हो जाती है और इन दोनों का चूहे बिल्ली का खेल शुरू हो जाता है। 

3. कल्पना से बाहर 

निर्देशक अनिरुद्ध अय्यर ने फिल्म की कहानी भी लिखी है, जो हमारी कल्पना से बाहर की है। जैसे कुछ ही मिनट में मानव और भूरा लंदन में नजर आते हैं। पहले भले ही ऐसी बेतुकी फिल्में बनती थीं लेकिन अब दर्शक सवाल उठाते हैं कि भला ये सब अचानक क्यों और कैसे हो गया। लंदन में मानव मजे से लंदन पुलिस को चकमा देकर निकल भी जाता है। 

4. लीड कैरेक्टर्स का धमाल 

एक्शन सीन में आयुष्मान खुराना शानदार दिखते हैं। आयुष्मान अपने कम्फर्ट जोन से बाहर निकले हैं और उन्होंने शानदार काम किया है। जयदीप अहलावत का हरियाणवी बोलने का तरीका सुपर से भी ऊपर है। ऐसे दृश्य में भी, जहां उन्हें डायलॉग नहीं मिले हैं, वह कमाल कर जाते हैं। मलाइका अरोड़ा और नोरा फतेही की डांस परफॉर्मेंस भी देखने लायक है। 

5. फिल्म के डायलॉग 

फिल्म के डायलॉग फिल्म की जान हैं और दर्शकों को मजा भी दिलाते हैं। जैसे एक यह लाइन “एक्शन हीरो को गुस्सा आता है तो पब्लिक का पैसा वसूल होता है”। या फिर “लड़ना मेरा काम है, शौक नहीं।” “एक्शन हीरो हूँ, ताकत का इस्तेमाल आखिर में करता हूं।” फिल्म एक मसाला फिल्म है, जो हीरो और विलेन के बीच की लड़ाई पर आधारित है। यह जरूर है कि फिल्म में कहानी कुछ नहीं है, लेकिन मजेदार एक्शन लोगों को खूब हंसाता है।  

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