पत्नी की याद में इस पत्नी ने तैयार करवाई अनोखी मूर्ति, कीमत जान चौंक जाएंगे आप
Silicone Statue : पत्नी की याद में एक व्यक्ति ने 8 लाख की सिलिकॉन मूर्ति तैयार करवाई है। आइए जानते हैं इस घटना के बारे में-
Silicone Statue Wife: प्यार में लोग चांद-तारे तोड़ने की बातें अक्सर करते हैं। लेकिन इन वादों को कोई पूरा नहीं कर पाता है। लेकिन प्रेम को बयां करने के लिए चांद-तारे तोड़ना जरूरी नहीं है, बल्कि आप अपने की छोटी-छोटी खुशियों का ध्यान रखकर भी उन्हें खुश कर सकते हैं। हाल ही में एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसमें एक पति ने अपनी दिवंगत पत्नी के प्रति प्रेम को अनोखे ढंग से बयां किया है। हर कोई इस घटना के बारे में जानकर चौंक रहा है। अब आप में से कई लोग सोच रहे होंगे कि आखिर ऐसा क्या हो गया, तो आपको बता दें कि एक व्यक्ति ने अपनी दिवंगत पत्नी की याद में 8 लाख रुपये खर्च करके सिलिकॉन से बना पुतला तैयार करवाया। आइए जानते हैं इस पूरी घटना के बारे में-
Also read: श्रद्धा आर्या ने गोद भराई में पहनी बनारसी साड़ी, हज़ारों में है कीमत
क्या है पूरा मामला?

दरअसल, कोरोनाकाल में दक्षिण ओडिशा के ब्रह्मपुर शहर में रहने वाले 52 वर्षीय बिजनेसमैन प्रशांत नायक की पत्नी किरण का निधन हो गया था। इन्होंने 1997 में शादी की थी, जिसके बाद उन्हें 2 बेटियां और 1 बेटा हुआ। पत्नी के निधन के बाद भले ही उनके 3 बच्चे थे, लेकिन उनके जीवन में पत्नी की कमी रहती ही थी। वे अक्सर अपनी पत्नी को याद करते थे, ऐसे में उन्होंने पत्नी की याद में सिलिकॉन की मूर्ति बनाने का फैसला लिया। उन्होंने करीब 8 लाख रुपये खर्च करके पत्नी की सिलिकॉन की मूर्ति तैयार करवाई, जो देखने में जीवंत है और ऐसा लगता है जैसे उनकी पत्नी किरण जीवित हो गई हों।
ड्राइंग रूम में रखी पत्नी की मूर्ति
बिजनेसमैन प्रशांत ने अपनी पत्नी की इस खूबसूरत सी मूर्ति को ड्राइंग रूप में रखा है। ये मूर्ति सोफे पर बैठी हुई सी बनाई गई है, जिसमें किरण ने अपनी बड़ी बेटी की शादी के दौरान साड़ी और जेवर पहनाए थे। उनकी बेटी इस मूर्ति की नियमित रूप से देखभाल करती है। बता दें कि महक उनकी एक बेटी है, जो अभी स्टूडेंट है और MBA की पढ़ाई कर रही है।

मूर्ति को देखकर लगता है पत्नी जिंदा हो उठी
प्रशांत का कहना है कि जब भी वे इस मूर्ति को देखते हैं, तो उन्हें ऐसा लगता है कि उनकी पत्नी जिंदा हो गई है और वे उनके साथ रहती हैं। प्रशांत के साथ-साथ उनके बच्चे भी चाहते थे कि मां की पूर्ति एक घर में होनी चाहिए। जिसके बाद उन्होंने मूर्तिकार से संपर्क करके इस खास मूर्ति को बनवाया।
