green chilli benefits
green chilli benefits

Green Chillies Gardening: हमारे घर में बनाई जाने वाली शायद ही ऐसी कोई सब्ज़ी होगी जिसमें हरी मिर्च का इस्तेमाल नहीं होता होगा। किसी भी भोजन का एक अहम् हिस्सा है। यदि हम किसी भोजन में हरी मिर्च नहीं डालें तो वो तीखापन नहीं होता जिससे खाने में स्वाद आता है, जिसे हर कोई पसंद करता है। बात सिर्फ़ स्वाद की नहीं इसमें कई तरह के पोषक तत्व भी पाए जाते हैं जिसकी वजह से जिसकी वजह से यह हमारी रसोई का एक बहुत ही ज़रूरी हिस्सा बन जाता है। इसका सेवन हमारे भारतीय घरों की हर रसोई में होता है। हरी मिर्च में आयरन, पोटेशियम, कॉपर, प्रोटीन विटामिन ए, सी, बी6 और कार्बोहाइड्रेट आदि पाए जाते हैं जिसमें कई ऐसे गुण होते हैं, जो सेहत के लिए सही होते हैं। यह बाज़ार में आसानी से मिल जाती है लेकिन इसे आप अपने घर पर गमले में भी लगा सकते हैं। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में।

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Green Chillies Gardening
Materials required

घर के गमले में हरी मिर्च लगाने के लिए जिन चीज़ों की ज़रूरत पड़ती है उसमें सबसे प्रमुख है मिर्च का बीज, एक सही साइज़ का गमला, अच्छी और पोषक से भरपूर मिट्टी, सही मात्रा में खाद और संतुलित मात्रा में पानी। इन सबकी सही उपलब्धता हो तो आप बहुत ही आसानी से अपने गहर पर मिर्च लगा सकते हैं। 

Right choice of seeds

किसी भी पौधे को लगाने के लिए सही और स्वस्थ बीज का होना बहुत ही ज़रूरी होता है। इसलिए, बीज का चुनाव करते वक़्त बहुत ही ज़्यादा सावधानी की ज़रूरत होती है। यदि बीज सही नहीं होगा तो आपकी सारी की सारी मेहनत बर्बाद हो जाएगी। फिर चाहे आप कितनी भी मेहनत क्यों ना कर ले। इसलिए फल और सज्बी को लगाने के लिए शाई और विश्वसनीय दुकान से ही बीज ख़रीदे। यह बीज कई तरह के होते हैं, इसके बारे में अच्छे से मालूम कर ले कि आपको कौन सा बीज चाहिये। यह बाज़ार में छोटे छोटे पौध के रूप में मिलता है। इस तरह के पौध को आप अपने घर पर भी तैयार कर सकते हैं। 

soil
Prepare the soil

एक बार सही बीज का चुनाव करने के बाद अगली चुनौती मिट्टी को तैयार करने की रहती है। हरी मिर्च लगाने के लिए आपको सही मिट्टी की आवश्यकता होगी जिसे आप ख़ुद ही तैयार कर सकते हैं। यह मिट्टी और कम्पोस्ट के मिश्रण से तैयार हो जायेगी। इस मिट्टी को तैयार करने के बाद गमले में डालें और एक- दो बार अच्छे से खुरेंच ले। इस मिट्टी को भुरभुरा होने में थोड़ा समय लगता है। इसके लिए इसे एक-दो दिन के लिए धूप में रख दीजिये। मिट्टी सॉफ्ट हो जाएगी जिसके चलते मिर्ची की पैदावार अच्छी होती हैं। 

एक बार मिर्च लगा देने के बाद आपको इसकी देखभाल भी करते रहना होगा। पौधे की सही ग्रोथ के लिए आपको समय समय पर खाद पानी भी देते रहना है। इसलिए इसके लिए आप बाज़ार से जैविक खाद ले सकते हैं। इन जैविक कहदों को अपने घर और रसोई के वेस्ट मैटेरियल से भी बना सकते हैं। खाद डालते वक़त इस बात का भी ध्यान रखना होता है कि वह मिट्टी में अच्छी तरह से घुल जाए। खाद एक बार जब जड़ में पहुंच जाएगी तो पौधे का विकास अच्छे से होगा और उसकी पैदावार भी अच्छी होती हैं। रासायनिक खाद क्कभि कभी पौधे को नुकसान पहुंचाते है, इसलिए आप खाद का चुनाव करते समय इसका ज़रूर ध्यान रखें। 

संजय शेफर्ड एक लेखक और घुमक्कड़ हैं, जिनका जन्म उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में हुआ। पढ़ाई-लिखाई दिल्ली और मुंबई में हुई। 2016 से परस्पर घूम और लिख रहे हैं। वर्तमान में स्वतंत्र रूप से लेखन एवं टोयटा, महेन्द्रा एडवेंचर और पर्यटन मंत्रालय...